राहुल भट्ट ने खोला अपने बाप महेश भट्ट का राज़, वो न कभी मुझे अपना बेटा माना न बेटों की तरह पाला
फिल्म निर्माता महेश भट्ट की विचारधारा से हर कोई परिचित है वो अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। लोग उन पर सेकुलर दिखने के लिए प्रो मुस्लिम होने का आरोप भी लगाते हैं। लेकिन इस बार यह आरोप किसी और ने नहीं उनके बेटे राहुल भट्ट ने लगाया है और वह भी उनकी पहचान से जुड़ा आरोप है। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में राहुल ने अपने पिता पर कई गंभीर आरोप लगाए।
पहचान बदलना चाहते थे पिता
राहुल ने पिता को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि उनका नजरिया मेरे प्रति कभी अच्छा नहीं रहा। वो न तो मुझे अपने बेटे की तरह मानते थे और ना उन्होंने कभी उस तरह रखा। बहुत से लोगों को इस बात पर भरोसा नहीं होता कि वह मेरा नाम मोहम्मद रखना चाहते थे, वह चाहते थे कि मेरी पहचान मुस्लिम नाम से हो। लेकिन उनकी नहीं चली क्योंकि पड़ोस में रहने वाले महाराष्ट्र के लोगों ने उनकी एंग्लो इंडियन मां से अनुरोध किया कि महेश भट्ट के पास अपने आपको सेकुलर दिखाने के कई और मौके आएंगे।
राहुल भट्ट ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अगर वह अच्छे मुस्लिम हैं तो उन्हें अपने सभी बच्चों के साथ एक जैसा बर्ताव करना चाहिए। उनकी मां भले ही मुस्लिम हो लेकिन मेरा उनसे कभी संवाद नहीं रहा। इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल है कि अगर मेरा नाम मोहम्मद होता तो किसी को पता भी नहीं होता कि मैं महेश भट्ट का बेटा हूं और शायद मैं आज जेल में बंद होता जिसकी चाबी समुद्र में फेंक दी जाती।
पिता साथ होते तो हेडली के संपर्क में नहीं आता
एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि हमारे रिश्ते की यही सच्चाई है कि उन्होंने मुझे कभी बेटे की तरह नहीं माना। जब भी मुझे जरूरत पड़ी वह मौजूद नहीं रहे। अगर वह होते तो मैं मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हेडली के संपर्क में भी नहीं आता। मुझे यह सब नहीं कहना चाहिए लेकिन उन्होंने मेरे साथ एक नाजायज़ औलाद की तरह बर्ताव किया।
मुझे गॉडफादर 3 के एंडी गर्शिया जैसा महसूस होता था। उन अनुभवों को याद करना, महसूस करना बेहद डरावना है। लेकिन सच यही है कि उन अनुभवों ने मुझे इतना मज़बूत बनाया है। मेरे भीतर हमेशा एक असुरक्षा का भाव था, लेकिन समय के साथ अब सब ठीक हो गया।
विवादों में रहे राहुल
राहुल एक अभिनेता, बॉडी बिल्डर और जिम ट्रेनर है। वो दंगल के लिए आमिर खान को ट्रेन कर चुके हैं। उनका नाम आतंकी हेडली से नजदीकियों के चलते मुंबई में हुए ताज हमले से जोड़ा जाता है। अपनी किताब “हेडली एंड आई” में उन्होंने लिखा था कि वह हेडली को अपने पिता की नज़र से देखते थे, उन्हें नहीं मालूम था कि वो एक आतंकी है। राहुल ने लिखा था कि मेरी मुलाकात हेडली से तब हुई थी जब मैं मुंबई की अमेरिकन जिम में ट्रेनर था।
एक इंटरव्यू के दौरान जब हेडली को लेकर उनसे सवाल किया गया था तो उन्होंने कहा कि उससे बात कर कर बिल्कुल ऐसा नहीं लगता था वह आतंकी है। उसे प्रत्यर्पण कर मुंबई लाकर जेल में सड़ा देना चाहिए।