सांसद पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता की मौत, सुप्रीम कोर्ट के सामने किया था आत्मदाह
उत्तर प्रदेश में मऊ के घोसी से बसपा सांसद अतुल रॉय पर रेप का आरोप लगाने वाली युवती की मंगलवार सुबह मौत हो गई। इससे पहले युवती के साथी की 21 अगस्त को मौत हो गई थी जिसका अंतिम संस्कार वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर हुआ था। बता दें, पीड़िता और उसके साथी ने सोमवार 16 अगस्त को वाराणसी पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद दोनों ने एक साथ खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली थी। इस दौरान दोनों ही आग से बुरी तरह झुलस गए थे। ऐसे में दोनों का अस्पताल में इलाज चल रहा था लेकिन युवक ने 21 अगस्त को दम तोड़ दिया वहीं 24 अगस्त को पीड़िता की भी मौत हो गई।
बता दें, आत्मघाती कदम उठाने से पहले दोनों सोशल मीडिया पर लाइव आए थे। इसके बाद दोनों का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया था। वीडियो में पीड़िता के मित्र ने कहा कि, वह लोग सरकारी तंत्र से प्रताड़ित होने के बाद बुरी तरह से निराश हो गए हैं। वहीं पीड़िता को भी यह कहते हुए सुना जा सकता है कि, उनके ऊपर अतुल रॉय ने अपने रसूख का इस्तेमाल करके गैर जमानती वारंट जारी कर दिया।
आगे उन्होंने कहा कि, “उन लोगों ने पैसों के प्रलोभन को त्याग कर, भूखे-प्यासे रहकर अतुल रॉय के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी थी, ताकि कानून और पुलिस व्यवस्था में लोगों का विश्वास बढ़े। अब हम लोग एक नेक्सस में फंस गए हैं। हम लोगों के पास भी अगर राजनीतिक आश्रय होता, तो शायद हमें इस कदर परेशान नहीं होना पड़ता।” 10 मिनट 40 सेकंड के वीडियो में देखा जा सकता है कि पीड़िता और उसके दोस्त आग लगाकर खुदकुशी का प्रयास कर रहे हैं।
इसके अलावा वीडियो में पीड़िता और उसके दोस्त ने पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। दोनों का कहना है कि जब यह मामला कोर्ट में दर्ज था तो ऐसे में अमिताभ ठाकुर को इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, अमिताभ ने साल 2020 में अतुल रॉय का समर्थन किया था। अमिताभ ने अतुल रॉय पर लगे आरोपों को गलत करार दिया था।
दोनों ने वीडियो में कहा कि, अतुल राय के इशारे पर पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर के अलावा वाराणसी के पूर्व SSP अमित पाठक, निलंबित डिप्टी SP अमरेश सिंह बघेल, दरोगा संजय राय और उसका बेटा समेत कुछ जज उनके पीछे पड़े हुए हैं। आगे उन्होंने कहा कि, उत्तर प्रदेश में पुलिस और अदालत के साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय से भी उन्हें किसी प्रकार की मदद नहीं मिली।
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 1 मई 2019 को बलिया की रहने वाली पीड़िता ने अतुल रॉय के खिलाफ वाराणसी के लंका थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। पीड़िता का कहना था कि, सांसद अतुल रॉय ने 7 मार्च 2018 को उसे लंका स्थित एक फ्लैट में बुलाया। पीड़िता को उसने अपनी पत्नी से मिलाने के बहाने बुलाया था। लेकिन फ्लैट पर पहुंचने के बाद युवती के साथ सांसद और उनके कुछ साथियों ने दुष्कर्म किया और उसका एक अश्लील वीडियो भी बना लिया।
बता दें, पीड़िता के आरोप के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए अतुल रॉय कुछ दिनों तक अंडरग्राउंड हो गए थे। इतना ही नहीं बल्कि वह 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान भी नजर नहीं आए। इसके बावजूद उन्होंने घोसी सीट से जीत हासिल की। लेकिन सांसद बनने के बाद 22 जून 2019 को अतुल राय ने वाराणसी की अदालत में खुद को सरेंडर कर दिया था।