छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल के पिता के ख़िलाफ़ हुआ FIR दर्ज, जानिये पूरा मामला
छत्तीसगढ़ की सियासत से एक बड़ी ख़बर सामने आ रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की गई है. पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद इस मामले में सीएम भूपेश का बयान भी सामने आया है और उनका कहना है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है. बघेल ने कहा कि कानून, कानून होता है.
दरअसल, बात यह है कि हाल ही में भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल ने ब्राह्मण समाज के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इस पर बवाल इतना बढ़ गया कि नंद कुमार के ख़िलाफ़ एफआईआर तक दर्ज हो चुकी है. नंद कुमार ने हाल ही में उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों के ख़िलाफ़ टिप्पणी की थी और ब्राह्मणों के बहिष्कार की बात कही थी.
नंद कुमार का यह बयान निश्चित रूप से समाज को तोड़ने और उकसाने वाला था. उनके इस बयान से बेटे भूपेश बघेल भी दुखी नजर आये. सीएम ने कहा कि, ‘छत्तीसगढ़ सरकार हर धर्म, संप्रदाय, समुदाय और उनकी भावनाओं का सम्मान करती है और मेरे पिता नंद कुमार बघेल द्वारा एक विशेष समुदाय के खिलाफ टिप्पणी कर सांप्रदायिक शांति भंग की गई है. सीएम ने कहा कि उनके बयान से मैं भी दुखी हूं’
ब्राह्मणों के बहिष्कार वाला बयान उल्टा नंद कुमार बघेल पर ही भारी पड़ गया और इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की है. पिता के ख़िलाफ़ दर्ज हुई प्राथमिकी को भूपेश ने सही ठहराया है. भूपेश ने कहा कि, ‘कानून सर्वोच्च है और उनकी सरकार सबके लिए खड़ी है. साथ ही उन्होंने कहा कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, भले ही वह व्यक्ति मेरे 86 वर्षीय पिता ही क्यों ना हों.’
बता दें कि, नंद कुमार बघेल ने अपने बयान में कहा था कि, ‘मैं भारत के सभी ग्रामीणों से आग्रह कर रहा हूं कि ब्राह्मणों को आपके गांवों में प्रवेश न करने दें. मैं इस बारे में हर दूसरे समुदाय से बात करूंगा ताकि हम उनका बहिष्कार कर सकें. उन्हें वोल्गा नदी के तट पर वापस भेजने की जरूरत है.’
नंद कुमार का बयान सामने आते ही उस पर बावला मच गया. उनके ख़िलाफ़ सर्व ब्राह्मण समाज ने थाने में शिकायत की थी. शिकायत के आधार पर डीडी नगर पुलिस ने शनिवार देर रात नंद कुमार बघेल के खिलाफ धारा 153-ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505 (1) (बी) (इरादा) के तहत एफआईआर दर्ज की.