आगरा का शातिर अपराधी दिल्ली में बन गया साधु। 20 साल बाद लगा पुलिस के हाथ
बीते दिनों एक अजीबोगरीब मामला निकलकर सामने आया है। जी हां यह ख़बर सुनकर आप भी भौचक्के रह जाएंगे कि कोई आदमी इतना शातिर कैसे हो सकता है। बता दे कि जानलेवा हमले के मामले में सजा होने के बाद आरोपित एक व्यक्ति करीब 20 वर्ष से साधु का वेश धारण करके दिल्ली में छिपा था। इतना ही नहीं वहां उसने अपना मकान भी खरीद लिया था। गौरतलब हो कि बुधवार को वह किसी काम से अपने गांव पहुंचा तो पुलिस को भनक लग गई। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया। वहीं कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेजा गया है।
बता दें कि यह पूरा मामला आगरा के गांव अमर सिंह पुरा का है। जहां से फरार चल रहे जानलेवा हमले के आरोपी को बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक करीब 23 साल पहले आरोपी ने पड़ोस में रहने वाले युवक पर चाकू से हमला किया था। इसके बाद वह साधु बनकर छिपा हुआ था।
गौरतलब हो कि गांव अमरसिंह पुरा में पड़ोसी पर जानलेवा हमले के आरोप में फरार चल रहा वांछित रामलखन उर्फ लक्ष्मण (65) को सुबह करीब सात बजे शांति निकेतन पब्लिक स्कूल के पास स्थित हनुमान मंदिर से गिरफ्तार किया गया। आरोपी साधु बनकर छिपकर रह रहा था। पुलिस के मुताबिक वर्ष 1978 में रामलखन ने गांव के ही एक सजातीय युवक पर चाकू से हमला बोला था। उसके शरीर पर चाकू से 12 घाव किए थे।
उसके बाद पुलिस ने रामलखन को गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया था। तब उसकी उम्र 22 वर्ष थी। मामले के विचारण के बाद कोर्ट ने उसको दस वर्ष तक जेल में रहने की सजा सुना दी। आरोपित बाद में जमानत पर जेल से छूटा और उसने हाईकोर्ट में अपील की। हाईकोर्ट ने वर्ष 1989 में उसकी सजा कम करके चार वर्ष छह माह करने के आदेश दिए। इसके बाद से आरोपित फरार चल रहा था। कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किए। पुलिस ने गिरफ्तारी के प्रयास किए, लेकिन वह हाथ नहीं आया।
बता दें कि रामलखन गांव से अपना मकान बेचकर चला गया था। कोर्ट ने कुर्की के आदेश दिए, लेकिन उसका ठिकाना पुलिस को नहीं मिल रहा था। बुधवार को वह गांव में किसी काम से आया था। पुलिस को इसकी भनक लग गई। इसके बाद उसे दबोच लिया गया। पूछताछ में पता चला कि वह सजा होने के बाद अपना मकान बेचकर दिल्ली चला गया था।
दिल्ली के प्रहलाद पुर में उसने तीस गज का मकान खरीद लिया। वहां दो विधवा महिलाओं के साथ रहता था। पुलिस और लोगों की नजर से बचने को उसने दाढ़ी बढ़ा ली और साधु का वेश बना लिया। अब उसकी उम्र करीब 65 वर्ष है। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर एडीजी पंचम की कोर्ट में पेश किया। कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया है।