बिना पार्टनर से सम्बन्ध बनाये मां ने बच्चे को ऑनलाइन दिया जन्म, नाम रखा ‘E BABY’
कहा जाता है कि इंटरनेट की दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है। यहां तक की इंटरनेट और तकनीक के माध्यम से ही इंसान ने अपने जैसा दिखने वाला ई-ह्यूमन यानी रोबोट भी तैयार कर लिया है। लेकिन यहां तक तो ठीक था अब एक महिला ने ‘इन्टरनेट बेबी’ को जन्म देने का दावा किया है। महिला का कहना है कि उसने इंटरनेट की मदद के जरिए ही बेटी को जन्म दिया है, उसने बेटी के साथ तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी जो काफी वायरल हो रही है यह लोगों के बीच एक एक चर्चा का विषय बन गया है कि आखिर इंटरनेट बेबी है क्या।
यह कहानी है इंग्लैंड ननथॉर्प में रहने वाली 33 साल की स्टेफनी टेलर (Stephenie Taylor) की। उनका कहना है उन्होंने ऑनलाइन बेबी को जन्म दिया है और इसीलिए वह अपनी बच्ची को ई बेबी कह रही हैं। उनका अपने पति के साथ पहले से एक बेटा है लेकिन इस बेटी को उन्होंने बिना पार्टनर के ही जन्म दिया है अब लोगों को उनकी बात पर आश्चर्य हो रहा है लेकिन असल में यह बात आधी सच है। वह बच्चे को इंटरनेट बेबी क्यों कह रही है इसके पीछे एक खास वजह है।
स्टेफनी ने अपनी बेटी को जन्म देने के लिए टेस्ट ट्यूब बेबी जैसी एक खास तकनीक का इस्तेमाल किया है। लेकिन जिस तकनीक के जरिए वो प्रेग्नेंट हुई वो IVF के बदले काफी कम खर्चीली है। उन्होंने ‘बेबी ऐप’ नाम के एक ऐप के जरिए ऑनलाइन स्पर्म ऑर्डर किया। फिर शॉपिंग वेबसाइट इबे से एक इनसेमिनेशन किट खरीदा और यूट्यूब पर देखा कि इसका इस्तेमाल कैसे करना है। इसी किट के जरिए उन्होंने स्पर्म को यूटेरस तक पहुंचाया।
क्यों मानती हैं ऑनलाइन बेबी
स्टेफनी ने बताया कि वह एक ऐसा पारिवारिक स्पर्म डोनर चाहती थी जिसे कोई बीमारी ना हो और पूरी तरह से फिट हो ताकि बच्चे पर इसका कोई बुरा प्रभाव ना पड़े। जैसे ही उन्हें मन मुताबिक डोनर ऐप पर मिला उन्होंने यूट्यूब से ट्यूटोरियल सीख कर किट ऑर्डर कर दिया। स्पर्म डोनर खुद उनके घर आकर सपर्म उन्हें देकर गया था। क्योंकि स्टेफनी ने सब कुछ ऑनलाइन किया इसीलिए वह अब बच्चे को ई बेबी मानती हैं और कहती है कि अगर उन्हें ऑनलाइन चीजों का ज्ञान नहीं होता तो वह कभी दूसरी बार मां नहीं बन पाती।
ऐसा क्यों करना पड़ा
स्टेफनी अपने पार्टनर से अलग हो चुकी हैं और वह दोबारा रिलेशनशिप में नहीं आना चाहती थी लेकिन उनकी इच्छा थी कि वो एक और बच्चे की मां बनें। स्टेफनी के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह आईवीएफ ट्रीटमेंट ले सके। इसलिए उन्हें सेल्फ इनसेमिनेशन किट से ही प्रेग्नेंट होना पड़ा। ये किट एक इंजेक्शन की तरह होता है जिसमें आगे नली होती है और पीछे स्पर्म कंटेनर होता है कोई भी महिला अपने घर पर ही बिना यौन संबंध बनाए इसके जरिए अपनी युटेरस में स्पर्म डालकर प्रेग्नेंट हो सकती है ।