लालू ने तेज़ प्रताप का फ़ोन उठाना किया बंद, क्या राजद में पड़ जाएगी दरार
लालू के लाल तेज प्रताप और तेजस्वी के बीच पड़ी रार, क्या आगामी दिनों में राजद में दिखेगी दरार? जानिए मामला...
तत्कालीन बिहार की राजनीति में सबसे बड़ा सवाल यही गूंज रहा है कि क्या तेज प्रताप यादव अब किनारे लगा दिए जाएंगे? क्या अपने भाई तेजस्वी पर ही हमला बोलना उन्हें महंगा पड़ने वाला है? बता दें कि ये सवाल यूं ही नहीं उठ रहे। दरअसल लालू का पूरा कुनबा ही अपने बड़े लाल की हरकतों से परेशान हो गया है। जिसकी वज़ह से कहीं न कहीं वह तेज प्रताप यादव से किनारा करता हुआ नजऱ आ रहा है।
बता दें कि एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आरजेडी नेता लालू यादव, तेज प्रताप की हरकतों को देख बुरी तरह से नाराज हो गए हैं। हाल ये हो गया है कि उन्होंने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव का फोन ही उठाना बंद कर दिया है। इतना ही नहीं शनिवार को ही तेज प्रताप ने ये कहा था कि मीडिया में चल रही उनकी खबरों को उनके पिता भी देख रहे होंगे। इससे भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो खुद एक तरह से इस बात की पुष्टि कर रहे हैं, कि उनके पिता उनके हर क़दम पर बारीकी से नजऱ रखें हुए हैं।
बहनों ने दी तेज प्रताप यादव को चेतावनी…
वहीं सूत्रों की मानें तो तेज प्रताप को उनके परिवार के सदस्यों ने चेतावनी दी थी और अपनी सीमा में रहने के लिए कहा था, क्योंकि वो जिस तरह से अपनी ही पार्टी को बदनाम कर रहे थे और वरिष्ठों का अपमान कर रहे थे, उससे लालू बहुत नाराज थे। तेज प्रताप की बहनों ने भी उन्हें चेतावनी दी है और उनसे कहा गया है कि लालू जी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सकते हैं और उन्हें पार्टी से बाहर भी कर सकते हैं। तेज को मीडिया के सामने उपद्रव न करने के लिए भी कहा गया है। ये बातें एक मीडिया संस्थान को आरजेडी के एक सीनियर नेता ने बताई।
इसके अलावा बता दें कि सूत्रों ने कहा है कि तेज प्रताप यादव ने रविवार को रक्षाबंधन पर अपनी बहनों के पास जाने के लिए बाई रोड दिल्ली जाने की योजना बनाई थी। हालांकि तेज ने शनिवार को बताया कि उनके अंगरक्षक, जिन्हें उनके साथ दिल्ली जाना था, ने तेजस्वी के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव के निर्देश पर अपने मोबाइल ही बंद कर दिए।
तेजप्रताप ने तेजस्वी पर ही बोल दिया हल्ला…
गौरतलब हो कि दरअसल तेजस्वी यादव के दिल्ली चले जाने पर भड़के तेज प्रताप यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव फिर ऐसे वक्त बिहार छोड़कर भागे हैं, जब राज्य की जनता बाढ़ से डूब रही है। उन्हें इस वक्त दिल्ली में नहीं, बिहार में होना चाहिए था। यहां रह कर तेजस्वी को नेता प्रतिपक्ष का फर्ज निभाना चाहिए, लेकिन वो ऐसा नहीं निभा पा रहे। इतना ही नहीं तेज प्रताप ने आरोप लगाते हुए कहा कि तेजस्वी को सलाह देने वाले गलत लोग हैं। उनके सलाहकार संजय यादव ही तेजस्वी को बरगला कर दिल्ली ले गए हैं। तेजस्वी आजकल उन्हीं के कहने पर चल रहे हैं।
आख़िर में जानकारी के लिए बता दें कि कुल-मिलाकर देखा जाए तो राजद में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। एक तरफ तेजस्वी यादव प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के साथ खड़े हैं तो उनके भाई तेज प्रताप यादव ने फिर जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस बार मामला तेज प्रताप के करीबी छात्रनेता और राजद के अध्यक्ष आकाश यादव को जगदानंद सिंह द्वारा पद से हटाए जाने का है। तेज प्रताप ने जगदानंद सिंह की हैसियत पर सवाल उठाए हैं। उनके तेवर बता रहे हैं कि राजद का यह तूफान अब जल्दी थमने वाला नहीं है। वहीं इससे पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी सकते में हैं।