दो पैसे की प्याली गई, पर कुत्ते की जात पहचानी गई’…कुमार विश्वास ने मुन्नवर को दिखाया आईना
‘दो पैसे की प्याली गई, पर कुत्ते की जात पहचानी गई’, कुमार विश्वास ने किया ट्वीट, मुनव्वर पर कई धाराओं में केस दर्ज...
देश के भीतर लगातार ऐसे छद्म सेक्युलरों की फ़ौज बढ़ रही, जो तालिबान का महिमामंडन करने से भी बाज नहीं आ रहें हैं। जी हां कई ऐसे मुस्लिम धर्मगुरु और नेता तालिबान की प्रशंसा करते फूले नहीं समा रहे हैं, ऐसे में लोकप्रिय कवि कुमार विश्वास ने एक ट्वीट करके ऐसे लोगों को लताड़ लगाई है।
बता दें कि मशहूर कवि कुमार विश्वास ने ट्वीट करते हुए कहा कि, “ज्यादा दिमाग न लगाइए! अगर पड़ोस के घर में मची अफरा-तफरी के कारण, जिंदगी भर आपसे इज्जत पाने वाले और आपके घर में रह रहे, बदबूदार सोच से भरे किसी जाहिल शख्स का पर्दाफाश हो रहा है तो शोक नहीं, शुक्र मनाइए कि दो पैसे की प्याली गई (वो भी पड़ोसियों की), पर कुत्ते की जात पहचानी गई।”
हालाँकि विश्वास ने अपने ट्वीट में किसी का नाम नहीं लिया लेकिन सोशल मीडिया यूजर इसी बहाने शायर मुनव्वर राना को निशाने पर ले रहे हैं। कई यूजर्स का मानना है कि कुमार विश्वास ने बिना नाम लिए मुनव्वर राना के लिए ही यह बात कही है।
ज़्यादा दिमाग़ न लगाइए।अगर पड़ोस के घर में मची अफ़रातफ़री के कारण,ज़िंदगी भर आपसे इज़्ज़त पाने वाले और आपके घर में रह रहे, बदबूदार सोच से भरे किसी जाहिल शख़्स का पर्दाफ़ाश हो रहा है तो शोक नहीं, शुक्र मनाइए कि दो पैसे की प्याली गई (वो भी पड़ोसियों की) पर कुत्ते की जात पहचानी गई??
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) August 19, 2021
बता दें कि मुनव्वर राना ने कहा था कि तालिबानी आतंकी नहीं हैं बल्कि उन्होंने अपने मुल्क को आजाद कराया था। इस पर गीतकार मनोज मुंतशिर ने भी अपनी आपत्ति जताई थी और कहा था कि, “फिर तो आज़ाद कश्मीर की माँग करने और कश्मीर वादी में बेगुनाहों का खून बहाने वाले भी आतंकवादी नहीं हैं। राना साहब, मजबूर कर रहे हैं आप कि मैं अपनी लाइब्रेरी से आपकी किताबें हटा दूँ। बाज़ आ जाइए!”
इसका मुनव्वर राणा से तो कोई लेना देना नहीं होगा?
— Shiv Chaudhary ?? शिव (@shivchaudhary0) August 19, 2021
Waah sir bina naam liye aap ne apna kavi dharm nibha diya.
— Prakhar srivastava (@prakhar_sri1) August 19, 2021
गौरतलब हो कि तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा किए जाने के बाद मुनव्वर राना ने तालिबान का महिमामंडन किया था और कहा था कि तालिबान ने भारतीयों के खिलाफ कोई खराब कदम नहीं उठाया और उन्हें जाने के लिए नहीं कहा, लेकिन हालात बिगड़ने पर लोग आ रहे हैं। इतना ही नहीं मुनव्वर राना ने कहा कि तालिबान के जुल्म को लेकर हमें परेशान होने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन अफगानिस्तान के हजार वर्ष का इतिहास कहता है कि हिंदुस्तान ने उनसे हमेशा मोहब्बत की है।
यहाँ तक कि उन्होंने भगवान वाल्मीकि की तुलना तालिबान से कर डाली और कहा कि वाल्मीकि रामायण लिख देता है तो वो देवता हो जाता है, उससे पहले वो डाकू होता है। ऐसे में इंसान का कैरेक्टर बदलता रहता है। यह आप देख सकते हैं।
फिर तो आज़ाद कश्मीर की माँग करने और वादी में बेगुनाहों का खून बहाने वाले भी आतंकवादी नहीं हैं. राना साहब, मजबूर कर रहे हैं आप कि मैं अपनी लाइब्रेरी से आपकी किताबें हटा दूँ. बाज़ आ जाइए! https://t.co/vsSNJqzx8I
— Manoj Muntashir (@manojmuntashir) August 19, 2021
मुनव्वर राना से जुड़ा क्या है पूरा मामला…
बता दें कि मुनव्वर राणा अक्सर भारत को लेकर विवादित बयान देते आएं हैं। कभी वह यूपी सरकार की तुलना तालिबान से कर बैठते हैं, तो कभी भारत देश को ही असुरक्षित बता देंते है। वहीं हालिया मामले की बात करें तो दरअसल, शायर मुनव्वर राना ने एक निजी चैनल से तालिबान को लेकर पूछे गए सवाल पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि तालिबान उतने ही आतंकी हैं, जितने रामायण लिखने वाले वाल्मीकि हैं। जब राणा से पूछा गया कि तालिबान आतंकी संगठन है या नहीं।
तो इसके जवाब में उन्होंने कहा था कि वाल्मीकि रामायण लिखते हैं, तो वह देवता हो जाते हैं। जबकि उससे पहले वह डाकू थे। मुनव्वर ने आगे कहा कि आदमी का किरदार बदलता रहता है। वहीं अखिल भारत हिंदू महासभा और सामाजिक सरोकार फाउंडेशन ने मुनव्वर राना के इस बयान पर नाराजगी जताई है। पुलिस ने उनकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। उनपर एससी/एसटी एक्ट के अलावा 153-a, 295-a और कई धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।