खेसारी लाल का छलका दर्द, लोगों ने कहा था ‘नामर्द, औरतों की तरह साड़ी पहनकर ख़ूब नाचे
खेसारी लाल यादव आज भोजपुरी सिनेमा के सबसे बड़े और लोकप्रिय सितारों में से एक के रूप में गिने जाते हैं. अपने दम पर खेसारी ने अपनी बड़ी और ख़ास पहचान बनाई है. आज वे किसी पहचान के मोहताज नहीं है. एक के बाद वे एक फ़िल्में किए जा रहे हैं और सुख-सुविधा की हर एक चीज उनके पास मौजूद है हालांकि फिल्मों में एंट्री के दौरान वे हमारी और आपकी तरह एक आम इंसान ही थे वहीं आर्थिक समस्या का भी उन्हें सामना करना पड़ रहा था.
खेसारी लाल यादव का बचपन गरीबी में गुजरा है. एक माध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे खेसारी लाल यादव बचपन में अपने गांव में भैंस चराया करते थे. वहीं जब थोड़े बड़े हुए तो घर की जिम्मेदारियों को समझा और लग गए लिट्टी-खोचा बेचने के काम पर. बता दें कि सड़क पर खड़े होकर वे कभी ठेले से लिट्टी-चोखा बेचते थे और इसी बीच उन्होंने गायकी एवं अभिनय की दुनिया में जाने का फ़ैसला किया.
बता दें कि खेसारी को शुरू से ही गाने और अभिनय का शौक था लेकिन खेसारी के लिए इंडस्ट्री में पहचान बनाना कोई आसान काम नहीं था क्योंकि वे खुद बता चुके हैं कि उन्हें किसी ने भी इंडस्ट्री में कोई मदद नहीं की थी वे आज जो कुछ भी है उसमे जनता का प्यार और आशीर्वाद शामिल है.
बता दें कि खेसारी बीते दिनों अपने एक साक्षात्कार को लेकर सुर्ख़ियों में रहे थे जिसमें उन्होंने अपने स्ट्रगल पर बात की थी और उन्होंने कहा था ही कभी उनकी हैसियत साइकिल चलाने तक की नहीं थी हालांकि भगवान की कृपा रही और भगवान ने कहा कि फॉर्च्यूनर खरीद ले तो वो गाड़ी खरीद ली. साथ ही खेसारी ने फैंस को अपना असली नाम ‘शत्रुघ्न’ बताया था.
वहीं अब खेसारी अपने एक और हालिया साक्षात्कार को लेकर सुर्ख़ियों में है और इस बार लोगों द्वारा किए गए उन पर कुछ आपत्तिजनक कमेंट पर अभिनता ने बात की है. अभिनेता ने पुरानी बातों को याद कर अपना दर्द जाहिर किया है. आपको जानकारी के लिए बता दें कि करियर के शुरुआती दौर में खेसारी ने कई ऐसे एल्बम किए थे जिसमें उन्हें लड़की या औरत बनना पड़ा था और ऐसे में उन्हें अपशब्द भी सुनने पड़े थे.
खेसारी ने माना है कि एलबम्स के बाद भोजपुरी सिनेमा में जब काम के लिए आए तो पुरानी बातों को लेकर उन्हें घेरा गया और लोगों ने उन्हें ‘नामर्द’ तक भी कहा. इस पर बात करते हुए खेसारी ने अपने साक्षात्कार में कहा कि, ‘जब मैं फिल्म जगत में आया था तो मैंने अपनी कई एल्बम में लड़की बनकर डांस किया था. मैंने जब लड़की बनकर डांस किया तो मुझे पूरी इंडस्ट्री ये कहकर नकारती थी कि ये मर्द नहीं है, ये महिला है और ऐसे लोग हीरो नहीं बनते.’
एक समाचार चैनल से बातचीत में भोजपुरी अभिनेता और गायक ने कहा कि, ”मुझे लगता है अपनी परछाई से अलग होना बहुत ही मुश्किल है. मैंने अपनी छवि बदलने की कोशिश की और वो संभव हो पाया सिर्फ जनता के प्यार से.
अगर जनता का प्यार है तो कुछ भी बदल सकता है. मेरे ऊपर टैग लगा था ये आदमी नामर्द है. मैंने लोगों से कहा ये मेरी कला है और मैं कुछ भी कर सकता हूं. मुझे बहुत मेहनत करनी पड़ी और मैंने अपने आप को साबित कर दिया.”