दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में एक बार फिर गोलीबारी, दोनों हमलावरों की हुई मौत
गैंगेस्टर जितेंद्र गोगी की जानिए पूरी क्राइम कुंडली विस्तार से, जेल से ही चलाता था गैंग...
दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में एक बार फिर गैंगवार की वारदात को अंजाम दिया गया। जी हां शुक्रवार दोपहर कुख्यात बदमाश जितेंद्र गोगी को कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था। इस पेशी के दौरान वकील की ड्रेस पहने हुए दो लोगों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं और जवाबी कार्रवाई में स्पेशल सेल की तरफ से भी गोलियां चलाई गईं, जिसमें दोनों हमलावरों की मौत हो गई। इस तरह वारदात में गैंगस्टर गोगी समेत कुल तीन लोगों की मौत हो गई।
बता दें कि यह गोलीबारी रोहिणी कोर्ट के भीतर हुई। जिसमें दिल्ली का बड़ा गैंगस्टर जितेंद्र गोगी भी मारा गया है। हमलावर पहले से कोर्ट में मौजूद थे और गोगी को पेशी के लिए लाए जाने का इंतजार कर रहे थे। ऐसे में आखिर कौन था जितेंद्र गोगी जो 30 साल की उम्र में ही गुनाहों की दुनिया में कुख्यात हो गया था, आइए जानते हैं। गौरतलब हो कि गोगी और टिल्लू गैंग के बीच अबतक कई बार गैंगवार हो चुका है जिसमें 24 से ज्यादा अपराधी मारे जा चुके हैं और अब इसी गैंगवार की भेंट खुद गोगी भी चढ़ गया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जितेंद्र को वर्ष 2020 में गिरफ्तार किया था। काउंटर इंटेलिजेंस टीम ने उसे गुरुग्राम से तीन अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के समय उस पर दिल्ली पुलिस की तरफ से आठ लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
कुछ यूं थी गोगी के जुर्म की कुंडली, जेल से ही चलाता था गैंग…
बता दें कि मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में टॉप पर रह चुका गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी (30) तिहाड़ जेल से दुबई के कारोबारी से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने की वजह से भी सुर्खियों में था। वह जेल से ही रंगदारी, फिरौती के लिए अगवा करने और सुपारी लेकर मर्डर करने का काला कारोबार जारी रखा था। इतना ही नहीं वह हत्या, अपहरण, पुलिस पर हमला आदि वारदातों में भी शामिल रहा था। गिरफ्तारी के बाद से उसे जेल में रखा गया था। शुक्रवार को तीसरी बटालियन की पुलिस और काउंटर इंटेलिजेंस की टीम उसे रोहिणी अदालत में पेश करने के लिए लाई थी। इसी दौरान वहां पर वकील की ड्रेस पहने हुए दो शख्स आए और उन्होंने गोगी पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं।
3 बार पुलिस कस्टडी से फरार होने में रहा सफ़ल…
बता दें कि जितेंद्र गोगी 3 बार पुलिस कस्टडी से फरार हो चुका था। गिरफ्तारी से पहले वह दिल्ली-हरियाणा पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द बना था। दिल्ली के अलीपुर का रहने वाला गोगी 30 जुलाई 2016 की सुबह बहादुरगढ़ में दिल्ली पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था। तब हरियाणा रोडवेज की बस से नरवाना कोर्ट में पेशी पर ले जाते वक्त बहादुरगढ़ में दो कारों में सवार 10 बदमाशों ने बस को ओवरटेक कर रुकवा लिया था। पहले से ही बस में बैठे कुछ बदमाशों ने पुलिस वालों की आंखों में मिर्च झोंक दी और फायर करते हुए गोगी को छुड़ाकर ले गए थे। गोगी पुलिसवालों के असलहे भी लूट ले गया था। इसके बाद गोगी अपने गुर्गों के साथ दिल्ली और हरियाणा में ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती देने लगा।
कई हत्याकांड का रहा मास्टरमाइंड…
वहीं हरियाणवी सिंगर और डांसर हर्षिता दहिया की पानीपत में अक्टूबर 2017 में हत्या हुई। हर्षिता के जीजा दिनेश कराला ने गोगी को सुपारी दी थी। नवंबर 2017 में ताजपुर निवासी टीचर दीपक बालियान का स्वरूप नगर में मर्डर हुआ। जनवरी 2018 में अलीपुर के रवि भारद्वाज को 25 गोलियां मार छलनी कर दिया।
जून 2018 में बुराड़ी में टिल्लू गैंग से हुई गैंगवॉर में 4 लोग मारे गए और 5 जख्मी हुए। नरेला में अक्टूबर 2019 में आम आदमी पार्टी के नेता वीरेंद्र मान उर्फ कालू को 26 गोलियां मार मौत के घाट उतार दिया। इस साल 19 फरवरी को रोहिणी के कंझावला में आंचल उर्फ पवन की 50 राउंड फायरिंग कर हत्या की।
सालों तक देता रहा पुलिस को चकमा …
दिल्ली पुलिस ने गोगी पर चार लाख और हरियाणा पुलिस ने दो लाख का इनाम रख दिया और साथ में मकोका भी लगाया। आखिरकार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पिछले साल 3 मार्च को तीन गुर्गों समेत गोगी को गुड़गांव से दबोच लिया। सेल ने अपने एके-47 से लैस स्वॉट स्क्वॉड के साथ घेरा डाला तो गोगी ने एनकाउंटर के डर से खुद सरेंडर करने का वीडियो वायरल कर दिया। कहा जाता है कि अगर वीडियो वायरल नहीं होती तो गोगी समेत चारों बदमाशों का एनकाउंटर तय था। गोगी के साथ उसके कुख्यात शार्पशूटर कुलदीप मान उर्फ फज्जा, रोहित उर्फ मोई और कपिल उर्फ गौरव भी हत्थे चढ़ गए। इन सभी पर मिलाकर 10 लाख 50 हजार का इनाम था।
गैंगवार में गंवा दी जिंदगियां…
कभी जिगरी यार रहे गैंगस्टर गोगी और टिल्लू ताजपुरिया के बीच 2010 में बाहरी दिल्ली के एक कॉलेज छात्र संघ चुनाव से रंजिश शुरू हुई, जो गैंगवार में तब्दील हो गई। इस खूनी खेल में अब तक दो दर्जन से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। कुख्यात गैंगस्टर नीतू दाबोदिया 2013 में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। खुद को दिल्ली का डॉन कहने वाला नीरज बवानिया भी जेल चला गया। इसके बाद गोगी और टिल्लू के बीच वर्चस्व की जंग तेज हो गई। करीब 7 साल से आउटर, रोहिणी, नॉर्थ वेस्ट, आउटर नॉर्थ जिले दोनों की गैंगवार का दंश झेल रहे हैं। टिल्लू भी तिहाड़ से ही गैंग ऑपरेट कर रहा है। अब जितेंद्र गोगी भी गैंगवार में मारा गया है और इसके पीछे टिल्लू ताजपुरिया गैंग को ही माना जा रहा है।