राहुल गांधी की तारीफ का मैसेज वायरल, मैसेज करने वाला कांग्रेसी नेता निष्कासित!
मेरठ: कांग्रेस में पप्पुओं की कमी नहीं है, वैसे तो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को विपक्ष और उनके विरोधी पप्पू बोलते ही थे, मगर अब खुद कांग्रेस के कार्यकर्ता उन्हें पप्पू बोलने लगे हैं. दरअसल बीते दिनों कोंग्रेस के एक कार्यकर्ता को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया उसका कसूर यह था कि उसने राहुल गांधी को पप्पू कहा था. एक तरफ जहां सभी विरोधी राहुल गांधी को पप्पू बोलकर उनका मजाक बनाते हैं, तो उस कार्यकर्ता ने राहुल गांधी की तारीफ करते हुए उन्हें पप्पू बताया था.
राहुल को उन्हीं के लोग बुला रहे है ” पप्पू ” :
मेरठ के जिला कांग्रेस अध्यक्ष विनय प्रधान ने व्हाट्सएप्प ग्रुप में राहुल गांधी की तारीफ में एक मैसेज भेजा जिसमें राहुल को पप्पू कह कर संबोधित किया गया था. देखते ही देखते यह मैसेज वायरल हो गया और कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष राज बब्बर ने विनय प्रधान को दिल्ली तलब किया. कांग्रेस के नेताओं के मुताबिक विनय प्रधान के मैसेज से पार्टी की किरकिरी हुयी है.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मनोज त्यागी ने कहा कि पार्टी उपाध्यक्ष के बारे में ऐसी बात करने और उनकी छवि खराब करने का अधिकार किसी के पास नहीं है, फिर वो चाहे कोई भी हो. पार्टी इस मामले की जांच कराएगी और अगर विनय प्रधान दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं इस मामले में आरोपी कांग्रेस नेता विनय प्रधान ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
गौरतलब है कि इस समय कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भारत में नहीं हैं, बीते मंगलवार को राहुल गांधी के कार्यालय ने एक ट्वीट के जरिये बताया था कि वह नानी से मिलने के लिए इटली जा रहे हैं. और इस दौरान वह कुछ दिनों तक वहीँ रहेंगे. इसके अलावा विनय प्रधान के मुद्दे पर कुछ कांग्रेस नेताओं का कहना है विनय बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. इसीलिए उन्होंने इस तरह का मैसेज ग्रुप में भेजा, वहीँ राज बब्बर ने साफ साफ शब्दों में कहा है कि पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दास्त नहीं की जाएगी.
आपको बता दें कि मेरठ के कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनय प्रधान ने जो मैसेज ग्रुप में डाला था वह राहुल गांधी की तारीफ में था मगर उस मैसेज में राहुल गांधी के लिए पप्पू शब्द का प्रयोग किया गया था. आप आगे पढ़ सकते हैं कि विनय प्रधान ने मैसेज में क्या लिखा था-
“राहुल गांधी, जिसे देश का एक हिस्सा पप्पू के नाम से भी जानता है, आज आप बताएं कि क्या पप्पू ने कभी महंगी गाड़ियों का शौक पाला? जबकि वह पाल सकता था. कभी अंबानी, अडानी और माल्या की पार्टी में शामिल हुआ, जबकि शामिल हो सकता था. पप्पू ने कभी शान-शौकत का प्रदर्शन किया? नहीं, लेकिन कर सकता था. पप्पू मंत्री और प्रधानमंत्री भी बन सकता था, पर बना? नहीं, जबकि मनमोहन सिंह उसको प्रधानमंत्री बनाने का इशारा कर चुके थे. पप्पू से पूरे 10 साल अंबानी, अडानी मिलना चाहते रहे, 2004 से 2014 तक कांग्रेस की सरकार रही और पप्पू के इशारे पर सरकार के मंत्री उनका काम कर सकते थे, लेकिन पप्पू ने अडानी, अंबानी को 5 मिनट का भी समय नहीं दिया, क्योंकि वह पप्पू था. वह जानता था कि ये लोग सरकार से केवल बिजनेस करेंगे और गरीबों का खून चूसेंगे और जनता ने हमें इनसे मिलने के लिए बहुमत नहीं दिया है.”