960 करोड़ के मालिक बने 2 गरीब छात्रों का सोनू सूद से कनेक्शन आया सामने
हाल ही में सोनू सूद पर ढाई सौ करोड़ रुपए गबन करने का आरोप लगा है
लॉकडॉउन के वक्त पूरे देश के लिए हीरो रहे सोनू सूद इन दिनों मुश्किलों में है और लगता है कि उनकी ये मुश्किलें आगे और बढ़ने ही वाली है। हाल ही में आयकर विभाग ने उन पर करीब ढाई सौ करोड़ रुपए गबन करने का आरोप लगाया था लेकिन अब उनका नाम एक और बड़े फ्रॉड से जोड़ा जा रहा है जो करीब 960 करोड़ रुपए का है। इसमें दो छात्रों के खाते में अचानक से 960 करोड़ रुपए आ गए थे खास बात ये है कि जिस खाते से पैसे आए उसका सीधा कनेक्शन सोनू सूद से है।
दरअसल कटिहार के पस्तिया गांव के दो छात्र गुरुचरण विश्वास और असित कुमार 15 सितंबर को ग्राहक सेवा केंद्र पर बिहार ग्रामीण बैंक में अपने खाते की राशि चेक करने गए थे। जब उन्होंने वह राशि देखें तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गई। उनके खाते में एक दो नहीं बल्कि 960 करोड़ रुपए थे। इस बात का पता चलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया किसी को इस बात पर यकीन ही नहीं हो रहा था कि कैसे 2 छात्रों के खाते में इतने पैसे आ गए। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि जिस खाते से इन छात्रों के खाते में पैसे आए हैं उसका कनेक्शन सीधे सोनू सूद से है।
इतनी बड़ी राशि का छात्रों के अकाउंट में आना सीधे मनी-लॉड्रिंग की ओर इशारा करता है। फिलहाल सोनू सूद पर भी मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स बचाने के लिए फर्जी तरीकों का इस्तेमाल करने का आरोप है। बिहार ग्रामीण बैंक के जिस खाते में पैसे आए वह इंडस्लैंड बैंक के खाते में डाले गए हैं। यह खाता ‘स्पाइस मनी’ कंपनी का है। सोनू सूद भी इस कंपनी के ब्रांड एंबेसडर है बताया तो यह भी जा रहा है कि पिछले एक साल से वो स्पाइस मनी कंपनी में प्रमुख भूमिका में है। ऐसे में शक को और भी गहरा हो जाता है कि कहीं छात्रों के खाते में इतनी बड़ी राशि आने में कहीं सोनू सूद भी तो शामिल नहीं हैं।
बैंक की सफाई
एक चौंकाने वाली बात यह भी है की उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की भेलागंज शाखा, जिसमें इन दोनों लड़कों के खाता हैं, उसने स्पष्ट किया है कि उनके अकाउंट में ऐसा कुछ दिख नहीं रहा है। तो सवाल यह है अगर ऐसा नहीं है तो यह ख़बर आई कहां से और अगर ऐसा हुआ है तो बैंक इससे मना क्यों कर रहा है। बिहार ग्रामीण बैंक ने अब इस मामले में इंडस्लैंड बैंक की भूमिका स्पष्ट करने के लिए उन को पत्र लिखकर उनसे जवाब तलब किया है। हालांकि कलेक्टर उदय मिश्रा ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
सायबर फ्रॉड का शक
कटिहार लीड बैंक के मैनेजर एम.के मधुकर ने अंदेशा जताया कि यह पूरा मामला साइबर फ्रॉड से जुड़ा हुआ हो सकता है। साथ ही इस मामले में इनडसलैंड बैंक का वो ग्राहक सेवा केंद्र जिसमें उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के खाता धारक उन दोनों छात्रों के एकाउंट में मनी ट्रांजैक्शन से जुड़ी कंपनी ‘स्पाइस मनी’ से जुड़कर अभिनेता सोनू सूद के कनेक्शन की चर्चा है।
तो फिलहाल यह बात इनडुस्लैंड बैंक के द्वारा दिए गए जवाब से ही स्पष्ट हो सकती है। लेकिन अगर आगे जाकर इस कॉलिंग सोनू सूद से स्पष्ट हो जाता है तो फिर वह बहुत बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं।