Ramstein Airshow : एयरशो में पायलट की गलती से मर गए 70 लोग, शो देखने आए दर्शक भी नहीं बचे
एयरशो एक ऐसी चीज हैं जो लगभग हर देश में होते हैं। दुनियाभर में इसका आयोजन होता रहता है। इस एयरशो के पीछे कई सारी वजहें हो सकती है। जैसे देश अपनी वायुसेना की ताकत से दुनिया और देशवासियों को रूबरू कराना चाहता है। या फिर इस एयरशो के बहाने विमान चालकों की अच्छी खासी प्रैक्टिस हो जाती है। इसके अलावा देश की जनता, नेता और सेना के अधकारियों को खुश करने के लिहाज से भी एयरशो होते हैं।
जब भी कोई एयरशो होता है तो उसे देखने में बड़ा मजा आता है। जमीन से कई फिट दूर ये विमान आसमान में जब कलाबाजी दिखाते हैं तो ऐसा लगता है मानों कोई चिड़िया मस्ती के मूड में उड़ रही हो। इस एयरशो के पीछे बहुत सारी प्लानिंग और प्रैक्टिस छिपी होती है। इसमें दिल दहला देने वाले करतब दिखाए जाते हैं। लेकिन कई बार इस करतब दिखाने के चक्कर में विमान चालक गलती कर बैठते हैं और हादसा हो जाता है।
ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी भयानक दुर्घटना के बारे में बताने जा रहे हैं जो एयरशो के दौरान हुई थी। बात 28 अगस्त 1988 की है। तब जर्मनी के रामस्टीन एयरबेस पर सैन्य विमानों द्वारा एक एयरशो किया जा रहा था। लेकिन इस दौरान एक भयानक हादसा (Ramstein Airshow Disaster) हो गया। इस एयरशो में तीन लड़ाकू विमान हवा में एकसाथ टकरा गए थे। इस हादसे में 70 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 346 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।
दरअसल 28 अगस्त 1988 को रामस्टीन एयरबेस पर स्पोंसर एयरशो का आयोजन किया गया था। शो की शुरुआत में सबकुछ सही चल रहा था। सभी ने शो को अच्छे से एन्जॉय भी किया। फिर शो के अंत में इटली की फ्रीसे ट्रिकोलोरी टीम ने एर्मैची एमबी 339 लड़ाकू विमानों से अपने करतब दिखाना शुरू किए।
इस टीम का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल इवो नुतालारी कर रहे थे। एयरशो में इवो ने क्रॉसओवर मूव किया। इस चक्कर में उनका विमान दूसरी टीम के विमानों के बहुत पास से होकर गुजरा। इस बार तो वे बाल बाल बच गए थे। लेकिन जब अगली बार उन्होंने दोबारा ये स्टंट किया तो वे दूरी का सही अंदाजा नहीं लगा पाए और उनका विमान अन्य विमानों से जा टरकाया।
विमानों की यह टक्कर इतनी भीषण थी कि इसका नेगेटीव असर वहाँ मौजूद जनता पर भी पड़ा। दरअसल विमानों के आपस में टकराने की वजह से उसका मलबा और फ्यूल दर्शकों के ऊपर गिर गया। इस हादसे में तीन पायलटों की तो मौके पर मौत हो गई। वहीं मलबे की वजह से एयरशो देखने आए 70 दर्श भी मर गए। इसके अलावा विमानों के गिरे मलबे के चलते 346 लोग जख्मी भी हुए। यह हादसा इतना भयानक था कि इसे याद करते हुए आज भी जर्मनी की रूह कांप जाती है।
इस हादसे के बाद जर्मनी ने रामस्टीन बेस पर तीन साल के लिए एयर शो पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि बाद में आयोजन को मंजूरी दे दी गई। लेकन इस बार कड़ी सुरक्षा उपायों पर विशेष ध्यान दिया गया। अब इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है कि यहां दोबारा 1988 जैसा भीषण हादसा न हो।