शहीद पिता को अंतिम विदाई देते हुए बोली बेटी, जय हिंद पापा! आप चुप क्यों हो, कुछ तो बोलें
जम्मू कश्मीर के राजोरी में आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान उत्तराखंड के सूबेदार राम सिंह भंडारी शहीद हो गए थे। इनके पार्थिव शरीर को जब इनके घर पहुंचाया गया तो परिवार के लोग बेसूध हो गए और पूरे गांव में गम छा गया। सूबेदार राम सिंह गंगानगर क्षेत्र के ईशापुरम के रहने वाले थे। सेना की एंबुलेंस से शुक्रवार शाम को इनका पार्थिव शरीर घर पहुंचा गया। इनके पार्थिव शरीर को देखकर पत्नी और बेटियां बुरी तरह से रोने लगी।
बेटी करिश्मा ने पिता के पार्थिव शरीर को प्रणाम करने के बाद हाथ उठाकर जय हिंद किया और रोते हुए बोली, पापा आप चुप क्यों हैं। अपनी अंतिम यात्रा से पहले कुछ तो कहकर जाइए। ये दृश्य देख वहां मौजूद हर शख्स की आंखें आंसुओं में डूब गईं। वहीं शहीद सूबेदार राम सिंह भंडारी का पार्थिव शरीर जब आवास पर लाया गया, तो वहां मौजूद लोगों ने जयकारों के नारे लगाए।
लगभग आधे घंटे तक पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया और सूबेदार राम सिंह के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचे थे। इस दौरान पत्नी अनिता और बेटियों का विलाप सुनकर सब लोग भी रोने लगे। बिलखते हुए बेटी करिश्मा ने कहा, 24 दिन पहले घर से आप तो वतन की रक्षा के लिए गए थे। अब आप दुनिया ही छोड़ गए। आगे वो भी सेना में भर्ती होना चाहती हैं। जबकि शहीद सूबेदार राम सिंह के पिता दीवान सिंह ने कहा कि कभी नहीं सोचा था कि अपने सामने बेटे को इस दुनिया से विदा होते देखूंगा।
अंतिम दर्शन करने आए लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। लोगों ने कहा कि आतंकवाद और पाकिस्तान को करारा जवाब देना चाहिए। सूबेदार की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जानी चाहिए। बेटियों करिश्मा व प्रियंका ने भारत माता की जय के नारे भी लगाए और बेटे सोलेन भंडारी ने कहा कि उसे पिता की शहादत पर गर्व है। उन्होंने हमेशा वतन को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी उठाई।
इनके अंतिम दर्शन करने के लिए सांसद राजेंद्र अग्रवाल भी यहां पर आए थे। वहीं फेसबुक पर नॉर्दन कमांड की ओर से अधिकारियों ने शहीद राम सिंह के साहसिक बलिदान को सराहा। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के राजोरी में आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान इन्हें और एक अन्य जवान को गोली लग गई थी। वहीं सुरक्षाबलों ने एक दहशतगर्द को मार गिराया था।
दरअसल आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर बुधवार को राजोरी इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था। वहीं जब गुरुवार की सुबह करीब नौ बजे सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी और सीआरपीएफ का संयुक्त दल आतंकवादियों की तलाश करते एक रास्ते से गुजे रहे थे, उसी समय आतंकवादियों ने इनपर हमला कर दिया। जिसमें उत्तराखंड के सूबेदार राम सिंह और एक अन्य जवान घायल हो गया था। इन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां पर इलाज के दौरान राम सिंह का निधन हो गया। ये 46 साल के थे। ये साल 2019 में सेना में भर्ती हुए थे और साल 2022 में रिटायर होने वाले थे।