खाना खाने के इंतज़ार में थे 3 भाई बहन लेकिन समा गए मौत के मुँह में, मुजफ्फरपुर में हुई बड़ी घटना
बिहार के मुजफ्फरपुर के पास मीनापुर के गांव में गैस सिलेंडर फटने से बड़ा हादसा हो गया जिसमें चार लोगों की मौत हो गई जबकि उनकी मां बुरी तरह से झुलस गई थी उसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया। टंकी से गैस लीक हो रही थी इसी दौरान चूल्हा चालू करने से ब्लास्ट हो गया और घर में आग लग गई।
दरअसल मुजफ्फरपुर के नंदना गांव में शोभा नाम की महिला शाम को घर में खाना बना रही थी उसी वक्त पाइप लीक होने की वजह से गैस का रिसाव होने लगा और टंकी ने आग पकड़ ली। टंकी में लगी आग को देखकर वह तेजी से चिल्लाते हुए बाहर आई लेकिन उससे पहले गैस टंकी ब्लास्ट हो गई जिसमें घर में ही मौजूद बच्चों दीपांजलि, आदित्य और विवेक की मौत हो गई। परिवार में उसकी सास भी है जो उस वक्त घर से बाहर सब्जी लेने गई थी गनीमत रही कि उन्हें कुछ नहीं हुआ।
महिला की जान तो बच गई लेकिन आग लगने की वजह से वह भी बुरी तरह झुलस गई उसे मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ब्लास्ट इतना जोरदार था कि पूरे इलाके में उसकी आवाज सुनाई दी आग पर काबू पाने में भी कड़ी मशक्कत करना पड़ी।
पति रहता है दिल्ली
गांव में महिला उसके तीन बच्चे सांस ही रहते हैं। जबकि उसका पति दिल्ली में नौकरी करता है उसे भी घटना की जानकारी दे दी गई है। वह दिल्ली में रहकर मजदूरी करता है उसी की मजदूरी से घर खर्च चलता था। जानकारी मिलने के बाद वो घर लौट रहा है। आसपास के रहने वाले लोगों ने कहा कि जैसे में एक जोरदार आवाज सुनाई दी वह लोग इकट्ठा हो गए तब पता चला कि सिलेंडर फटा है।
दरवाजा बंद था इसलिए नहीं खुला गेट
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि टंकी के पास में ही कंबल रखा था जिसने आग पकड़ ली वो तीनों बच्चों को लेकर भागी उनके घर का गेट बंद था महिला भागी लेकिन गेट बंद होने के कारण वह घर से बाहर नहीं निकल सके और उससे पहले ही हादसा हो गया। जैसे लोगों को पता चला वह तुरंत घर की तड़प थोड चारों को बाहर निकाला और गाड़ी से अस्पताल भेजा।
इसी बीच आग दिल में लगी हुई थी जिस कारण कई लोग झुलस गए। महिला के रिश्तेदार विजय ने बताया कि जिस समय उन्हें घर से बाहर निकाला गया आप उस समय तीनों बच्चे जीवित है और झुलसने के कारण चिल्ला रहे थे। फायर ब्रिगेड की टीम भी तुरंत पहुंचे लेकिन घर का सामान तब तक जलकर खाक हो चुका था।