तालिबान की हकीकत बताते-बताते रो पड़े भारत पहुंचे अफगान सांसद, अफगानिस्तान के हालात ‘बद से बदतर
अफगानिस्तान पर कब्जा करते ही तालिबान करने लगा तानाशाही, बंदूक की नोंक पर लूट रहे कार, सोना और पैसा
अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होते ही वहां के हालात काफी बिगड़ चुके हैं। सभी देश अपने-अपने नागरिकों को वहां से निकालने में जुटे हुए हैं। इसी बीच भारतीय वायु सेना (आईएएस) के एक सैन्य परिवहन विमान काबुल से 107 भारतीय समेत 168 लोगों को लेकर हिंडन एयरबेस गाजियाबाद पहुंचा है। अपने देश लौटे नागरिकों ने सुरक्षित महसूस किया तो वहीं एक अफगान के यात्री ने बताया कि अफगानिस्तान के हालात कैसे हैं?
एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए अफगानी यात्री ने कहा कि, “मैं वहां इंडियन एंबेसी में काम करता था लेकिन दिन रात मुझे जान का खतरा था। भारत सरकार का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने हमें अफगानिस्तान से निकाला। फिलहाल न सिर्फ मैं बल्कि अफगानिस्तान का हर एक नागरिक डरा हुआ है। तालिबान के पास कोई ड्रेस कोड नहीं है इससे पता ही नहीं चलता कि कौन सरकारी आदमी है और कौन घूसखोर है। यदि कोई सड़क पर अच्छी गाड़ी से चल रहा है तो वह लोग उसकी गाड़ी छीन लेते हैं। साथ ही वे लोगों के घरों में घुसकर पैसा, सोना और कारें लूट रहे हैं।”
#WATCH | Afghanistan’s MP Narender Singh Khalsa breaks down as he reaches India from Kabul.
“I feel like crying…Everything that was built in the last 20 years is now finished. It’s zero now,” he says. pic.twitter.com/R4Cti5MCMv
— ANI (@ANI) August 22, 2021
अफगान सांसद नरेंद्र खालसा ने बताया कि, “भारत हमारा दूसरा घर है कुछ दिनों से गुरुद्वारा में लोगों ने शरण ले ली थी। क्योंकि वहां पर सभी लोग सुरक्षित महसूस कर रहे थे और वहां लंगर भी चल रहा था ऐसे में कोई भूखा भी नहीं था। फिर भी हम तालिबानियों पर भरोसा नहीं कर सकते, इसलिए हम सभी भारत आ गए। हम सभी भारत सरकार को धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने मुश्किल घड़ी में हमारा साथ दिया।”
बता दें, मीडिया से बातचीत करने के दौरान काबुल से हिंडन एयरबेस पहुंचे अफगान सांसद नरेला खालसा काफी भावुक हो गए और वह रोने लगे। उन्होंने रोते हुए कहा कि, “अफगानिस्तान हमारी जमीन है। हमारी मां है। अफगानिस्तान में हम पीढ़ियों से रह रहे हैं, लेकिन जो अब देखा वो कभी नहीं देखा। सब कुछ हमारा खत्म हो गया है। 20 साल पहले जो सरकार बनी थी.. अब सब कुछ खत्म हो गया है।” वहीं भारत पहुंची एक महिला ने कहा कि, “अफगानिस्तान में हालात बिगड़ रहे थे, इसलिए मैं अपनी बेटी और दो पोते-पोतियों के साथ यहां आई। हमारे भारतीय भाई-बहन हमारे बचाव में आए। मेरे रिश्तेदार के साथ तालिबान ने बहुत बुरा व्यवहार किया है, कई लोगों के उन्होंने चेहरे काले कर दिए।”
#WATCH | 168 passengers, including 107 Indian nationals, arrive at Hindon IAF base in Ghaziabad from Kabul, onboard Indian Air Force’s C-17 aircraft
Passengers are yet to come out of the airport as they will first undergo the #COVID19 RT-PCR test.#Afghanistan pic.twitter.com/x7At7oB8YK
— ANI (@ANI) August 22, 2021
इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भी ट्वीट कर जानकारी दी थी कि, भारतीयों की निकासी जारी है। उन्होंने कहा था कि, भारत के 107 नागरिकों समेत 168 यात्री भारतीय वायुसेना के जरिए काबुल से दिल्ली लाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया था कि विमान में 2 बड़े सिख नेता और दो नेपाली नागरिकों को भी लाया जा रहा है।
बता दें, तालिबान ने 15 अगस्त रविवार को काबुल पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद से ही वहां पर अफरा तफरी का माहौल है। हर एक नागरिक अफगानिस्तान छोड़ना चाहता है। इसी बीच भारत अफगान से पहले ही भारतीय राजदूत और दूतावास के अन्य कर्मियों समेत 200 लोगों को वायुसेना के दो C19 परिवहन विमान के जरिए निकाल चुका है। सोमवार को 40 से ज्यादा भारतीयों को लाया गया था। इसके बाद मंगलवार को अधिकारियों, सुरक्षाकर्मियों एवं भारतीय राजनयिकों को और वहां फंसे कुछ भारतीय नागरिक समेत करीब 150 लोगों को लाया गया था।