अफगानिस्तान में नहीं प्रसारित होगा आईपीएल-2021, इस वजह से तालिबान ने लगाई रोक…
तालिबानी हुकूमत ने धीरे-धीरे पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा किया और अब वह अपने नियम-क़ानून भी थोपने लगा है। जी हां पिछले दिनों पूरे विश्व में अनेक वीडियो और तस्वीरें ऐसी वायरल हुई। जिसमें अफगानिस्तान के लोग अपने देश को छोड़ने पर मजबूर थे। हाल ही में आईपीएल को भी इस्लामिक विरोधी बता कर अफगानिस्तान में तालिबानियों ने बैन कर दिया है।
बता दें कि यूएई (UAE) में हो रहा आईपीएल (IPL) बीते दिन रविवार 19 सितंबर को शुरू हुआ है। जिसके बाद धीरे-धीरे इसका रोमांच दर्शकों के सिर चढ़ने लगा, लेकिन इसी बीच तालिबानी सरकार ने अफगानिस्तान में आईपीएल पर रोक लगा दी। गौरतलब हो कि जिस खेल का पूरी दुनिया इंतजार कर रही थी। वहीं दूसरी ओर अफगानिस्तान में आईपीएल को गैर इस्लामिक बताते हुए आईपीएल के प्रसारण पर बैन लगा दिया है और यह सब तालिबान के नए नियम और कानून के तहत किया गया है।
Afghanistan national ? ? will not broadcast the @IPL as usual as it was reportedly banned to live the matches resumed tonight due to possible anti-islam contents, girls dancing & the attendence of barred hair women in the ?️ by Islamic Emirates of the Taliban. #CSKvMI pic.twitter.com/dmPZ3rrKn6
— M.ibrahim Momand (@IbrahimReporter) September 19, 2021
मालूम हो कि आईपीएल 2021 का फेज-2 19 सितम्बर से यूएई (UAE) में शुरू हो चुका है। पहला मैच MI और CSK के बीच था, जिसमे चेन्नई ने मैच को जीत कर अपने नाम कर लिया है। इसी के साथ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने यूएई में हो रहे IPL फेज-2 में कुछ शर्तों के साथ प्रशंसकों के लिए स्टेडियम के दरवाजे भी खोल दिए हैं। 31 मैचों के साथ आईपीएल और रोमांचक होते जा रहा है। जहां पूरी दुनिया आईपीएल के मज़े ले रही है वही अफगानिस्तान की सरकार ने ये एलान कर दिया है कि आईपीएल को अफगानिस्तान में ब्रॉडकास्ट नहीं किया जायेगा। इसकी वजह तालिबान का नया कानून है।
तालिबान ने कहा आईपीएल (IPL) कंटेंट इस्लाम का विरोधी…
बता दें कि यूएई (UAE) में हो रहे आईपीएल का आनंद अफ़ग़ान के लोग नहीं उठा पाएंगे। तालिबान ने कहा आईपीएल का कंटेंट इस्लाम का विरोध करता है, इसलिए तालिबान में आईपीएल की ब्रॉडकास्टिंग नहीं होगी। उनका मानना है की मैच के दौरान चीयर लीडर्स खुले बालो में डांस करती है और यह इस्लामिक संस्कृति के खिलाफ है। इतना ही नहीं तालिबान का नया कानून महिलाओ को इसकी इजाज़त नहीं देता है। इसलिए तालिबान ने आईपीएल की ब्रॉडकास्टिंग पर बैन लगा दिया है।
वहीं कुछ दिनों पहले अफगानिस्तान के संस्कृति विभाग के अहमदुल्लाह वासिक ने कहा था कि, इस्लाम और इस्लामिक अमीरात महिलाओं को क्रिकेट के साथ ऐसे खेल जिनमें उनका शरीर दिखे उन्हें खेलने की अनुमति नहीं देता है। ये मीडिया का युग है। जिसकी वजह से फोटो और वीडियो लोगों तक आसानी से पहुंच जाते हैं और लोग उसे देखेंगे।
लड़कियों को खेल में जाने की जरूरत नहीं। वे अपने आप को छुपा नहीं पाएंगे और साथ ही उस ड्रेस कोड का भी ध्यान नहीं रख पाएंगी। इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता है अपने धर्म के लिए हमने बहुत लंबी लड़ाई लड़ी है। ताकि इस्लाम का पालन हो सके और इसके लिए अगर हमें चुनौतियों और मुश्किलों से भी जूझना पड़े तो वो भी हमें स्वीकार है। हम कभी भी इस्लामिक मूल्यों को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।
आख़िर में बताते चले कि यूएई में हो रहे आईपीएल मैच में अफगानिस्तान के स्टार खिलाड़ी राशिद खान सनराइजर्स हैदराबाद के अहम गेंदबाज है। अफगानिस्तान को अपने स्टार को देखने का भी मौका नहीं मिलेगा। राशिद खान और मोहम्मद नबी जैसे स्टार खिलाड़ियों का आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन रहा है। लेकिन अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे के समय से ही यह दोनों देश से बाहर हैं। फिलहाल ये दोनों खिलाड़ी यूएई में है।