विश्वकप- 2019 में पांच शतक लगाने के बाद भी रोहित को था इस बात का मलाल, अब हुआ खुलासा…
विश्वकप-2019 में लगाएं पांच शतक रोहित के लिए इसलिए नहीं रखते कोई मायने, जानिए वज़ह...
रोहित शर्मा टीम इंडिया (Team India) के स्टार बल्लेबाजों में शुमार है। उनकी बैटिंग का हर कोई दीवाना होता है, तभी तो उन्हें रो’हिट’ नाम तक दे दिया गया है। रोहित शर्मा भारत की तरफ़ से सलामी बल्लेबाजों की उस सूची में शामिल हैं। जिन्हें मैदान पर देखते हैं बॉलर के छक्के छूट जाते हैं। सलामी बल्लेबाज के तौर पर एक समय वीरेंद्र सहवाग का नाम लिया जाता रहा और अब उसी को आगे बढ़ा रहें हैं रोहित शर्मा। जिनके नाम वनडे की सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है। इतना ही नहीं रोहित शर्मा के नाम कई अन्य रिकॉर्ड भी हैं, लेकिन आज बात उसकी जिसके बारे में अभी हालिया दौर में खुलासा हुआ है।
जी हां एक आईसीसी वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा सेंचुरी का वर्ल्ड रिकॉर्ड रोहित शर्मा के नाम दर्ज है। टीम इंडिया के इस सलामी बल्लेबाज ने इंग्लैंड में हुए 2019 वर्ल्ड कप में पांच सेंचुरी जड़ी थी, लेकिन रोहित के हिसाब से उनके लिए यह उपलब्धि ज्यादा मायने नहीं रखती है।
रोहित के हिसाब से पांच सेंचुरी के मायने कुछ नहीं अगर टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप नहीं जीता था। भारत को सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। वह मैच महेंद्र सिंह धोनी के करियर का आखिरी इंटरनेशनल मैच था। इसके बाद वह ब्रेक पर चले गए थे और पिछले साल 15 अगस्त को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी।
बता दें कि बोरिया मजूमदार और कुशन सरकार की किताब ‘मिशन डॉमिनेशन’ के मुताबिक उस हार के बाद रोहित शर्मा मैनचेस्टर में बाहर नहीं निकले थे। इस किताब में इस बात का जिक्र है कि जब रोहित शर्मा न्यूजीलैंड में चोटिल होकर बाहर हुए थे, तब भी वह इस हार से उबर नहीं पाए थे।
इतना ही नहीं किताब में लिखा गया है कि, “25 फरवरी 2020 को जब हम नेशनल क्रिकेट एकैडमी (एनसीए) में रोहित से मिले थे, तब उनमें बेचैनी थी।” रोहित न्यूजीलैंड दौरा शुरू होने से पहले ही हैमस्ट्रिंग इंजरी के चलते दौरे से बाहर हो गए थे। किताब के मुताबिक, “रोहित शानदार फॉर्म में थे और इस दौरे से कुछ समय पहले ही वर्ल्ड कप में उन्होंने पांच शतक लगाए थे।” इस किताब के मुताबिक रोहित ने कहा कि, “पांच शतक सच बोलूं तो मेरे लिए ज्यादा मायने नहीं रखते, निजी तौर पर यह बड़ी उपलब्धि थी, लेकिन जब आप टीम स्पोर्ट खेलते हैं, तो कभी भी यह आपके निजी माइलस्टोन के बारे में नहीं होता है।”
इतना ही नहीं रोहित ने कहा कि, “जब मैं वर्ल्ड कप के बाद घर लौटा, तो सभी मुझे पांच शतक के लिए बधाई दे रहे थे। मैं सच बताऊं मुझे कुछ महसूस नहीं हो रहा था। जो असली इनाम था, वह इंग्लैंड के ड्रेसिंग रूम में था और हमारे लिए यह पचा पाना मुश्किल था कि हम फाइनल में नहीं पहुंच पाए थे।”