तालिबान की मदद करने पर अमेरिका ने सऊदी अरब को दिया झटका, हटा दिया एयर डिफेंस सिस्टम
अमेरिका ने सऊदी अरब को बड़ा झटका देते हुए प्रिस सुल्तान एयरबेस से अपनी मिसाइल सुरक्षा प्रणाली को हटा लिया है। ये ऐसे वक्त में हुआ है जब सऊदी अरब लगातार यमन में मौजूद हुती विद्रोहियों के हवाई हमले झेल रहा है। अमेरिका के इस निर्णय से अरब देशों में अफरा-तफरी का माहौल है।
ये चौंकाने वाला खुलासा न्यूज़ एजेंसी असोसिएटेड प्रेस की ख़बर में हुआ जब उसने हाल ही में उपग्रह से ली गई तस्वीरों में देखा कि रियाद एयरपोर्ट के बाहर पहले जो पैट्रियट बैटरी थी वो वहां नहीं हैं। ये ख़बर मिलते ही सऊदी समेत अरब के सभी देशों में चिंता बढ़ गई हैं, क्यों कि एक तरफ उनपर हुती विद्रोहियों का खतरा मंडरा रहा है तो दूसरी तरफ अमेरिका की सेना को एशिया में बढ़ते सैन्य खतरे की आशंका है और उसके लिए उसे मिसाइल रक्षा प्रणाली की जरूरत है। हाल ही हुती विद्रोहियों की तरफ से किए गए हवाई हमलों में आठ लोग जख्मी हो गए थे।
इस इलाके में संघर्ष बढ़ने का खतरा इसलिए भी ज्यादा है क्यों कि विश्व शक्तियों के साथ ईरान के परमाणु समझौते के खत्म होने के बाद इसको लेकर वियना में हो रही बातचीत भी अटक गई है और इसके शुरु होने के अभी कोई संकेत नहीं है।वहीं पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने भी हवाई रक्षा प्रणाली को हटाने की बात स्वीकार की साथ ही कहा कि हमने पश्चिम एशिया के अपने सहयोगियों के साथ ‘ व्यापक और गहरी प्रतिबद्धता’ बनाए रखी है।
अमेरिका के पैट्रियट बैटरी (हवाई सुरक्षा प्रणाली) हटाने की बात को तालिबान से इसलिए भी जोड़कर देखा जा रहा है क्यों कि उसके सुरक्षा प्रणाली को हटाने वाली घटना भी उसी वक्त हुई जब वो अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की वापसी करा रहा था इसीलिए इसे अमेरिका के एशिया से पूरी तरह एक्जिट के तौर पर भी देखा जा रहा है।
हांलाकि एपी को एक बयान में, सऊदी अरब के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सऊदी की सेना अपनी जमीन, समुद्र और हवाई क्षेत्र तथा लोगों की रक्षा करने में सक्षम है साथ ही उनकी तरफ से अमेरिका के साथ देश के संबंध को ‘मजबूत, दीर्घकालिक और ऐतिहासिक बताया गया।
सऊदी अरब दे रहा तालिबान का साथ
तालिबान का समर्थन करने के मामले में अब पूरी दुनिया बंटते नज़र आ रही हैं भारत ने तालिबान को केवल एक विद्रोही संगठन बता दिया है। लेकिन मुस्लिमों के सबसे बड़े संरक्षक बनने वाले सऊदी अरब ने इसे मान्यता दे दी है। सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैज़ल ने कहा कि अफगान को बिना किसी बाहरी हस्तक्षेप के अपने देश के लिए विकल्प चुनने में सक्षम होना चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि तालिबान समेत अन्य पार्टिंया वहां के लोगों के लिए शांति, सुरक्षा, संपत्ति और जीवन रक्षा के लिए काम करेंगी। हाल ही में सऊदी अरब ने अफगान के लोगों के लिए दवाई और अन्य सामग्री भी पहुंचाई थी।
क्या होती है पैट्रियट बैटरी
पैट्रियट बैटरी मिसाइल लॉन्ट व्हिकल में लगी होती है जिसके अंदर मिसाइल्स होती हैं। एक पैट्रियट बैटरी में 16 मिसाइल्स होती हैं इसे व्हिकल पर रखकर कहीं भी ले जाया जा सकता है।