जूते की डोरी बांधने के बहाने युवक बनाता था लड़कियों की गंदी वीडियो, जानिए कैसे हुआ खुलासा…
अपनी वासना के लिए यह युवक चुपके से बनाता था पर्यटक लड़कियों की वीडियो, आया पुलिस की गिरफ्त में...
ग़ुलाबी शहर जयपुर से एक अजीबोग़रीब मामला निकलकर सामने आया है। जी हां यहां पर एक ऐसे सनकी युवक को पकड़ गया है, जिसने सार्वजनिक स्थानों पर घूमतीं दर्जनों युवतियों के सैकड़ों आपत्तिजनक वीडियो बना लिए। फिलहाल आरोपी पुलिस के शिकंजे में है। बता दें कि पर्यटक स्थलों पर देशी-विदेशी महिलाओं के आपत्तिजनक वीडियो बनाने वाले युवक का नाम सुरेश यादव है। युवक बेहद ही शातिर तरीके से स्कर्ट पहने लड़कियों के वीडियो बनाता था।
पुलिस के मुताबिक पहले युवक स्कर्ट पहने खड़ी युवतियों के आसपास घूमता था, फिर उनके नजदीक बैठकर अपने जूते की डोरी बांधने का नाटक करता था और मोबाइल फोन को रिकॉर्डिंग मोड में महिला पर्यटकों के पैरों के पास रखकर उनके आपत्तिजनक वीडियो बनाता था। जयपुर के आमेर महल में रंगे हाथों पकड़े गए इस सिरफिरे युवक के मोबाइल में ऐसी कई क्लिपिंग्स मिली हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि महिलाओं को पता भी नहीं चलता था कि उनका वीडियो बन रहा है।
कौन है आरोपी सुरेश यादव?…
बता दें कि आरोपी सुरेश यादव सीकर जिले के श्रीमाधोपुर उपखंड के गांव गोपालपुरा का रहने वाला है। जो फाइनेंस का काम करता है। वहीं उसके दो बच्चें भी हैं। यह पिछले दिनों माउंट आबू गया था। वहां के एक होटल में ठहरा तो उसी कमरे में गुजरात के दो लड़के भी रुके हुए थे। उन्होंने सुरेश यादव को लड़कियों के अश्लील वीडियो बनाने की यह ट्रिक बताई। इसके बाद सुरेश हर सप्ताह सीकर से जयपुर वीडियो बनाने आता था।
गौरतलब हो कि जयपुर पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि आपत्तिजनक वीडियो बनाने के लिए सुरेश यादव उन लड़कियों की तलाश में रहता था, जो फ्रॉक, स्कर्ट या वन पीस पहने होते थीं। वहीं सुरेश खासकर उन लड़कियों के वीडियो बनाने को प्राथमिकता देता था, जो अपने आस-पास हो रही संदिग्ध गतिविधियों पर ज्यादा ध्यान नहीं देती थीं।
कहां पर बनाता था गंदे वीडियो?…
बता दें कि गंदे वीडियो बनाने के लिए सुरेश यादव भीड़भाड़ वाली जगहों को चुनता था, जिनमें पर्यटन स्थल, बाजार, शॉपिंग माल आदि। सुरेश ने ज्यादातर वीडियो जयपुर में जेएलएन मार्ग स्थित वर्ल्ड ट्रेड पार्क मॉल, अलबर्ट हॉल, आमेर महल, हवामहल, जलमहल, गौरव टावर, परकोटा समेत कई जगहों पर बनाए हैं। वहीं गोलगप्पे, चाट का ठेला व बसों में भी वीडियो बनाए गए हैं।
कैसे बनाता था आपत्तिजनक वीडियो?…
आरोपी सुरेश यादव फ्रॉक, स्कर्ट या वन पीस पहने खड़ी लड़कियों के पास जाता था। फिर अपने जूते की डोरी बांधने का नाटक करता। खुद जमीन पर बैठ जाता और इस दौरान वह अपने मोबाइल का वीडियो कैमरा चालू कर उसे भी जमीन पर रख लेता था। फिर एक से दो मिनट का वीडियो बना लेता था। इसके अलावा जयपुर पुलिस के अनुसार आरोपी सुरेश कुमार यादव ने शुरुआती पूछताछ में बताया है कि वह ये अश्लील वीडियो खुद देखने के लिए बनाता था। पुलिस इस बात की भी पड़ताल में जुटी है कि सुरेश वीडियो किसी ओटीटी प्लेटफार्म को बेचे तो नहीं हैं। साथ ही सुरेश के इस गंदे खेल में और कौन-कौन शामिल है।
उड़ती फ्रॉक के नीचे से बनाया महिला पर्यटक का वीडियो…
इतना ही नहीं निर्भया स्क्वॉड की प्रभारी एडिशनल डीसीपी सुनीता मीना ने बताया कि संदेह होने पर कॉन्स्टेबल प्रेमलता एक्शन में आई। उन्होंने तत्काल युवक को पकड़कर उसका मोबाइल लिया। मोबाइल चेक किया तो एक वीडियो नजर आया। उसमें हवा में उड़ती हुई फ्रॉक के नीचे युवती के पैरों के वीडियो की क्लिपिंग मिली। ये वीडियो मोबाइल को युवती के पैरों के पास रखकर बनाया गया था। युवती को इसकी भनक भी नहीं लगी।
कॉन्स्टेबल प्रेमलता ने युवती को जानकारी दी तो वह घबरा गई। उसने कहा कि मैं सोच भी नहीं सकती थी कि कोई इस प्रकार से मेरा गलत वीडियो बना सकता है। अन्य राज्य की होने से महिला पर्यटक ने रिपोर्ट देने से इनकार कर दिया। तब उच्चाधिकारियों के निर्देश पर प्रेमलता ने आमेर थाने में सुरेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।