राजस्थान दौरे के समय एक लोहार के घर राजनाथ सिंह के साथ हुआ कुछ ऐसा हादसा, जानकर हो जायेंगे हैरान!
राजनाथ सिंह के बारे में तो जानते ही होंगे आप। इनकी गिनती बीजेपी के कद्दावर नेताओं में की जाती है। वह बीजेपी सरकार में गृहमंत्री भी हैं। राजनाथ सिंह शुक्रवार को राजस्थान के दौरे पर थे। राजनाथ सिंह अपने राजस्थान दौरे के समय दूदू भी गए थे। दूदू जाने की वजह कुछ और नहीं बल्कि वहाँ के एक गाडिया लुहार परिवार के साथ भोजन ग्रहण करने का आयोजन किया गया था। पहले से तय की गयी योजना के अनुसार ही चल रहा था। राजनाथ सिंह वहाँ भोजन करने पहुँच गए।
लुहार ने अपनी तरफ से किया था पूरा इंतज़ाम:
जब राजनाथ सिंह उस लुहार के घर पहुँचे तो वहाँ एक अजीब घटना हुई। आप ये मत सोचिये कि लुहार ने राजनाथ सिंह को खाने के लिए ही नहीं दिया। उसने तो अपनी तरफ से राजनाथ सिंह की सेवा में सब इंतज़ाम किया था। राजनाथ सिंह खाने के लिए बैठे और उन्हें खाना परोस दिया गया। लेकिन तभी उनकी नज़र घर में रखी एक चीज पर गयी और उन्होंने खाना खाना बंद कर दिया।
दरअसल राजनाथ सिंह ने कुछ और नहीं बल्कि भारत की पारम्परिक रसोई वाला चूल्हा लुहार के घर में दिख गया। फिर क्या था, उन्होंने चूल्हे पर बनी हुई रोटी खाने की इच्छा जताई। आखिर राजनाथ सिंह भी तो उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के एक के ही रहने वाले हैं। वह भी एक किसान परिवार से सम्बन्ध रखते हैं। राजनाथ की इच्छा का सम्मान करते हुए लुहार के घर की महिलाओं ने तुरंत चूल्हे की रोटी तैयार कर दी। लुहार के घर में गैस चूल्हा भी था, जिसपर पहले खाना बना था।
चूल्हे की धीमी आंच पर पकी हुई रोटी का लिया आनंद:
जब गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने चूल्हे पर बनी रोटी खाने की इच्छा जताई तो चूल्हे की धीमी आंच पर उनके लिए रोटी पकाई गयी। चूल्हे पर बनी रोटी को सांगरी और काचरी की सब्जी के साथ खाने के लिए दिया गया। खाने में रायता भी था। लुहार के घर उज्वला योजना के तहत मिला हुआ गैस चूल्हा भी था। लेकिन राजनाथ सिंह को चूल्हे की रोटी खाने की इच्छा जग गयी।
उन्होंने यह भी कहा कि, “चूल्हे की रोटी तो कभी-कभी खाने का मौका मिलता है। गैस पर बना हुआ खाना तो रोज ही खाते हैं। चूल्हे की रोटी खाकर ऐसा लग रहा है जैसे वर्षों बाद चैन से भरपेट खाया हो।“ लुहार का परिवार राजनाथ सिंह के स्वागत के लिए पहले ही गैस पर खाना बना रहा था। लेकिन जब राजनाथ सिंह की नजर घर में रखे चूल्हे पर पड़ी तो उनकी नियत बदल गयी। उन्होंने चूल्हे पर बनी रोटी खाने की इच्छा ज़ाहिर की। फिर क्या उनकी इच्छा को लुहार के परिवार ने पूरी कर दी।