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भगवा वस्त्र पहनकर भिक्षा मांग रही थी मुस्लिम महिला, गायत्री मंत्र बोलने के लिए कहा तब हुआ खुलासा

आजकल लोग भीख मांगने के भी नए-नए तरीके ढूंढ कर लाते हैं। कोई झूठ बोल कर अपने आप को अपंग बताता है तो कोई अपने छोटे-छोटे बच्चों के जरिए भीख मांगता है। लेकिन उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने न केवल लोगों की भावनाओं बल्कि उनकी आस्था पर भी चोट पहुंचाई है। सहारनपुर में एक मुस्लिम महिला हिंदू बन भगवा वस्त्र पहनकर भीख मांग रही थी जिसे रंगे हाथों पकड़ लिया गया। आश्चर्य की बात यह है कि जब उसे गायत्री मंत्र का उच्चारण करने के लिए कहा गया तो उसने मना कर दिया।

सहारनपुर के रामपुर मनिहारान गांव में भगवा वस्त्र धारण कर एक महिला पीतल का कमंडल लिए घरों के दरवाजों पर जाकर भिक्षा मांग रही थी। तभी वहां से गुजर रहे बजरंग दल के लोगों को उसके रवैए के चलते शक हुआ। थोड़ी देर पूछताछ करने के बाद जब महिला से गायत्री मंत्र समेत दूसरे मंत्रों का उच्चारण करने के लिए कहा गया तो उसने किसी भी मंत्र का उच्चारण करने से इनकार कर दिया। यह देखकर बजरंग दल के कार्यकर्ता हैरान रह गए और उन्होंने महिला से उसका आधार कार्ड मंगा। जब आधार कार्ड देखा गया तब पता चला कि महिला हिंदू नहीं बल्कि मुस्लिम है।

उसके आधार कार्ड पर पम्मी पत्नी मतलूब गढ़वा की माजरी डेहा बस्ती यमुनानगर जगाधरी लिखा हुआ था। पति का नाम देखते ही बजरंग दल के कार्यकर्ता समझ गए कि महिला मुस्लिम है। हंगामा होने के बाद तुरंत पुलिस को बुलाया गया और पुलिस उसे पूछताछ के लिए थाने ले गई। बाद में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने महिला को कमंडल, गले में पड़ी माला आदि लेकर चेताया कि आज के बाद फिर से इन भगवा वस्त्रों को धारण कर भिक्षा मांगते दिखाई दी तो सख्त कार्रवाई कराएंगे, बाद में उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।

महिला अकेली नहीं

बजरंग दल के नगर संयोजक दिग्विजय शर्मा ने बताया कि ऐसे कई भिक्षा मांगने वालों की सूचना मिली है कि जो भगवा वस्त्र धारण कर भिक्षा मांगते हैं। ऐसे लोगों को भी पकड़ कर बेनकाब किया जाएगा, पुलिस को भी इस बारे में सूचना दे दी गई है। घटना की जानकारी मिलते ही बजरंग दल के सभी सदस्य भी घटनास्थल पर पहुंच गए थे।

मुस्लिम महिला के हिंदू बनकर घूमने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। लोगों को यकीन नहीं हो रहा है कि अब लोग भीख मांगने के लिए ऐसे तरीकों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। मुस्लिम महिला ने अपना हुलिया इस तरह से बनाया था कि उसे देख कर कोई यकीन नहीं कर सकता कि वह कोई साध्वी नहीं बल्कि एक मुस्लिम महिला है जो साध्वी के भेष में घूम रही है।

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