अखिलेश का बड़ा प्रहार इस बार बीजेपी की होगी कड़ी हार, सपा जीतेगी 400 सीटें
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में अभी भले ही समय बचा हो लेकिन राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां और रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही राजनीतिक हमले भी तेज हो गए हैं, हाल ही में अखिलेश यादव ने एक बयान जारी करते हुए दावा किया कि इस बार प्रदेश में पार्टी की बड़ी जीत और बीजेपी की करारी हार होगी।
विकास के मुद्दे पर लड़ेंगे चुनाव
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा विकास पर ही ध्यान देती है और विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी। आज बीजेपी की सरकार जिन कामों का श्रेय ले रही है वह भी उन्हीं के कार्यकाल के हैं। पिछले 5 सालों में बीजेपी ने विकास का कोई नया कार्य नहीं किया है।
अखिलेश ने राम मंदिर के बारे में बोलते हुए कहा की राम हम सब के भगवान हैं वह हमारे लिए कोई चुनावी मुद्दा नहीं है, सुप्रीम कोर्ट का जो निर्णय आया वह हमने स्वीकार किया। राम मंदिर बीजेपी के लिए केवल चुनावी मुद्दा है। उसे विकास से कोई मतलब नहीं है हमारे कार्यकाल में जो हमने विकास कार्य किए थे उसी का बीजेपी शिलान्यास और उद्घाटन कर रही है। वह हमारी सरकार थी जिसने रिकॉर्ड समय में आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे बनवाया।
परिवारवाद पर अखिलेश का स्टैंड
पार्टियों में परिवारवाद के सवाल का जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लिए पद महत्वपूर्ण नहीं है हमारा परिवार एक समाजवादी आंदोलन से जुड़ा हुआ है हमारे यहां कोई पद के लिए काम नहीं करता। अभी सवाल को टालते हुए उन्होंने कहा कि क्या बीजेपी में परिवारवाद नहीं है वहां पर भी कई मंत्रियों के बेटे मंत्री बने हैं। उनका इशारा अमित शाह के बेटे जय शाह की तरफ था जो अभी बीसीसीआई के अध्यक्ष हैं। चाचा शिवपाल यादव की पार्टी से गठबंधन पर उन्होंने कहा कि हमारी उनसे लगातार बात होती है जो भी होगा वह सबके सामने होगा अगर गठबंधन होगा तो चाचा से नहीं उनकी पार्टी से होगा।
वादा तोड़ना भाजपा का चरित्र
उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में लिखा गया अभी काम पूरा नहीं किया उनका यह चरित्र बन चुका है वादा करके भूल जाना। डॉ राम मनोहर लोहिया कहते थे की वादाखिलाफी भी भ्रष्टाचार है इस हिसाब से बीजेपी सबसे बड़ी भ्रष्टाचारी पार्टी है। योगी सरकार किसानों और नौजवानों से किए हुए वादे भूल गई ना तो उन्हें समर्थन मूल्य मिला न तो उनका कर्ज माफ हुआ। गन्ना किसान अभी बकाया लिए घूम रहा है उनका दस हजार करोड़ बकाया है। सरकार ने केवल मिल मालिकों को फायदा पहुंचाया है।
कांग्रेस के साथ गठबंधन होगा या नहीं
इस सवाल के जवाब में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि बड़ी पार्टियों के साथ उनका गठबंधन का अनुभव अच्छा नहीं रहा है। इसलिए इस बार समाजवादी पार्टी छोटी पार्टियों को मौका देकर उनके साथ गठबंधन करने पर विचार कर रही हैं। अखिलेश ने आगे कहा इस बार जनता बदलाव देख रही है वह परेशान हो चुकी है महंगाई से बेरोजगारी से। चारों तरफ महंगाई के कारण हाहाकार है पेट्रोल के दाम दोगुने हो चुके हैं लेकिन सरकार लोगों की बात नहीं सुन रही।
सभी पार्टियां कर रही तैयारी
चुनाव के कुछ ही महीने बचे हैं और अब बीजेपी से लेकर आम आदमी पार्टी तक सभी ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है। कल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ में रैली को संबोधित। 2 दिन पहले आम आदमी पार्टी ने रामलला की शरण में जाकर अयोध्या से तिरंगा यात्रा निकालते हुए चुनावी यात्रा का आगाज किया। तो वहीं मायावती भी लगातार ब्राह्मण और दलित सम्मेलन कर रही हैं। समाजवादी पार्टी की भी आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति लगभग तैयार है और जल्द ही वह भी चुनावी बिगुल फूंक सकती है। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी से बीजेपी के हारने के बाद विपक्षी पार्टियों का हौसला और भी बढ़ा है इसलिए कोई भी इस मौके को छोड़ना नहीं चाहता। बीजेपी भी चाहती है कि वह दोबारा उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर इतिहास रच दे।