योगी के बयान से नसीरुद्दीन को आपत्ति : कहा- उनका बयान टिप्पणी के लायक नहीं, नफ़रत उगलते है
हिंदी सिनेमा के मशहूर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह अक्सर अपने बयानों के चलते सुर्ख़ियों में आ जाते हैं. हाल ही में उन्होंने तालिबान का समर्थन करने वाले भारतीय मुसलमानों को जमकर लताड़ा था वहीं अब वे अपने हालिया बयान के चलते काफी सुर्ख़ियों में है. हाल ही में नसीरुद्दीन शाह ने काफी कुछ कहा है और उन्होंने अलग-अलग मुद्दों पर बात की है.
अपनी पेशेवर ज़िंदगी से अलग हटकर नसीरुद्दीन अक्सर देश-दुनिया में चल रहे मुद्दों पर बात करते हैं. वहीं इस बार उन्होंने उत्तर प्रदेश के फायरब्रांड मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर टिप्पणी की है और उनके ‘अब्बा जान’ वाले बयान को अमानवीय बताते हुए उसे प्रतिक्रिया देने के लायक भी नहीं समझा. नसीरुद्दीन ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा कि, ‘यूपी के सीएम द्वारा दिया गया अब्बा जान वाला बयान अमानवीय है और यहां तक कि वो प्रतिक्रिया के लायक भी नहीं है.’
नसीरुद्दीन ने कहा कि, ‘इस पर वैसे तो प्रतिक्रिया देने का कोई मतलब नहीं है. लेकिन सच ये है कि अब्बा जान बयान उस नफरत से भरे बयानों का सिलसिला है, जो वो हमेशा से उगलते आए हैं.’ आपको जानकारी के लिए याद दिला दें कि सीएम योगी ने अपने एक हालिया बयान में कहा कि, ‘2017 से पहले सिर्फ ‘अब्बा जान कहने वालों को ही राशन मिलता था.’ योगी का इस बयान वाला वीडियो सोशल मीडिया पर ख़ूब देखा गया था.
समाचार चैनल से बातचीत के दौरान नसीरुद्दीन से यह सवाल किया गया कि क्या उन्हें अपने बयान के लिए हिंदू दक्षिणपंथी से समर्थन मिला ? जवाब में अभिनेता ने कहा कि, ‘हिंदुओं को भारत में बढ़ती दक्षिणपंथी कट्टरता के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए. यह समय है कि उदार हिंदू इसके खिलाफ बोलें, क्योंकि अब यह बढ़ता ही जा रहा है.’
बातचीत के दौरान नसीरुद्दीन ने यह भी बताया कि मुस्लिम होने का उनके फ़िल्मी करियर पर कोई असर नहीं पड़ा. उन्होंने बताया कि, ‘मुस्लिम होने के कारण फिल्म इंडस्ट्री में कभी भी भेदभाव का शिकार नहीं होना पड़ा लेकिन उन्हें फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों को अपने मन की बात कहने के लिए हर जगह पर परेशान किया जाता है.’ उन्होंने आगे कहा कि ‘आखिर बॉलीवुड के तीनों खान (सलमान, शाहरुख और आमिर) क्यों हमेशा खामोश रहते हैं. वह इन तीनों की तरफ से तो नहीं बोल सकते हैं मगर उन्हें इस बात का अंदाजा है कि इन लोगों को कितने उत्पीड़न का शिकार होना पड़ेगा.’
नसीरुद्दीन शाह यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि, ‘वे (सलमान, शाहरुख और आमिर) उस उत्पीड़न के कारण चिंतित हैं जिसका उन्हें शिकार बनाया जाएगा. उनके पास खोने के लिए काफी कुछ है. यह केवल आर्थिक उत्पीड़न नहीं होगा या एक दो विज्ञापन छूटने तक सीमित नहीं होगा बल्कि हर तरह से परेशान किया जाएगा. जो भी बोलने की हिम्मत करता है उसी का उत्पीड़न किया जाता है. यह केवल जावेद साहब या मुझ तक सीमित नहीं है, जो भी दक्षिणपंथी मानसिकता के खिलाफ बोलेगा उसके साथ ऐसा होगा.’
गौरतलब है कि नसीरुद्दीन शाह बीते करीब 50 सालों से हिंदी सिनेमा से जुड़े हुए हैं. उनका फ़िल्मी करियर काफी शानदार रहा है. अपने करियर में अभिनेता ने ‘निशांत’, ‘आक्रोश’, ‘मिर्च मसाला’, ‘अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है’, ‘जुनून’, ‘मंडी’, ‘अर्ध सत्य’, ‘जाने भी दो’ जैसी कई शानदार फिल्मों में काम किया है.