पैसों की तंगी की वजह से इन 9 सितारों ने देखे बहुत बुरे दिन, एक का लाश भी कोई लेने नहीं आया था
बॉलीवुड में सफलता पाना तो आसान है, लेकिन उसे जीवनभर बरकरार रखना मुश्किल है। यही वजह है कि यहां कई सितारें ऐसे भी हुए जिन्होंने अपने दौर में बहुत नाम और पैसा कमाया, लेकिन फिर उनके जीवन में एक समय ऐसा भी आया कि वह पाई पाई को मोहताज हो गए। कुछ तो इतने कंगाल थे कि उनके पास अपने इलाज तक के पैसे नहीं थे। आज हम इन्हीं सितारों के बारे में जानने वाले हैं।
मीना कुमारी (Meena Kumari)
मीना कुमारी (महजबीन, असली नाम) को लोग ट्रेजेडी क्वीन भी कहते हैं। उन्होंने जितनी कम उम्र में लोकप्रियता हासिल कि उतनी ही कम उम्र में बहुत संघर्ष भी देखा। पाकीजा फिल्म के बाद वे कोमा में चली गई। तब उनके पास इलाज तक के पैसे नहीं थे। ऐसे में सिर्फ 38 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया।
ए के हंगल (AK Hangal)
2006 में पद्मभूषण सम्मानित ए के हंगल ने बॉलीवुड में कई फिल्मों में काम किया। शोले फिल्म में उनका डायलॉग “इतना सन्नाटा क्यों है भाई” आज भी बड़ा फेमस है। पेशावर और कराची में पले बड़े ए के हंगल बंटवारे के समय मुंबई आए थे। अपने अंतिम समय में उन्हें हाई ब्लड प्रेशर और किडनी समेत कई बिमारियां हो गई थी। लेकिन उनके पास इलाज के पैसे तक नहीं थे। वे आखिरी समय में टूटे-फूटे किराए के घर में रहते थे। वैसे उनकी दयनीय स्थिति देख कुछ स्टार्स ने मदद की थी।
भगवान दादा (Bhagwan Dada)
भगवान आभाजी पलव उर्फ भगवान दादा एक जमाने में मजदूरी किया करते थे। एक्टिंग का शौक उन्हें बॉलीवुड खींच लाया। ‘क्रिमिनल’ फिल्म से डेब्यू के बाद वे सफलता की सीढ़ी चढ़ने लगे। लेकिन एक समय ऐसा भी आया जब उनकी कई फिल्में लगातार फ्लॉप होने लगी। ऐसे में वे जमीन पर आ गए। उन्हें 25 कमरों वाला बंगला और अलग-अलग रंग की 7 कारें तक बेचना पड़ गई थी। उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी।
परवीन बॉबी (Parveen Babi)
बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत और बोल्ड एक्ट्रेस में शामिल परवीन बॉबी का फिल्मी करियर बहुत अच्छा रहा। अमिताभ बच्चन के साथ तो उनकी जोड़ी खूब पसंद की गई। अपने करियर के पीक पर वे अध्यात्म की तलाश में अमेरिका चली गई थी। वे जब मुंबई लौटी तो उनका वजन बढ़ गया था। उन्हें डायबिटीज और गैगरीन रोग ने जकड़ लिया था। वे मेंटली बीमार रहने लगी थी। उन्हें प्यार में भी डोकहा मिल था। बीमारी के चलते उनकी किडनी और शरीर के कई अंग काम नहीं कर रहे थे। फिर एक दिन वह अपने फ्लैट में मृत मिली।
गीता कपूर (Geeta Kapoor)
पाकीजा फेम गीता कपूर भी अंतिम समय में बहुत बुरी हालत में रही। उनके बच्चे उन्हें आखिरी टाइम पर हॉस्पिटल में छोड़ भाग गए थे। आर्थिक तंगी के चलते बोलीवॉदों के अन्य सितारों ने उनके इलाज का खर्च उठाया था। हालांकि उनकी जान नहीं बच सकी।
विमी (Vimi)
60 के दशक की फेमस अभिनेत्री विमी का अंत बड़ा दर्दनाक था। जन्मी विमी का असली नाम विमलेश वाधवान था। उनके पति कोलकाता के मारवाड़ी बिजनेसमैन शिव अग्रवाल थे। एक पार्टी में उन्हें फिल्म मेकर बीआर चोपड़ा ने ‘हमराज’ फिल्म ऑफर की। उन्होंने इसके लिए हां बोल दिया लेकिन ससुराल वाले मना करने लगे। फिल्मों में बहू का जाना उन्हें पसंद नहीं था। ऐसे में उन्होंने अपनी जायदाद में से कुछ हिस्सा देकर पति से रिश्ता खत्म कर दिया। अपने अंतिम समय में विमी लीवर की बीमार से मर गई। उनकी लाश लेने कोई नहीं आया था। ऐसे में उन्हें कुछ लोग ठेले पर श्मशान घाट ले गए थे।
भारत भूषण (Bharat-Bhushan)
कालिदास तानसेन और कबीर, बसंत बहार और बरसात जैसी कई सुपरहिट फिल्में बनाने वाले भारत भूषण ने भाई के उकसाने पर कुछ ऐसी फिल्में बनाई थी जो फ्लॉप रही। उन पर कर्ज का बोझ था। ऐसी कमजोर आर्थिक स्थिति में ही वे 1992 को दुनिया को अलविदा कह गए।
अचला सचदेव (Achala Sachdev)
“ऐ मेरी जोहरा जबी” सॉन्ग फेम अचला सचदेव कभी खुशी कभी गम, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे मैं सिमरन की दादी के रूप में नजर आई। वे कई फिल्मों में माँ बनी। पति के नडीहन के बाद उन्हें 12 साल तक पुणे में एक फ्लैट में अकेले रहना पड़ा। एक दिन वह किचन में पानी लेने गई और गिर गई। इसके चलते वे अस्पताल में एडमिट हुई। बाद में डिसचार्ज तो हुई लेकिन उनके ब्रेन में खून का थक्का जम गया। वे अपने अंतिम समय में अकेली और कंगाल थी। उन्होंने पुणे के एक अस्पताल में आखिरी सांसें ली थी।
श्री वल्लभ व्यास (Shree Vallabh Vyas)
फिल्म लगान में ईश्वर काका का रोल करने वाले श्री वल्लभ व्यास भोजपुरी शूटिंग के दौरान 2008 में गुजरात के एक होटल की बाथरूम में गिर गए थे। उनकी सिर में चोट आई जिसका ऑपरेशन हुआ। पत्नी शोभा व्यास बताती है कि पैसों की तंगी के चलते उन्होंने दो साल में तीन घर बदले थे। 2018 में लंबी बीमारी के चलते वे दुनिया छोड़ चले गए।