पत्नी की मौत से दुखी होकर पुलिसकर्मी ने उठाया दर्दनाक कदम, श्मशान में जाकर लगाई फांसी
मध्य प्रदेश में एक युवक अपनी पत्नी की मौत का सदमा बदर्शत नहीं कर पाया और उसने भी फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। इस घटना से गांव के लोग काफी दुखी हैं और परिवार में मातम छाया हुआ है। बालोद जिले के टेकापार गांव में रहने वाले इस युवक की कुछ समय पहले ही शादी हुई थी। शादी के बाद सब कुछ सही चल रहा था। वहीं एक दिन पत्नी की मौत हो गई। जिसके बाद युवक ने भी अपनी जिंदगी खत्म कर दी।
जानकारी के अनुसार युवक का नाम मनीष नेताम था। मनीष नेताम की शादी लता नाम की लड़की से हुई थी। इनकी शादी को एक साल ही हुए थे। ये दोनों एक दूसरे से बेहद ही प्यार करते थे और खुशी-खुशी रह रहे थे। वहीं 17 दिन पहले लता घर में फिसलकर गिर गई। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। लेकिन लता को बचाया जा नहीं सका।
लता के शव को घर लाया गया और उसके बाद अंतिम संस्कार किया गया। लता के निधन से मनीष नेताम पूरी तरह से टूट गया और उसने ठीक पत्नी की मौत के 17 दिन बाद खुद की भी जान ले ली। मनीष नेताम पुलिसकर्मी था और इन दिनों धमतरी जिले के बोरई थाने में तैनात था।
मनीष नेताम ने 17 दिन बाद श्मशान में उसी जगह बबूल के पेड़ से लटककर आत्महत्या की जहां उसकी पत्नी की चिता जलाई गई थी। घर वालों के अनुसार पत्नी की मौत के बाद से ही मनीष काफी परेशान था और लोगों के समझाने के बाद भी लता को नहीं भूल पा रहा था। मनीष रोजाना श्मशान में जाकर पत्नी की फोटो देखकर रोया करता था। बुधवार को भी मनीष श्मशान गया और वहां जाकर रोने लगा।
घर वाले काफी समय तक मनीष के आने का इंतजार करते रहे लेकिन वो नहीं आया। वहीं कुछ देर बाद घर वालों को मनीष के मौत की खबर मिली। मनीष ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा था। मनीष ने वाट्सएप पर सुसाइड नोट अपने भाई को भेजा था। जिसमें लिखा था कि मैंने लता को भूलने की पूरी कोशिश की लेकिन मैं उसे भूल नहीं पाया। अभी-अभी मेरा घर बसा था। सब ठीक चल रहा था, फिर पता नहीं भगवान को क्या मंजूर था। जो उसने ये सब कर दिया। जब मेरा जीवन साथी ही चला गया तो मैं जी कर क्या करूंगा, इसलिए जा रहा हूं। वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है।