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मां ने 3 साल के बेटे को चाकू से मारा, फोटो शेयर कर बोली- अपनी पत्नी से प्यार करो, शादी एक..

एक मां के लिए उसका बच्चा दुनिया की सबसे कीमती चीज होता है। वह अपने जिगर के टुकड़े से बहुत प्यार करती है। बेटे को जरा सी चोट भी लग जाए तो मां का दिल बाहर आ जाता है। उसकी पूरी कोशिश यही रहती है कि उसके बच्चे को थोड़ी सी भी तकलीफ न हो। वह अपनी अंतिम सांस तक बेटे का ख्याल रखती हैं। खासकर जब उसका बच्चा छोटा होता है तब तो वह पल पल पर बच्चे का ध्यान रखती है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी मां से मिलाने जा रहे हैं जिसने अपने 3 साल के बेटे की चाकू से हत्या कर दी। इतना ही नहीं जब उसका बेटा दर्द से तड़प तड़प कर मर रहा था तो मां ने कोई मदद भी नहीं की।

यह दिल दहला देने वाली घटना ब्राजील के मेडिसिलेंडिया शहर की है। आरोपी मां का नाम मिलेना आइरिस है। 27 साल की मिलेना ने अपने 3 साल के बेटे मार्कोस पाउलो विएराटो की बेरहमी से हत्या की है। बेटे को मौत के घाट उतारने के बाद महिला को पछतावा हुआ और उसने माफी की भीख भी मांगी। ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर एक मां ने अपने बेटे की हत्या क्यों की? चलिए जानते हैं।

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दरअसल महिला का अपने पति से किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। ऐसे में उसने अपने एक्स हसबैंड को सबक सिखाने के लिए बेटे की हत्या कर दी। इस हत्या के लिए उसने एक धारदार चाकू का इस्तेमाल किया। महिला के मुताबिक बेटे का कत्ल करने के बाद उसने उसी चाकू से खुद को मारने की भी कोशिश की लेकिन ऐसा नहीं हुआ। महिला ने बेटे की हत्या करने के दर्द को सोशल मीडिया पर भी साझा किया।

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आरोपी महिला ने खून से लथपथ खुद की एक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर कर लिखा ‘अपनी पत्नी से प्यार करो, शादी गंभीर विषय है’। बेटे के कत्ल के बाद जब महिला ने खुद को मारने की कोशिश की तो वह घायल हो गई थी, लेकिन आस पड़ोसियों ने उसे अल्टामिरा के हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया। यहाँ उसकी गंभीर चोटों का इलाज हुआ।

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उधर पुलिस ने जब इस विषय में जांच पड़ताल की तो यही सामने आया कि महिला ने बेटे का कत्ल मुख्य रूप से अपने पति से बदला लेने के लिए किया था। इस जुर्म के लिए कोर्ट ने महिला को लगभग 30 साल (29 साल 6 महीने) की सजा सुनाई है। महिला जैसे ही ठीक हो जाएगी उसे जेल में सजा काटने के लिए भेज दिया जाएगा।

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महिला ने कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि वह अवसाद में थी, हालांकि कोर्ट को महिला की बीमारी से जुड़ा कोई सबूत नहीं मिला है। वहीं महिला के वकील ने बचाव में कहा कि महिला के साथ बहुत घरेलू हिंसा हुई थी जिसके चलते उसने बेटे कि हत्या कर दी। लेकिन इन सबके बावजूद कोर्ट ने महिला को दोषी पाया और करीब 30 साल की सजा सुना दी।

वैसे इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है? अपनी शादीशुदा जिंदगी का गुस्सा बच्चे पर निकालना कितना सही है? हमे अपने जवाब कमेंट में जरूर दें।

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