BREAKING NEWS: राजभवन पहुँचकर सीएम अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा…
कैप्टन की पंजाब में गई कप्तानी, अब सिद्दू का खेमा चुनेगा पंजाब का अगला सीएम?...
महीनों से चला आ रहा पंजाब का राजनीतिक द्वंद्व अब नए सिरे पर पहुँच गया है। जी हां आज पंजाब की सियासत में बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने कैबिनेट का इस्तीफा भी राज्यपाल को सौंप दिया है। वहीं कांग्रेस आलाकमान के आदेश पर आज शाम 5 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में विधायक अपना नया नेता चुन सकते हैं।
बता दें कि 40 विधायकों के मोर्चा खोलने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही उनके मंत्रिमंडल ने भी इस्तीफा सौंप दिया। वह 20 विधायकों और अधिकतर पंजाब के सांसदों के साथ राजभवन पहुंचे। इसके बाद राजभवन के बाहर से मीडिया को संबोधित करते हुए कैप्टन ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में तीसरी बार यह हुआ। इससे वह अपमानित महसूस कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मैंने सुबह ही इस्तीफा देने का फैसला कर लिया था और इसकी जानकारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी दे दी थी।
Submitted my resignation to Honble Governor. pic.twitter.com/sTH9Ojfvrh
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) September 18, 2021
इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि, ”जिस पर आलाकमान को भरोसा है, उसे पंजाब का अगला मुख्यमंत्री बनाए। मुझे ऐसा लगा कि उन्हें मुझपर भरोसा नहीं है।” हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह अभी भी कांग्रेस में ही हैं और भविष्य में समय आने पर फैसला लेंगे। उधर, कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के विधायक दलों की शाम पांच बजे बैठक होगी और माना जा रहा है कि उसमें नए विधायक दल के नेता का चुनाव किया जा सकता है।
Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh reaches Raj Bhavan, Chandigarh pic.twitter.com/idDChyk4qo
— ANI (@ANI) September 18, 2021
CM @capt_amarinder has met Punjab Governor and submitted his and his council of ministers’ resignation. He will address the media at the Raj Bhavan gate in a few minutes from now.
— Raveen Thukral (@RT_MediaAdvPBCM) September 18, 2021
गौरतलब हो कि कैप्टन के इस्तीफे के बाद अब पंजाब कांग्रेस में भी फूट की आशंका से पूरी तरह से इनकार नहीं किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को फोन करके एआईसीसी (AICC) द्वारा बिना उन्हें विश्वास में लिए कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाए जाने पर ऐतराज दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह से पार्टी में उन्हें दरकिनार किया जाता रहा तो वो बतौर सीएम बने रहने के इच्छुक नहीं हैं। वहीं सिद्धू खेमे की ओर से कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की चर्चा है। सूत्रों के मुताबिक नाराज विधायक नवजोत सिंह सिद्धू या सुनील जाखड़ का नाम बतौर अगले विधायक दल के नेता के तौर पर आगे बढ़ा सकते हैं।
पंजाब के घटनाक्रम पर बीजेपी का तंज…
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दिया है इसकी पटकथा तो उसी दिन लिख दी गयी थी जिस दिन नवजोत सिंह सिधु का कांग्रेस में प्रवेश हुआ था क्योंकि जहां-जहां पांव पड़े ‘संतन’ के तहां-तहां बंटाधार ।
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) September 18, 2021
वहीं, पंजाब में जारी सियासी घटनाक्रम पर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमला बोल रही है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि जहाज जब डूबने वाला होता है तो हिचकोले खाने लगता है। उन्होंने अंबाला में कहा कि पंजाब कांग्रेस उसी प्रकार ने हिचकोले खा रही है। इसी वजह से इनका आपसी टकराव हो रहा है।
सिद्धू के सलाहकार ने भी कांग्रेस पार्टी को घेरा…
2017,PUNJAB GVE CONG 80 MLAs. SADLY, PARADOXICALLY CONGMEN DIDN’T GET A CONG CM AS YET. TIME TO HVE ONE AFTER A LONG AGONIZING WAIT OF 4 AND HALF YRS WITH AN OPPORTUNITY TO CHOOSE ONE AND RELCT CONG AGAIN TO HVE PARTY CM WITH PAIN OF PUNJAB AND PUNJABIES AT HEART FOR 5 YRS 1/N
— MOHD MUSTAFA, FORMER IPS (@MohdMustafaips) September 18, 2021
आख़िर में जानकारी के लिए बता दें कि सिद्धू के सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा ने ट्वीट कर लिखा कि, 2017 में पंजाब ने हमें 80 विधायक दिए, लेकिन दुखद ये है कि कांग्रेस पार्टी एक अच्छा मुख्यमंत्री पंजाब को नहीं दे पाई। पंजाब के दुख और दर्द को समझते हुए अब समय आ गया है कि मुख्यमंत्री का चेहरा बदला जाए।