एक ऐसा कांग्रेस नेता जिसकी दोनों पत्नियां है BJP में, दोनों सौतन भी है और आपस में चुनाव भी लड़ चुकी
साल 2022 में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. हालांकि सबसे ज़्यादा चर्चा हो रही है उत्तर प्रदेश की. उत्तर प्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है. साथ ही सियासी दुनिया में यह भी कहा जाता है कि दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर ही गुजरता है. ऐसे में उत्तर प्रदेश का महत्व और बढ़ जाता है.
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अभी करीब 6 माह का समय शेष है हालांकि राजनीतिक दलों ने अपने-अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है. वहीं इसी बीच चुनावों के साथ नेताओं की आपसी रंजिश और प्रतिद्वंदिता भी सुर्ख़ियों में है.
रानी अमीता सिंह और गरिमा सिंह भी राजनीतिक मैदान में आमने-सामने आ चुकी है. ख़ास बात यह है कि दोनों के बीच सौतन का रिश्ता भी है. इसमें से अमीता अमेठी राजघराने की रानी हैं. आइए आज ऐसे में अमीता सिंह के बारे में कुछ ख़ास बातों से आपको अवगत कराते हैं.
अमीता सिंह का जन्म 4 अक्टूबर 1962 को मुंबई में हुआ था. वे कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों से चुआव लड़ चुकी हैं. गौरतलब है कि अमेठी विधानसभा क्षेत्र से दो बार वे विधायक रह चुकी हैं. 2002 में बीजेपी के टिकट पर जीतीं तो 2007 में कांग्रेस के लिए उन्होंने विजयी परचम लहराया था.
पति की हुई थी हत्या…
अमीता अपनी निजी ज़िंदगी को लेकर भी सुर्ख़ियों में रही हैं. उन्होंने देश के मशहूर बैडमिंटन प्लेयर रहे सैयद मोदी से शादी की थी. गौरतलब है कि अमीता खुद भी 4 बार की नेशनल बैडमिंटन चैंपियन रह चुकी हैं. हालांकि उनके पति की हत्या कर दी गई थी. साल 1989 में सैयद मोदी को मार दिया गया था. शक की सुई घूमी अमेठी राजघराने के राजकुमार और कांग्रेस के बड़े नेता संजय सिंह पर. संजय पर सैयद की हत्या का आरोप लगा. लेकिन संजय पर आरोप सिद्ध नहीं हुए और वे इस मामले में बरी हो गए.
शादीशुदा संजय सिंह को अमीता ने बनाया दूसरा पति…
फिर अमीता सिंह ने संजय सिंह को ही अपना दूसरा पति बना लिया. कभी संजय पर सैयद मोदी की हत्या का आरोप लगा था लेकिन बाद में संजय से ही अमीता ने शादी कर ली. लेकिन संजय भी पहले से शादीशुदा थे. उनकी पहली पत्नी थी गरिमा सिंह. गौरतलब है कि गरिमा पूर्व प्रधानमंत्री और मांडा के राजा रहे वी पी सिंह की भतीजी हैं.
2017 के UP चुनाव में आमने-सामने हुईं अमीता और गरिमा…
संजय सिंह की दोनों पत्नियां अमीता सिंह और गरिमा सिंह साल 2017 के विधानसभा चुनाव में आमने-सामने हुईं थी. जहां अमीता सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था तो वहीं गरिमा को भारतीय जनता पार्टी ने टिकट दिया था. हालांकि अमीता को गरिमा के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा था.
अब BJP की झंडा उठा रही हैं अमीता सिंह…
चाहे पिछ्ला चुनाव अमीता ने कांग्रेस के टिकट पर लड़ा हो हालांकि अब वे भारतीय जनता पार्टी का झंडा लेकर चल रही हैं. उन्होंने भाजपा का दमन थाम लिया है. ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि पार्टी गरिमा या अमीता में से किसे चुनावी मैदान में उतारती है.