‘लाल भिंडी’ हजार रुपए तक किलो में बिकती है आसानी से खेती करो और लाखों कमाओ
खेती करना वैसे तो इतना आसान नहीं है लेकिन कहा जाता है कि अगर खेती स्मार्ट तरीके से की जाए तो काफी अच्छा मुनाफा दे सकती है। अब बहुत सारे किसान खेती की पुरानी पद्धतियों को छोड़कर नए-नए तरीकों को अपनाने लगे हैं। जिसमें वह अलग अलग किस्म की सब्जियां या फल उजागर अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। अनोखे तरीके से की जाने वाली खेती के जरिए न केवल वह ज्यादा पैसे कमा रहे हैं बल्कि इसमें मेहनत और लागत भी आधी ही लगती है। अब भोपाल के एक ऐसे ही किसान चर्चा में हैं जो सामान्य भिंडी के बजाय लाल भिंडी उगा रहे हैं।
मिश्रीलाल लाल राजपूत ने कुछ समय पहले ही अपने बगीचे में लाल भिंडी उगाना शुरू किया था और अब देश भर की अलग-अलग जगहों से लोग उनसे इस भिंडी की खेती करने के बारे में जानकारी ले रहे हैं। मिश्रीलाल बताते हैं कि लाल भिंडी सामान्य भिंडी से 5 से 7 गुना ज्यादा दाम में बिकती है और खाने में भी अधिक पौष्टिक है। मॉल में इसका दाम 250 से 500 ग्राम के लिए ही 300-400 तक चुकाना पड़ता है।
यह भिंडी खाने में भी काफी स्वादिष्ट है इसलिए लोग इसे काफी पसंद करते हैं। उन्होंने बताया कि वह कुछ समय पहले बनारस के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वेजिटेबल रिसर्च सेंटर में गए थे, जहां से उनको लाल भिंडी से जुड़ी जानकारी मिली थी तभी उन्होंने इसको अपने बगीचे में उगाने का फैसला कर लिया था।
Madhya Pradesh | Misrilal Rajput, a Bhopal-based farmer, grows red okra (ladyfinger) in his garden.
“This is 5-7 times more expensive than ordinary ladyfingers. It’s being sold at Rs 75-80 to Rs 300-400 per 250 gm/500 gm in some malls,” he says pic.twitter.com/rI9ZnDWXUm
— ANI (@ANI) September 5, 2021
मात्र 24 हजार से शुरुआत
भोपाल के पास खजूरी कलां में रहने वाले मिश्रीलाल बताते हैं कि उन्होंने 1 किलो लाल भिंडी के बीज खरीदे थे जिसकी कीमत उन्हें 24 हजार रूपए पड़ी थी। इन बीजों को लाकर जुलाई में उन्होंने रोपा था और अब उसमें भिंडी आने लगी है। फसल के पकते ही काफी लोग इसे देखने आ रहे हैं और आसपास के इलाके में इसकी खूब चर्चा है, आसपास के किसान भी अब इस भिंडी को लगाने के बारे में विचार कर रहे हैं।
किसानों के लिए फायदे का सौदा
लाल भिंडी ना केवल किसान को अच्छा खासा मुनाफा देती है बल्कि ये हर तरह से किफायती है क्योंकि लाल भिंडी किसी तरह से कीड़ों से प्रभावित नहीं होती। इसमें मच्छर, इल्ली और अन्य कीट नहीं भी लगते, जिससे इसके खराब होने का खतरा बहुत कम होता हैं। हरे रंग की सब्जियों में क्लोरोफिल पाया जाता है, जिसे कीट पसंद करते हैं, लेकिन इसका लाल होने की वजह से कीट इससे दूर रहते हैं।
इसमें एंथोसाइनिन नाम का खास तत्व होता है, जो गर्भवती महिला सहित बच्चों के मानसिक विकास और त्वचा के लिए बेहद उपयोगी होता है। यानी यह भिंडी हेल्थ और न्यूट्रिशन के नजरिए से भी फायदेमंद है और नई खेती की तकनीक को बढ़ावा भी देती है। इससे किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकता है तो वहीं यह सेहतमंद भी है ।