नींद में ही भगवान पास चली गई 4 साल की मासूम, माता पिता की एक गलती ने ले ली जान
दुनियाभर में कोरोना महामारी का प्रभाव भले थोड़ा कम हो गया हो लेकिन ये पूरी तरह से गया नहीं है। कोरोना की तीसरी लहर कभी भी दस्तक दे सकती है। इस महामारी की पहली और दूसरी लहर काफी खतरनाक थी। इसमें कई लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है। हालांकि अब कोरोना की वजह से मरने वालों की संख्या में काफी कमी देखी गई है। इसका क्रेडिट कोरोना की वैक्सीन को जाता है।
हर देश की सरकार यही चाहती है कि उसके सभी देशवासी कोरोना का टीका लगवाकर सुरक्षित हो जाए। लेकिन कुछ लोग अभी भी कोरोना के टीके लगवाने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। इसका खामियाजा उन्हें और उनके घरवालों को भुगतना पड़ रहा है। अब अमेरिका के टेक्सास की इस घटना को ही ले लीजिए। यहां एक माता पिता को कोरोना का टीका न लगवाने की ये सजा मिली कि उनकी चार साल की बेटी की मौत हो गई।
दरअसल काली कुक नाम की चार साल की बच्ची बीते सोमवार कोरोना संक्रमित पाई गई थी। मंगलवार लगभग 2 बच्चे बच्ची को भूखार आ गया। इसके बाद उसे कुछ दवाई देकर सुला दिया गया। लेकिन सुबह उसकी आंख नहीं खुल पाई। करीब 7 बजे उसकी कोरोना के चलते मौत हो गई। अब उसके माता पिता को पछतावा हो रहा है कि उन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई।
काली कुक टेक्सास के बैक्लिफ की रहने वाली थी। वह अब गैल्वेस्टन काउंटी में सबसे कम उम्र में कोरोना से मरने वाली मरीज बन गई है। सोमवार को बच्ची के कोरोना पॉजिटिव होते ही बाकी परिवार के लोगों को भी क्वारंटीन कर दिया गया था। बेटी की मौत के बाद उसकी मां कर्रा हारवुड वैक्सीन न लगवाने पर पछता रही हैं। उन्होंने कहा कि मैं उन लोगों में से एक थी जो वैक्सीन का विरोध कर रहे थे। अब सोचती हूं कि काश हमने ये वैक्सीन लगवा ली होती।’
परिवार के अनुसार उनकी चार साल की बच्ची जब नींद में थी तभी उसने दम तोड़ दिया। बच्ची का कुछ दिनों पहले ही प्रीस्कूलिंग स्टार्ट हुआ था। गैल्वेस्टन काउंटी के स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के अधिकारी फिलिप कीजर ने बच्ची की इस मौत तो एक त्रासदी बताया। इसके साथ ही उन्होंने कोरोना महामारी के इस दौर में टीकाकरण और सावधानी की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ये काफी डरावना है, लेकिन मेरे ख्याल से लोगों को इस बारे में जानने की आवश्यकता है।’
स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से भी जारी बयान में ये कहा गया कि ये बहुत अहम है कि जब आपके बच्चे बीमार होते हैं तो आप यह न बोले कि ओ वह ठीक हो रहे हैं। यदि बच्चा बीमार है तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं।
ये काफी दुखद है कि एक बच्ची को कोरोना की वजह से अपनी जान गवानी पड़ी। इस घटना से सिख लेते हुए आप सभी भी जल्द से जल्द कोरोना का टीका लगवा ले। क्या पता कल को आपकी वजह से घर में वायरस आ जाए और आपके बच्चों को अपनी चपेट में ले लें। वैसे जल्द ही बच्चों के लिए भी कोरोना के टीके आ जाएंगे, ऐसे में वह भी उन्हें जरूर लगवाना।