एक कहावत है ‘सर मुंडाते ही ओले पड़े’ ऐसा ही कुछ अफगानिस्तान में तालिबान के साथ हो रहा है। तालिबान के साथ ऐसा हुआ है जिसकी उसको कभी उम्मीद भी नहीं थी। अमेरिका के जिन हथियारों के जरिए वह शरिया कानून लागू करना चाह रहा था अब उन्हीं हत्यारों ने उसे धोखा दे दिया है।
रिपोर्ट्स की माने तो अमेरिका द्वारा छोड़े गए लगभग सारे के सारे हथियार खराब है और अब वह तालिबानी लड़ाकों के कोई काम नहीं आने वाले। अगर यह सच है तो जल्द तालिबान बड़ी मुसीबत में फंस सकता है। खराब हथियारों के चलते हैं हो सकता है कि उसे जल्द ही ‘हथियार डालने पड़ जाए’।
दरअसल पहले अमेरिका से रिपोर्ट आई थी कि अमेरिका और ब्रिटेन में कुल मिलाकर 85 अरब रुपए के हथियार छोड़ दिए हैं यह खबर मिलने के बाद अंदेशा जताया जा रहा था कि हथियारों पर कब्जा करने के बाद अब तालिबान इतना शक्तिशाली हो जाएगा कि उसे हराना लगभग नामुमकिन है। लेकिन अमेरिका की तरफ से जारी किए गए कि बयान में कहा गया कि उसने जो हथियार अफगानिस्तान में छोड़े हैं वह किसी काम के नहीं है क्योंकि देश छोड़ने से पहले ही उन हथियारों को न्यूट्रल कर दिया गया है और उन्हें कभी भी सुधारा नहीं जा सकेगा, ऐसे सारे हथियार कबाड़ बन चुके हैं।
तालिबान के लड़ाके अमेरिकी हेलीकॉप्टर्स की निगरानी कर रहे हैं और उन हेलीकॉप्टर्स की निगरानी जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने अफगानिस्तान में इतने ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर्स छोड़ दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट में भी कहा जा रहा था कि तालिबान ने इन हथियारों पर कब्जा कर लिया है और उसके लड़ाके हैंगर में रहकर हेलीकॉप्टर्स की निगरानी कर रहे हैं। लेकिन अब अमेरिका ने कहा है कि तमाम हेलीकॉप्टर्स, एयरक्राफ्ट्स, बख्तरबंद गाड़ियों को खराब कर दिया गया है और दुनिया का कोई भी एक्सपोर्ट इनको अब वापस चालू नहीं कर पाएगा।
अमेरिका द्वारा एक बयान जारी करते हुए बताया गया कि सेना को हवाई अड्डे पर काउंटर-रॉकेट, आर्टिलरी, मोर्टार (सी-रैम) मिसाइल रक्षा प्रणालियों सहित कुछ सैन्य संपत्तियां छोड़नी पड़ीं, जिन्हें हवाई अड्डे की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था। इन मिसाइल रक्षा प्रणालियों ने सोमवार सुबह काबुल हवाईअड्डे को निशाना बनाने वाले रॉकेट हमले को भी रोका था।
अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि, लगभग 70 माइन-रेसिस्टेंट एम्बुश प्रोटेक्टेड (MRAP) सामरिक वाहनों को भी काबुल हवाई अड्डे पर छोड़ा गया है। काबुल हवाई अड्डे के रैंप पर 73 विमान छोड़े गए हैं। इनके अलावा 27 हाई-मोबिलिटी मल्टीपर्पज व्हील्ड व्हीकल (हमवी) को भी करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर छोड़ा गया है। हवाई अड्डे पर छोड़े गए उपकरणों को असैन्य कर दिया गया है, ताकि कोई भी उनका उपयोग न कर सके।
सबसे बड़ी बात
बयान में कही गई सबसे खास बात यह है कि विमान समेत जितने भी हथियारों में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की गई है उसको पूरी तरह से हटा दिया गया है यह सॉफ्टवेयर केवल अमेरिकी सेना के पास ही है और जब तक सॉफ्टवेयर नहीं होंगे तब तक यह हथियार केवल कबाड़ हैं।
हालांकि यह भी कहा गया की इनमें से सॉफ्टवेयर निकालने के बाद उन्हें नष्ट नहीं किया गया है ताकि जरूरत पड़ने पर अमेरिकी सेना उनको फिर से इस्तेमाल कर सकें। लेकिन सबसे अहम यह है कि जिन हथियारों की आस लगाए तालिबान देश में शरिया कानून हमेशा लागू रखना चाहता था उसके इस मंसूबे पर विराम लग सकता है क्योंकि उसके पास लड़ने के लिए ज्यादा रसद मौजूद मौजूद नहीं होगा।