राजनाथ सिंह ने दिलाया लोगों को भरोसा, सरकार उनके खान-पान की पसंद पर नहीं लगाएगी रोक!
एजल: देश में इन दिनों बीफ बैन की वजह से काफी हल्ला मचा हुआ है। बीफ बैन के बाद यह अफवाह उड़ी थी कि अब सभी तरह के मांस पर रोक लगा दी जाएगी। हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ। अब जानवरों की मंडी से भी नए नियम बनाए गए हैं। अब किसी भी जानवर को मंडी में काटने के लिए नहीं बेचा जायेगा। साथ ही जानवर खरीदते वक्त यह सिद्ध करना होगा कि आप इसका इस्तेमाल खेती या दूध निकालने के लिए करेंगे।
सरकार कर रही है एक समुदाय को टारगेट:
सरकार के इस फैसले का विपक्षी पार्टियां ने खूब मजाक उड़ाया। उनका यह कहना था कि अब सरकार लोगों के खान-पान पर अप्रत्यक्ष रूप से रोक लगाने की कोशिश कर रही है। विपक्षी पार्टियों का यहां तक कहना था कि बीजेपी सरकार मुख्य रूप से एक समुदाय को टारगेट कर रही है। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि मुस्लिम समुदाय के लोग बीफ और भैंस का मांस इत्यादि खूब खाते हैं।
इसके साथ ही कई ऐसे भी प्रदेश हैं, जहां का मुख्य भोजन ही यही है। ऐसे में उन लोगों से उनका पसंदीदा भोजन छीन लिया जा रहा है। पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में मांस ज्यादा मात्रा में खाया जाता है। इसके साथ ही दक्षिण भारत में भी मांस की खपत ज्यादा है। वहां के लोग भी बैल, भैंस का मांस काफी खाते हैं। ऐसे में केंद्र सरकार पर विपक्ष को निशाना साधने का मौका मिल गया।
लोगों की खान-पान के पसंद पर नहीं होनी चाहिए रोक:
हाल ही में केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले को साफ करते हुए बोला है कि सरकार लोगों के खान-पान की पसंद पर किसी तरह की कोई रोक नहीं लगाएगी। पशु वध के लिए बाजारों में मवेशियों की बिक्री पर लगी रोक के बाद स्थानीय लोगों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि लोगों के खान-पान की पसंद पर किसी तरह की कोई रोक नहीं होनी चाहिए।
राजनाथ सिंह म्यांमार की सीमा से लगे हुए चार पूर्वोत्तर राज्यों के मंत्रियों के पहली बैठक की अध्यक्षता की। इसके बाद राजनाथ सिंह ने संवाददाता सम्मलेन में यह कहा। केंद्र सरकार द्वारा पशु वध के लिए मवेशियों की बिक्री पर लगाए गए प्रतिबन्ध का विरोध करने के लिए वहां के स्थानीय लोगों ने गौमांस प्रतिबन्ध अवहेलना भोज का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया था।