बेटी के कातिल की मौत की खबर सुन पिता बोले- ‘पिंडदान से पहले मिली बेटी की आत्मा को शांति’
जिस हत्यारे ने आंखों के सामने मारी थी बेटी को गोली, उसकी मौत की खबर पर पिता ने ऐसे रिएकट किया
एक पिता के लिए उसकी बेटी किसी परी से कम नहीं होती है। वह बड़े नाजों से उसे छोटे से बड़ा करता है। ऐसे में यदि अचानक उसकी बेटी उसकी आंखों के सामने ही दम तोड़ दें तो उसका कलेजा फट जाता है। ऐसा ही कुछ 20 अगस्त की रात गोरखपुर जिले में राजू नयन सिंह के साथ हुआ था। एक बदमाश ने उनकी बेटी काजल को उनकी आंखों के सामने ही गोली मार दी थी। बेटी का कसूर बस इतना था कि जब आरोपी विजय प्रजापति रुपये के लेनदेन के विवाद में उनके पिता राजू नयन सिंह की पिटाई कर रहा था तब वह (काजल) वीडियो बनाने लगी थी। यह देख विजय ने उसे मौके पर ही गोली मार दी थी।
गोली लगते ही राजू नयन बेटी का हाथ थामे उसे तुरंत अस्पताल ले गए थे। मेडिकल कॉलेज से काजल को लखनऊ रेफर किया था। पिता को उम्मीद थी कि अब उनकी बेटी जरूर बच जाएगी। उधर काजल ने भी हार नहीं मानी थी, उसकी भी जीने की इच्छा थी। वह अपने पापा से बार बार यही बोल रही थी कि पापा मेरा ऑपरेशन करा देना, मैं बच जाऊंगी।
काजल की जिंदा रहने की इच्छाशक्ति बहुत प्रबल थी। वह पिता से बातचीत करते हुए लखनऊ तक गई थी। यहां करीब तीन दिनों तक उसका इलाज चला। हालांकि 23 अगस्त को ऑपरेशन से गोली न निकलने के चलते उसका निधन हो गया था। बेटी की मौत के सदमे ने पिता को हिला दिया था। उन्हें बार बार काजल की कही हर बात याद आ रही थी। पिता राजू नयन सिंह बताते है कि मुझे रात को नींद नहीं आती है। बेटी का चेहरा सामने घूमता रहता है। कभी उसका डॉक्टर बनने का ड्रीम दिखता है तो कभी उसकी मौत की याद ताजा हो जाती है।
बेटी की मौत के बाद पिता उसके लिए इंसाफ चाहते थे। यह इंसाफ उन्हें पुलिस ने बहुत अच्छे से दिया। गुरुवार देर रात पुलिस ने काजल की हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। यह खबर जैसे ही काजल के पिता को मिली तो उनके चेहरे पर बेटी के खोने का दुख के साथ एक अच्छा सुकून भी दिखाई दिया।
उनकी आंखों में आंसू लेकिन चेहरे पर खुशी झलक रही थी। बेटी के हत्यारे विजय की मौत की खबर से उन्हें एक एनर्जी सी मिल गई। वे सबके सामने आते ही फफक पड़े। उन्होंने कहा कि ‘पिंडदान से पहले बेटी की आत्मा को शांति मिल गई’। वे आगे कहते हैं कि ‘आज खुशी की बात ये है कि मेरी बेटी यदि जिंदा नहीं रह सकी तो वह भी मार गया जिसने उसकी लाइफ छीनी थी।
बेटी के कातिल को मौत के घाट उतारने के लिए पिता राजू नयन ने फोन करके पुलिस से कहा, थैंक्यू…सर..सैल्यूट यू। आपने मेरे साथ इंसाफ किया। ऐसा महसूस हो रहा है कि मेरी बेटी को वाकई इंसाफ मिला है। अब बस मेरी यही मांग है कि पुलिस बाकी आरोपियों को भी सजा दिलाएं। मैं नहीं चाहता कि किसी और पिता के साथ भी ऐसा हो जैसा मेरे सतह हुआ है। काजल मेरी एकलौती बेटी थी, जो अब इस दुनिया में नहीं है।