खर्राटे को हल्के में न लें, एक छोटी सी गलती और हो सकते हैं आपको ये गंभीर रोग
खर्राटे लेना वैसे तो बहुत कॉमन चीज होती है। ये आप भी जरूर लेते होंगे या आपके आसपास कोई व्यक्ति इसे लेता होगा। जब कोई खर्राटे लेता है तो उसके पास सोने वाले व्यक्ति की नींद खराब हो जाती है। ऐसे में उसके लिए तो ये खर्राटे खराब ही हुए। लेकिन जो व्यक्ति खर्राटे लेकर मजे से सो रहा है उसका क्या? क्या उसके लिए खर्राटे लेना सेहत के लिहाज से सही है? आइए जानते हैं।
खर्राटे अधिकतर वही लोग लेते हैं जिनकी नींद कई दिनों से पूरी नहीं हो पाती है। जब नाक और मुंह के पिछले हिस्से में रास्ता बंद हो जाता है और सांस को पूरी तरह निकलने का रास्ता नहीं मिलता तब इंसान खर्राटे लेता है। वैसे खर्राटों का इलाज संभव है। इस चीज से बचने के लिए आप डॉक्टर की सहायता ले सकते हैं, या फिर कुछ घरेलू नुस्खे भी ट्राय कर सकते हैं।
ज्यादा और हमेशा खर्राटे लेना सेहत के लिए ठीक नहीं होता है। इसे कई लोग गंभीर स्वास्थ्य स्थिति भी मानते हैं। दरअसल खर्राटे लेने से आपको और भी कई सेहत से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। इसमें स्ट्रोक भी है जो कि कैरोटिड एथेरोस्क्लेरोसिस के खतरे की वजह बनता है।
कैरोटिड एथेरोस्क्लेरोसिस होने पर मस्तिष्क में रक्त की आपूर्ति बाधित होने लगती है। इसकी वजह कैरोटिड धमनियों में फैटी प्लाक जमा होना होता है। ऐसे में यह आवश्यक है कि आप खर्राटे की समस्या के समाधान हेतु डॉक्टर से मिले। इससे आपको भविष्य में कोई बीमारी होने का खतरा नहीं रहेगा।
वैसे खर्राटे आने पर आपको दिमाग के साथ साथ दिल की हेल्थ का भी ख्याल रखना पड़ता है। दिल बॉडी के सभी अंगों में ब्लड पंप करने का काम करता है। वहीं शरीर के दैनिक कार्यों को अंजाम देने के लिए रक्त में ऑक्सीजन होता है। इसलिए जब आप खर्राटे लेते हैं तो आपको दिल के रोग होने के चांस बढ़ जाते हैं। इनमें अधिकतर ब्लड प्रेशर और कोरोनरी अर्टरी रोग आपको घेर लेते हैं।
वैसे तो सिरदर्द बहुत सामान्य चीज है। ये गलत समय पर खाना, हाई ब्लड प्रेशर, इंफेक्शन, शरीर के तापमान में उतार-चढ़ाव के चलते हो सकता है। लेकिन कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो खर्राटे और सिरदर्द के बीच मध्य भी एक संबंध होता है। खर्राटे लेने पर जो कंपन उत्पन्न होते हैं ये आपकी रात की नींद डिस्टर्ब कर सकते हैं। ऐसे में सुबह उठने पर आपको सिरदर्द महसूस हो सकता है। यदि आप इस तरह की समस्या से जूझ रहे हैं तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
खर्राटों के चलते अक्सर नींद की कमी भी जिम्मेदार होती है। इससे आपकी मेंटल हेल्थ पर भी असर हो सकता है। इसकी वजह से आप चिढ़चिढ़ापन और डिप्रेसन महसूस कर सकते हैं।
खर्राटों के आने और इसका बॉडी पर असर होने को लेकर कई सिद्धांत हैं। एक रिसर्च की माने तो सांस लेने में रुकावट के चलते अंगों को ऑक्सीजन और ब्लड की आपूर्ति में लगातार रुकावट आती है इससे दिल और मस्तिष्क मजबूत बनते हैं। लेकिन ये आपको स्ट्रोक या दिल के दौरे की संभावना से नहीं बचाती है। इसलिए बेहतर यही होगया कि ज्यादा खर्राटे आने पर आप डॉक्टर की हेल्प लें।