सालों बाद छलका रंजीत का दर्द कहा ‘श्रीदेवी को हंटर से मारने के बाद कमरे में चीख-चीखकर रोया था’
अभिनेता रंजीत का नाम जब भी आता है तो केवल एक विलन और क्रूर व्यक्ति की छवि ही उभरती है। 70 के दशक में कई फिल्मों में उन्होंने विलन का ही रोल किया, उनके सारे किरदार ऐसे ही होते थे जो महिलाओं से ज्यादती करता था उन्हें छेड़ता था। इसीलिए उस जमाने के लोग रंजीत को मनचला आशिक भी कहते हैं। लेकिन यह मनचला आशिक ऑफस्क्रीन बहुत ही केयरिंग और सेंसिटिव व्यक्ति है। हाल ही में उन्हें एक इंटरव्यू में अपने जीवन से जुड़े कई किस्से शेयर किए और जीवन से जुड़े अन्य पहलुओं पर खुलकर बात की।
रंजीत ने श्रीदेवी के साथ उनकी फिल्म का एक किस्सा शेयर किया जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे वह श्रीदेवी को हंटर मारने के बाद अपने कमरे में जोर जोर से रोए थे। उन्होंने कहा क्या आप जानते हैं कि जिस दिन मेरे पिता का निधन हुआ, उस दिन मैं एक फिल्म की शूटिंग के लिए हैदराबाद गया था? मैं चट्टान की तरह था, लेकिन जब वह मर गए, तो मैं एक पत्ते की तरह हिल गया था। परिवार में सबसे बड़े होने के कारण अंतिम दर्शन के लिए देश भर से रिश्तेदार आने लगे, लेकिन मैंने फ्लाइट से उड़ान भरी। मैंने अपने हिस्से की शूटिंग करने का फैसला किया ताकि सेट बर्बाद न हो।
उन्होंने अपने इस फैसले के पीछे का कारण भी बताया और कहा कि मेरे पिता जिन पर कभी भी जीवन में किसी भी गलत काम का आरोप नहीं लगा था। उनकी मौत के लिए असफल शूटिंग के लिए दोषी नहीं ठहराया गया। तो मैं वहां गया, कैमरे के लिए एक खलनायक की तरह जोर से हंसा। शूटिंग के बाद मैं अपने कमरे में वापस गया और जोर-जोर से रोने लगा लगा। बाद में श्रीदेवी को एक हंटर से मारा फिर होते हुए अपने कमरे में आ गया। मैं बार-बार ठंडी रोटी से अपना मुंह धो रहा था ताकि किसी को पता ना चले।
एक और प्रश्न का जवाब देते हुए रंजीत ने कहा था की स्क्रीन पर भले ही महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करता था लेकिन शूटिंग के वक्त में इस बात का पूरा ख्याल रखता था कि मेरी वजह से हीरोइन असहज महसूस ना करें। शूटिंग के दौरान मैंने उन्हें कभी असहज महसूस नहीं होने दिया। यही कारण था कि छेड़छाड़ वाले रोल के लिए हीरोइन की पहली पसंद में ही रहता था।
हालांकि मजाकिया लहजे में उन्होंने यह भी कहा कि अब फिल्मों में छोटे कपड़े पहनने चलन है और इसीलिए विलन लड़कियों के कपड़े खींच नहीं सकता इसने मेरा करियर बर्बाद कर दिया है।
अमृतसर में जन्मे 80 साल के रंजीत 200 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं उन्होंने अधिकतर फिल्मों में विलन का हीं रोल निभाया है। बॉलीवुड फिल्मों के अलावा उन्होंने कई पंजाबी फिल्मों में भी काम किया है। 70 के दशक में अधिकतर फिल्मों में विलेन के लिए उन्हें चुना जाता था। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि रंजीत का असली नाम गोपाल बेदी है। उन्होंने 1970 में सावन भादो फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया था।