मुंबई में 19 सितंबर तक धारा 144 लागू , पांडाल में नहीं जा सकेंगे श्रद्धालु जूलूस भी नहीं निकलेगा
मुंबई में गणेश पूजा के लिए महाराष्ट्र सरकार का ख़ास इंतज़ाम
आज से गणेशोत्स शुरु हो रहा है जिसके चलते पूरे देश में इसकी धूम हैं। लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुंबई में पहले ही 19 सितंबर तक धारा 144 लगा दी गई है। मुंबई पुलिस की तरफ से देर रात आदेश जारी करते हुए इसकी जानकारी दी गई। आदेश के मुताबकि 5 से ज्यादा लोगों को एक जगह इक्ट्ठे होने की अनुमति नहीं होगी साथ ही भक्तों के गणेश पांडालों में जाने पर भी रोक रहेगी, 19 सितंबर तक जूलूस भी नहीं निकाला जा सकेगा।
महाराष्ट्र सरकार की तरफ से पहले कहा गया था कि लोगों की भावनाओं को देखते हुए पाबंदियों में कुछ हद तक ढील दी जाएगी लेकिन अब कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के चलते ढील देने से मना कर दिया गया है। राज्य सरकार के गृह विभाग की तरफ से भी आदेश जारी कर त्योहारों में सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया था। साथ ही पुलिस की तरफ से लोगों से अपील की गई है कि इस बार वो गणेशोत्सव अपने घर में ही मनाएं।
मुंबई में कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है बुधवार को ही मुंबई में 530 केस सामने आए थे। मुंबई में गणेशोत्सव पर जगह जगह पांडाल बनाए जाते हैं जहां बडी़ मात्रा में भीड़ इकट्ठा होती है। दूसरी तरफ कोरोना की तीसरी लहर का खतरा भी बना हुआ है, इसी कारण प्रशासन को ये सख्त कदम उठाना पड़ा वरना स्थिति भयावह हो सकती थी।
जारी आदेश के मुताबिक 10 सितंबर से 19 सितंबर तक ही धारा 144 लगाई गई है, गौरतलब है कि गणेशोत्सव भी 19 सितंबर तक ही चलेगा। इसीलिए प्रशासन ने पहले ही सतर्कता बरतते हुए जूलूस निकालने व पांडालों में जाने पर पाबंदी लगा दी। हांलाकि पांडालों में जाने पर पाबंदी भले ही लगा दी गई हो लेकिन लाल बाग समेत सभी बड़े पांडालों में भक्त बप्पा के दर्शन ऑनलाईन कर सकेंगे।
मुंबई मेयर की अपील
इस आदेश के बीच मुंबई मेयर किशोरी पेडनेकर ने भी लोगों से अपील कि की वो इस बार घर में ही गणेशोत्सव मनाएं साथ ही उन्होने नारा भी दिया ‘मेरा घर, मेरे बप्पा’ और इसी के तहत लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस बार ये करना हमारे लिए जरुर है वरना तीसरी लहर आ सकती है।
स्वास्थ्य मंत्री ने केरल से सीख लेने को कहा
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमें गणेशोत्सव में खास ध्यान रखते हुए कोरोना प्रोटोकॉल को पालन करने की जरुरत है वरना केरल जैसी स्थिति हो सकती है। उन्होने कहा कि केरल में भी ओनम के बाद से कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई थी इसलिए हमें कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ही गणेशोत्सव मनाना चाहिए।