क्या इन देशों को नहीं है किसी से खतरा जो नहीं है इनके पास खुद की सेना!
आज के समय में हर देश के लोगों की महत्वाकांक्षाएं बढ़ती जा रही है। हर कोई चाहता है कि उसके कब्जे में पूरी दुनिया हो, वह पूरी दुनिया पर अकेले ही राज करे। शायद यही वजह है कि आज के समय में कुछ देश अपने पड़ोसी देशों पर नजर गड़ाए हुए बैठे हैं, कि कब मौका मिले और उस देश पर कब्जा कर लिया जाए। अपने देश को दूसरे देश के दुश्मनों से बचाने के लिए हर देश के पास अपनी सेना है।
अगर सेना ना हो तो आज के समय में उस देश को गुलाम होने से कोई नहीं बचा सकता है। भारत के पास भी अपनी बहुत बड़ी सेना है। ऐसे ही लगभग हर देश के पास आपकी सेना है, जो देश के दुश्मनों को देश की सीमा में घुसने नहीं देती है। लेकिन आज के समय में कुछ ऐसे भी देश हैं, जिन्हें दुश्मनों का डर नहीं है। इसलिए इन देशों के पास अपनी खुद की कोई सेना भी नहीं है। जी हां आप बिल्कुल सही सुन रहे हैं।
इन देशों के पास नहीं है अपनी खुद की सेना:
*- समोआ:
यह देश 1962 से पहले न्यूजीलैंड के कब्जे में था। 1962 में यह देश आजाद हुआ, लेकिन उसके बाद से इस देश ने अपनी खुद की सेना नहीं बनाई। दरअसल आजादी के समय दोनों देशों के बीच यह समझौता हुआ था कि जब भी समोआ पर कोई खतरा आएगा तो सहायता के लिए न्यूजीलैंड अपनी सेना भेजेगा।
*- अंडोरा:
यूरोप के इस देश की स्थापना आज से लगभग 800 साल पहले 1278 में की गयी थी। इतने सालों के बाद भी इस देश के पास अपनी खुद की सेना नहीं है। इस देश के साथ भी फ़्रांस और स्पेन ने संधि की है कि जब भी इस देश को सेना की जरूरत होगी, दोनों देश अपनी-अपनी सेनाएं भेजेंगे।
*- कोस्टा रिका:
मध्य अमेरिका में पड़ने वाले कोस्टा रिका के पास अपनी खुद की कोई सेना नहीं है। 1948 में वहां राष्ट्रपति का चुनाव हुआ था, जिसमें बड़े स्तर पर धांधली हुई थी। इसका जनता ने कड़ा विरोध किया और नया संविधान बनाकर सत्ता पर कब्जा कर लिया। बने हुए इस नए संविधान में सेना की जरूरत को समाप्त कर दिया गया। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस देश में सेना नहीं है, फिर भी वहां की स्थिति काफी शांतिपूर्ण बनी रहती है। 1953 के बाद से अब तक कोस्टा रिका में कुल 14 राष्ट्रपति चुनाव हुए हैं।
*- तुवालू:
सन 2014 में तुवालू और समोआ को भारत-प्रशांत द्वीप सहयोग संगठन का हिस्सा बनाया गया। तुवालू एक बहुत ही छोटा देश है, जो केवल 26 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इस देश में कुल 10,000 लोग ही रहते हैं। इस देश के पास भी अपनी खुद की सेना नहीं है।
*- वैटिकन सिटी:
इस देश के बारे में कुछ बताने की जरूरत नहीं है। यह देश इटली की राजधानी रोम के बीच में बसा दुनिया का सबसे छोटा और कम आबादी वाला देश है। वैटिकन सिटी केवल 0.44 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और यहां की कुल आबादी 840 है। यहां कैथोलिक चर्च का मुख्यालय है। यहीं पर प्रमुख पोप और अन्य अधिकारी रहते हैं। इस देश के पास भी अपनी खुद की सेना नहीं है।