केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की पहचान कहीं न कहीं उनकी साफ़गोई और उनके काम ही हैं। वैसे भी कहते हैं न कि काम बोलता है और नितिन गडकरी इस मामले में अव्वल दर्जें के नेता हैं। वह न सिर्फ़ खरी-खरी बोलते हैं, बल्कि काम करके दिखाने में विश्वास रखते हैं। बता दें कि नितिन गडकरी कभी मंच से ही अधिकारियों को फटकार लगाते हुए दिखते हैं तो कभी राजनीति से लेकर अपने निजी जीवन तक के मजेदार किस्से सुनाकर लोगों को गुदगुदाते हैं। जी हां गडकरी ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में बताया कि कैसे उन्होंने सड़क परियोजना में बाधक बन रहे अपने ससुर का घर भी तोड़ डाला था।
बता दें कि नितिन गडकरी ने गुरुवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और उन्होंने हरियाणा के सोहना में एक कार्यक्रम को भी संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने लंबे कार्यकाल के अनुभव भी वहां पर मौजूद अभियंताओं और पत्रकारों के साथ साझा किए। इस दौरान उन्होंने वह किस्सा भी सुनाया जब उनके ससुर का घर सड़क परियोजना में बाधक बन गया था और उन्होंने इस पर बुलडोजर चलवा दिया था।
नितिन गडकरी ने अपने ससुर के घर पर चलवा दिया था बुलडोजर…
गौरतलब हो कि नितिन गडकरी ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की तारीफ करते हुए अपना किस्सा सुनाया और कहा कि, ”आपने जो किया वह मैंने भी किया था। जब मेरी नई-नई शादी हुई थी तो मेरे ससुर का घर सड़क के बीचोंबीच आ रहा था। जाहिर है यह बड़ी समस्या थी। लोगों का आवागमन सुलभ नहीं हो रहा था। ऐसे में इससे निजात पाना नितांत आवश्यक था। फ़िर ऐसे में मैंने पत्नी को बताए बिना ससुर जी के घर पर बुलडोजर चलवा दिया और सड़क का काम पूरा किया। इसके बाद आम जनता का आवागमन सुलभ हो गया।
इतना ही नहीं इस दौरान गडकरी ने आगे कहा कि, ”मुझे अधिकारी बता रहे थे कि आपका (राव इंद्रजीत सिंह) भी, भाभी जी का घर बीच में आ रहा था तो आपने कहा कि आपको यह तोड़ना होगा और जगह खाली करनी होगी, नेताओं को यही करना चाहिए। अतिक्रमण बचाने का पाप नहीं करना चाहिए।” वहीं टोल टैक्स के मसले पर नितिन गडकरी ने यहां बयान दिया और कहा कि अगर आपको अच्छी सर्विस चाहिए, तो उसके लिए पैसा भी देना होगा। एसी हॉल में कार्यक्रम करना है तो पैसे देने होंगे। मुफ्त में करना है तो खुले मैदान में भी शादी हो सकती है।
इसके बाद नितिन गडकरी बोले कि हमारे मंत्रालय का बजट एक लाख करोड़ रुपये का है, लेकिन हम 15 लाख करोड़ की सड़क बना रहे हैं। अगर हम इन्वेस्टर्स से पैसा लेते हैं, तो उन्हें वापस भी देना पड़ता है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर गुरुग्राम के आसपास दो-तीन स्मार्ट सिटी बनाई जा सकती हैं। किसी भी देश की सड़कें बेहतर होना जरूरी है, धौलाकुआं के पास एक पुलिस स्टेशन है। उसे हटाकर भी सड़क चौड़ी की जा सकती है।
सड़कें किसानों को बनाती हैं धनवान…
इतना ही नहीं गुरुवार को एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि किसान धनवान बनें। मैंने अपने ऑफिस में लिखकर रखा है कि अमेरिका की सड़कें अच्छी नहीं हैं क्योंकि अमेरिका अमीर है। लेकिन अमेरिका धनी है क्योंकि रोड अच्छी हैं। ये कैनेडी ने कहा था कि रोड से खुशहाली आती है, विकास होता है। रोड बनाने के बाद जमीन की कीमतें बढ़ जाती है।
मैंने किसानों को बाजार भाव से डेढ़ गुना दाम दिए हैं। अपने संबोधन के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस के निर्माण की लागत 95 हजार करोड़ रुपये के आस पास आने वाली है। वहीं एक्सप्रेस वे की खूबियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 21 किलोमीटर सिक्स लैंड ग्रीन फील्ड मार्ग जेवर एयरपोर्ट के लिए भी बनाया जा रहा है। हरियाणा में 6 जगहों पर सड़क किनारे लोगों को जन सुविधाएं मिलेगी।