काबुल में हाईजैक हुआ यूक्रेनी विमान, यूक्रेनी डिप्टी विदेशमंत्री ने किया खुलासा…
हथियारों से लैस हाईजैकर्स ने यूक्रेनी विमान को किया हाईजैक, 100 के क़रीब यूक्रेनी अब भी अफगान से निकलने के इंतज़ार में...
तालिबान के कब्ज़े के बाद से लगातार अफगानिस्तान की स्थिति बिगड़ती जा रही है। तालिबानी सिर्फ़ अफगान नागरिकों पर ही सितम नहीं ढहा रहें, बल्कि अब दूसरे देश के नागरिक भी तालिबानियों के निशाने पर हैं। बता दें कि बीते दिनों भारत के नागरिकों के अपहरण की ख़बरें अफगानिस्तान की स्थानीय मीडिया ने जारी की थी। भले ही बाद में इसे फ़र्जी ख़बर बता दिया गया हो, लेकिन अब अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) में यूक्रेन (Ukraine) के एक विमान को अज्ञात लोगों ने हाईजैक (Hijacked) कर लिया है।
जी हां ये विमान यूक्रेनी नागरिकों को बाहर निकालने के लिए अफगानिस्तान पहुंचा था। यूक्रेन के डिप्टी विदेश मंत्री येवगेनी येनिन (Yevgeny Yenin) ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी है। मंत्री ने कहा कि, “पिछले रविवार को कुछ लोगों द्वारा हमारे विमान को हाईजैक कर लिया गया। मंगलवार को ये विमान हम से गायब कर दिया गया। इतना ही नहीं यूक्रेनी लोगों को एयरलिफ्ट करने के बजाय विमान में सवार कुछ लोग इसे ईरान ले गए। हमारे तीन अन्य एयरलिफ्ट प्रयास सफल नहीं हो पाए, क्योंकि हमारे लोग एयरपोर्ट तक नहीं पहुंच पाए।”
बता दें कि यूक्रेन के डिप्टी विदेश मंत्री के मुताबिक, हाईजैकर्स हथियारों से लैस थे। हालांकि, मंत्री ने इस बात की जानकारी नहीं दी कि विमान का क्या हुआ या क्या वे इस विमान को वापस लाने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा, यूक्रेनी नागरिक काबुल से कैसे वापस आए और क्या कीव (Kiev) द्वारा यात्रियों की वापसी के लिए एक दूसरा विमान भेजा गया था। ये कुछ सवाल हैं, जिन्हें लेकर मंत्री ने कोई जानकारी नहीं दी है। येनिन ने सिर्फ इस बात को रेखांकित किया कि पूरी राजनयिक सर्विस विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा (Dmitry Kuleba) के नेतृत्व में पूरे सप्ताह काम करती रही है।
100 यूक्रेनी अफगानिस्तान से बाहर आने के इंतजार में…
रविवार को 31 यूक्रेनी नागरिकों सहित 83 लोगों के साथ एक सैन्य विमान अफगानिस्तान से कीव पहुंचा। यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि इस विमान के जरिए 12 यूक्रेनी सैन्यकर्मियों की स्वदेश वापसी हुई है। इसके अलावा, विदेशी पत्रकार और मदद मांगने वाले कुछ लोगों को भी बाहर निकाला गया है। बता दें कि यूक्रेनी कार्यालय ने ये भी बताया कि लगभग 100 यूक्रेनी नागरिक ऐसे हैं, जो अभी भी अफगानिस्तान से बाहर निकाले जाने के इंतजार में बैठे हुए हैं। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) द्वारा अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी के ऐलान के बाद से ही तालिबान ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मुल्क पर कब्जा जमाया हुआ है।
दुनिया के कई मुल्क अपने नागरिकों को तालिबान के चंगुल से निकाल रहें बाहर…
बता दें कि 15 अगस्त को तालिबान के लड़ाकों ने काबुल पर कब्जा जमा लिया। कुछ ही घंटों के भीतर लड़ाकों का पूरी राजधानी पर नियंत्रण हो गया। वहीं दूसरी तरफ़, इससे पहले ही देश के राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) देश छोड़कर भाग गए। उन्होंने बाद में एक वीडियो जारी कर बताया कि उन्होंने मुल्क इसलिए छोड़ा ताकि खूनखराबे को रोका जा सके। लेकिन दूसरी ओर, देश के उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने संविधान का हवाला देते हुए खुद को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित किया है। वर्तमान समय में पश्चिमी मुल्कों समेत कई देश अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकाल रहे हैं। जिसमें भारत भी शामिल है।
ईरान ने यूक्रेनी विमान के हाईजैक होने की बात को नकारा…
#BREAKING
Interfax (Russian media outlet): Kiev denies hijacking any Ukrainian evacuation plane in Afghanistan pic.twitter.com/bZ0yc6A9TG— Tehran Times (@TehranTimes79) August 24, 2021
वहीं ईरान (Iran) के उड्डयन नियामक ने यूक्रेन के दावे का खंडन किया है कि यूक्रेनी विमान को यहां पर हाईजैक कर लाया गया था। उड्डयन नियामक ने कहा कि यूक्रेनी विमान रात के समय मशहद में ईंधन भरने के लिए रुका और फिर यूक्रेन के लिए रवाना हो गया। अब ये विमान कीव में लैंड कर चुका है।
31 अगस्त के बाद नहीं दिया जाएगा समय तालिबान प्रवक्ता…
बता दें कि तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति साफ कर चुके हैं कि सैनिकों की वापसी का काम 31 अगस्त तक पूरा हो जाएगा। उन्हें अपनी बात पर कायम रहना चाहिए। तालिबान ने धमकी दी है कि वह 31 अगस्त के बाद एक भी दिन का समय नहीं देगा। अगर सैनिकों की वापसी के लिए उससे आगे का समय मांगा गया तो उसका जवाब ‘नहीं’ होगा। साथ ही इन देशों को इसके गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं।