बनारस के घाट पर जलती चिंता के सामने घंटो बैठे रहते थे विक्की कौशल, देखरेख भी करते थे, जानें वजह
फ़िल्मी सितारें अपने रोल को बेहतर से बेहतर बनाने के लिए किसी भी हद तक गुजर जाते हैं. उन्हें कुछ ऐसा भी करना पड़ा है जो उन्होंने पहले कभी न किया हो और वो सामान्य जीवन की तुलना में इकाई बार कठिन भी होता है. हालांकि बाद में उन्हें अपनी मेहनत और संघर्ष का फल भी मिलता है और जब फिल्म बड़े पर्दे पर रिलीज होती है तो वे अपने बेहतरीन काम से दर्शकों का दिल जीत लेते हैं.
आज इस लेख में हम आपको हिंदी सिनेमा के उभरते हुए कलाकार विक्की कौशल से जुडी एक ख़ास बात बता रहे हैं. अब तक विक्की कौशल ने बॉलीवुड में अच्छा ख़ासा काम किया है. उनके काम को दर्शकों ने अच्छी प्रतिक्रिया भी दी है. बता दें कि, विक्की को साल 2018 में आई फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्रिकल’ से ख़ूब लोकप्रियता मिली थी. यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई थी, हालांकि इससे पहले विक्की की एक और फिल्म हिट रही थी, जिसकी चर्चा न के बराबर ही हुई है. हालांकि आज हम आपसे उनकी इस फिल्म के बारे में बात करेंगे.
हम आपको जिस फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं उसका नाम है ‘मसान’. यह फिल्म साल 2015 में प्रदर्शित हुई थी. नीरज घेवन के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अहम भूमिका विक्की कौशल ने निभाई थी. ख़ास बात यह है कि, विक्की की यह लीड एक्टर के रूप में हिंदी सिनेमा में पहली फिल्म थी. इससे पहल उन्होंने कुछ फिल्मों में छोटे-मोटे रोल किए थे. फिल्म ‘मसान’ में विक्की के काम की ख़ूब तारीफें हुई थी.
विक्की ने मसान के लिए जी तोड़ मेहनत की थी. अपने किरदार में पूरी तरह से उतरने के लिए विक्की घंटों तक जलती हुए चिता के सामने बैठे रहते थे. बता दें कि, फिल्म में भी यह दिखाया गया था और इसे बेहतर ढंग से पर्दे पर उतारने के लिए विक्की को ऐसा करना पड़ता था. शूटिंग के दौरान विक्की का कई दिनों तक मुर्दों से सामना होता था. इस दौरान कई चिताएं उन्होंने अपनी आंखों से जलती हुई देखी और उनके देखरेख भी की.
बता दें कि, ‘मसान’ के अधिकतर हिस्से की शूटिंग वाराणसी में गंगानदी के तट पर स्थित एक प्रसिद्ध घाट, मणिकर्णिका घाट पर हुई थी. फिल्म में विक्की के अलावा पंकज त्रिपाठी, संजय मिश्रा, रिचा चड्ढा, श्वेता त्रिपाठी जैसे कलाकारों ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी. ख़ास बात यह है कि फिल्म ने साल 2015 में कॉन्स फिल्म फेस्टिवल में दो अवॉर्ड भी जीते थे.
विक्की कौशल को शूटिंग के दौरान मणिकर्णिका घाट पर अपने किरदार को जीवंत बनाने के लिए घंटों शमशान घाट में समय बिताना पड़ता था. विक्की की लीड एक्टर के रूप में पहली फिल्म होने के साथ ही यह निर्देशक नीरज घेवन की भी पहली फिल्म थी. गौरतलब है कि, फिल्म की शूटिंग से पहले विक्की रोज मणिकर्णिका घाट पर घंटों बैठा करते थे.
विक्की के पिता बने एक्टर विनीत ने एक सप्ताह तक जलाई लाशें…
विक्की के साथ ही फिल्म में उनके पिता का किरदार निभाने वाले अभिनेता विनीत को भी इन चीजों से होकर गुजरना पड़ा था. इसके लिए उन्होंने एक सप्ताह तक हर दिन मणिकर्णिका घाट पर लाशें जलाईं थीं. बताया जाता है कि विनीत हर दिन 10 घंटे घाट पर अपने किरदार को बेहतर रुप से पेश करने केले ऐसा करते थे. विनीत ने ‘मसान’ में डोमराजा (डोम वो होते हैं, जो मुर्दों को जलाते हैं) की भूमिका अदा की थी.
जलती लाशों के बीच होती थी एक्टिंग…
मसान में जो जलती चिताएं, कलाकारों को मुर्दे का पलटना आदि के जो सीन है वो असल में फिल्माए गए थे. फिल्म को मणिकर्णिका घाट के कई शमशान घाटों पर फिल्माया गया था. सभी कलाकारों ने फिल्म को जीवंत बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत की थी और उनकी मेहनत रंग भी लाई थी.
फिलहाल आपको बता दें कि, विक्की कौशल अपनी निजी जिंदगी को लेकर अक्सर सुर्ख़ियों में बने रहते हैं. उनका नाम लंबे समय से अभिनेत्री कैटरीना कैफ़ के साथ जुड़ रहा है.
हाल ही में ख़बर आई थी कि दोनों ने चोरी-छिपे सगाई कर ली है, हालांकि बाद में कैटरीना की टीम ने इस ख़बर को अफ़वाह बताया था. लेकिन दोनों का प्यार किसी से छिपा नहीं है. दोनों के रिश्ते पर अनिल कपूर के बेटे और अभिनेता हर्षवर्धन कपूर भी मुहर लगा चुके हैं.