ऐसी है तालिबान की नई अफ़गान सरकार, 5 हैं UN घोषित आतंकी, एक पर है 50 लाख डॉलर का इनाम
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने मंगलवार को कार्यवाहक सरकार के मंत्रिमंडल की घोषणा की। इस मंत्रिमंडल में 5 UN द्वारा घोषित आतंकवादी भी शामिल हैं। तालिबान ने मुल्ला हसन अखुंद (Mullah Hassan Akhund) को बतौर प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। वहीं दोहा स्थित तालिबान के राजनीतिक दफ्तर के चेयरमैन मुल्ला अब्दुल गनी बरादर (Abdul Ghani Bardar) और मुल्ला अब्दुस सलाम को उप प्रधानमंत्री की पोस्ट दी गई है।
मुल्ला हसन अखुंद तालिबान के निर्णय लेने वाली शक्तिशाली संस्था रहबरी शूरा या नेतृत्व परिषद के प्रमुख भी हैं। यह संस्था शीर्ष नेता के अप्रूवल के अधीन समूह के सभी मामलों को चलाने वाले सरकारी मंत्रिमंडल जैसे वर्क करता है। पाकिस्तान के द न्यूज इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट की माने तो हेबतुल्लाह ने स्वयं गवर्नमेंट की लीडरशिप हेतु मुल्ला हसन का नाम ऑफर किया था। इसमें उन्होंने कहा था कि सरकार के गठन को लेकर तालिबान के रैंक के अंदर के मसलों को हल कर लिया गया है।
अमेरिकी खुफिया रिकॉर्ड की माने तो हसन सबसे अप्रभावी और अविवेकी तालिबान नेताओं में से एक है। उसका नाम संयुक्त राष्ट्र की आतंकियों की सूची में भी शामिल है। वह कंधार का रहने वाला है। वह इस आंदोलन के संस्थापकों में से भी एक है। वह लगभग बीस वर्षों तक रहबरी शूरा के प्रमुख के रूप में कार्य कर चुका है। वहीं वह मुल्ला हेबतुल्लाह का करीबी भी है। उसने 1996 से 2001 के मध्य अफगानिस्तान में तालिबानी शासन के समय विदेश मंत्री और उप प्रधानमंत्री के पद पर भी कार्य किया था।
ऐसा माना जा रहा है कि अफगानिस्तान या तालिबान की राजनीति को लेकर उसके पास कोई भी शक्ति समीकरण नहीं है। वह एक कट्टरपंथी भी है। उसके ऊपर मार्च 2001 में बामियान बुद्ध की मूर्तियों को तबाह करने का नेतृत्व करने एवं कई इस्लामी हत्याओं में शामिल होने का भी आरोप है।
इसके अलावा तालिबान के संस्थापक मुल्ला मोहम्मद उमर का बेटा मुल्ला याकूब को तालिबानी सरकार में रक्षा मंत्री का पद दिया गया है। इसके पहले हेबतुल्ला ने उसे तालिबान के शक्तिशाली सैन्य आयोग के प्रमुख के रूप में भी पोस्ट दी थी। याकूब मुल्ला हेबतुल्ला का स्टूडेंट रह चुका है।
तालिबान ने सिराजुद्दीन हक्कानी को गृह मंत्री बनाया है। वह कुख्यात हक्कानी नेटवर्क के प्रमुख और प्रसिद्ध सोवियत विरोधी सिपहसालार जलालुद्दीन हक्कानी का बेटा है। वह एक नामित वैश्विक आतंकवादी भी है। वहीं मुल्ला अमीर खान मुत्ताकी को नए विदेश मंत्री की पोस्ट दी गई है।
एफबीआई वेबसाइट के मुताबिक हक्कानी पर मिलियन अमरीकी डॉलर का इनाम भी है। उसकी सूचना देने वाले को अमेरिकी विदेश विभाग ये बड़ी रकम देगा। हक्कानी के तालिबान और अल कायदा से अच्छे संबंध है। बताया जाता है कि वह पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान में मिराम शाह क्षेत्र में रहता है
चलिए अब एक नजर लिस्ट के अनुसार देख लेते हैं कि नई अफगान सरकार में किसे मिला कौन सा पद मिल है।
– कार्यवाहक प्रधानमंत्री: मुल्ला मोहम्मद हसन
– गृह मंत्री: सिराज हक्कानी
– रक्षा मंत्री: मुल्ला याकूब
– विदेश मंत्री: अमीर मुत्तकी
– उप विदेश मंत्री: शेर अब्बास स्तानिकजई
– सूचना मंत्री: खैरुल्ला खैरख्वा
– उप सूचना मंत्री: जबीउल्लाह मुजाहिद
– न्याय मंत्री: अब्दुल हकीम
– अर्थव्यवस्था मंत्री: कारी दीन हनीफ
– हज और धार्मिक मामलों के मंत्री: मावलवी नूर मोहम्मद साकिबी
– सीमा और जनजातीय मामलों के मंत्री: मुल्ला नूरुल्ला नूरी
– ग्रामीण पुनर्वास और विकास के मंत्री: मुल्ला मोहम्मद यूनुस अखुंदज़ादा
– लोक कार्य मंत्री: मुल्ला अब्दुल मनन ओमारीक
– खान और पेट्रोलियम के मंत्री: मुल्ला मोहम्मद एसा अखुंदी
– जल और ऊर्जा मंत्री: मुल्ला अब्दुल लतीफ मंसूर
– नागरिक उड्डयन और परिवहन के मंत्री: मुल्ला हमीदुल्लाह अखुंदज़ादा
– उच्च शिक्षा मंत्री: अब्दुल बाकी हक्कानी
– दूरसंचार मंत्री: नजीबुल्लाह हक्कानी
– शरणार्थियों के मंत्री: खलीलुरहमान हक्कानी
– इंटेलिजेंस के निदेशक: अब्दुल हक वासीक़ी
– सेंट्रल बैंक के निदेशक: हाजी मोहम्मद इदरीसो
– राष्ट्रपति के प्रशासनिक कार्यालय के निदेशक: अहमद जान अहमदी