Politics

अगर बंदूक उठाना इतना ही नेक काम होता तो अलगाववादी नेताओं के बच्चे क्यों बंदूक नहीं उठाते?

कश्मीर घाटी में आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद लोगों में विरोध की भावना पनप रही है। बुरहान की मौत के बाद हुई हिंसा में 12 लोग मारे जा चुके हैं और 200 के करीब लोग घायल हो चुके हैं। इस हिंसा में पुलिस थानों और कश्मीरी पंडितों के घर को जलाए जाने के साथ-साथ उनमें लूट-पाट भी की गई।

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