शिवसेना का ऐलान: UP में चुनाव लड़ भाजपा को सिखाएगी सबक, सभी 403 सीटों पर उतारेगी अपने प्रत्याशी
यूपी में पैर पसारने का सपना देख रही शिवसेना
महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार राज कर रही है। लेकिन अब वे अपने पैर उत्तर प्रदेश में भी पसारने के सपने देख रही है। इस संबंध में उन्होंने हाल ही में ऐलान किया है कि वे आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी 403 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारने वाले हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। ऐसे में सभी राजनीति पार्टियां तैयारी में लग गई है। यही वजह है कि शिवसेना ने भी अब यूपी से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है।
पार्टी ने इस समबंध में एक प्रेस रिलीज भी जारी की है। इसमें कहा गया कि ‘शिवसेना अब उत्तर प्रदेश की आवाज बन जनता के मध्य आएगी, शिवसेना सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारकर बीजेपी को सबक सिखाएगी।’ वैसे तो अभी तक शिवसेना ने किसी भी दूसरी राजनीतिक पार्टी से कोई गठबंधन नहीं किया है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि वह ऐसा कर सकती है।
शिवसेना ने ने अपनी प्रेस रिलीज में उत्तर प्रदेश में जंगल राज होने की बात कही। उन्होंने कहा कि यहां चिकित्सा व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब है। स्कूल में मनमानी फीस वसूली जा रही है। सुप्रीम कोर्ट ने स्कूलों में 15 फीसदी फीस माफ करने का आदेश दिया था लेकिन फिर भी ऐसा नहीं हुआ। बेरोजगारी और महंगाई अपनी चरम सीमा पर है। युवा पीढ़ी पलायन कर रही है। किसानों, ब्राह्मणों के साथ बुरा व्यवहार किया जा रहा है। ऐसे में शिवसेना प्रदेश की आवाज बन बीजेपी को सबक सिखाएगी। वह सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी।
दरअसल शिवसेना ने हाल ही में लखनऊ में प्रान्तीय कार्यकारिणी की बैठक की थी। इसी के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने का यह फैसला लिया। बैठक के पश्चात पार्टी के प्रदेश प्रमुख ठाकुर अनिल सिंह बोले कि यूपी में कानून-व्यवस्था की स्थिति बहुत बुरी है। कोरोना महामारी के दौर में लाशों को जलाने के लिए साधन भी नहीं मिले। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में जंगल राज चल रहा है। बहन-बेटियों की इज्जत लूटी जा रही है। यूपी सरकार ब्राह्मणों के साथ बुरा व्यवहार कर रही है।
बताते चलें कि 2017 के चुनाव में भाजपा ने बाजी मारते हुए 403 में से 312 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं सपा और कांग्रेस साथ मिलकर भी बीजेपी को नहीं हरा पाए थे। सपा ने 47, जबकि कांग्रेस 7 सीटों पर ही जीत हासिल की थी। वहीं मायावती की बसपा ने 19 सीटें जीती थी।
वैसे आपको क्या लगता है शिवसेना यूपी में बीजेपी को टक्कर दे पाएगी?