भाई के इंतजार में बैठी बहन, करंट लगने से हुई युवक की मौत, शव काे राखी बांधकर दी अंतिम विदाई
बारह महीने में एक बार आने वाला रक्षाबंधन का त्यौहार भाई-बहन का प्रतीक होता है। ऐसे में हर बहन इस दिन अपने भाई को रक्षा सूत्र बांधकर उसकी लंबी उम्र और सफलता की कामना करती है। राखी के खास त्यौहार का इंतजार हर बहन को होता है, ताकि वह अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकें।
लेकिन उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां रक्षाबंधन के दिन ही एक भाई की मौत हो गई और बहन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। रोती हुई बहन ने भाई के शव की कलाई पर राखी बांधकर उसे अंतिम विदाई दी। इस दौरान वहां मौजूद हर एक शख्स की आंखें नम थी। कहा जा रहा है कि, युवक घर के बाहर ही बगिया में बंधी गाय को चारा डालने गया था। इस दौरान जब वह वापस लौट रहा था तो टूटे पड़े हुए बिजली के तार की चपेट में आ गया और करंट लगने से उसकी मौत हो गई।
शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला बढ़पुर निवासी भैया लाल दिवाकर घर के बगिया मोहल्ले में बंदी अपनी गाय को चारा डालने के लिए गए थे। भैयालाल जब वापस अपने घर आ रहे थे तो रास्ते में बिजली के तार पड़े हुए थे। इस दौरान युवक की नजर तार पर नहीं पड़ी और वह बिजली के तारों में फंस गए और जिससे उनकी मौत हो गई। बीएससी में पढ़ रहे 28 वर्षीय युवक की चीख-पुकार जब लोगों ने सुनी तो आसपास के लोग उसके पास पहुंचे तो युवक तारों में उलझा हुआ पड़ा था।
इस दौरान मोहल्ले में अफरातफरी का माहौल मच गया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने डंडे के सहारे से युवक को तार से अलग किया। इस दौरान युवक की हालत काफी गंभीर हो चुकी थी ऐसे में उसका भाई दिलीप दिवाकर युवक को नजदीकी अस्पताल में लेकर पहुंचा। जहां युवक को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन युवक को अस्पताल से वापस घर ले आए।
रक्षाबंधन के दिन भाई की राह देखती बहन को जब यह खबर मिली तो वहां जोरों से रोने-बिलखने लगी। भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए इंतजार कर रही छोटी बहन दीक्षा के घर पर जब भाई का शव आया तो बहन शव से लिपट कर रोने लगी। इस दौरान दीक्षा को परीजनों ने संभाला और भाई के शव की कलाई पर राखी बांधकर उसे अंतिम विदाई दी। इसके बाद दीक्षा ने अपने बड़े भाई दिलीप की कलाई पर राखी बांधी है। युवक की मौत की खबर अधिशासी अभियंता विद्युत राजेंद्र बहादुर के जरिए मिली।