3 लाख रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हुए बंदर, होमगार्ड्स की सूझबूझ से वापस मिल सके पैसे
उत्तर प्रदेश में एक बंदर तीन लाख रुपए लेकर फरार हो गया। जिसके बाद होमगार्डों ने इस बंदर का पीछा किया और काफी मशक्कत के बाद बंदर से पैसों से भरा बैग वापस हासिल कर पाए। ये घटना राज्य के हरदोई की है। खबर के अनुसार उत्तर प्रदेश के हरदोई थाने के बाहर एक मोटर साइकिल खड़ी थी। इस मोटर साइकिल की डिग्गी में तीन लाख रुपए रखे गए थे। मोटर साइकिल का मालिक वहां पर नहीं था। वहीं बंदर ने आकर मोटर साइकिल की डिग्गी को खोला और उसके अंदर रखे गए तीन लाख रुपए के बैग को वहां से निकाल लिया।
थैला निकालने के बाद बंदर वहां से भाग गया। हालांकि बंदर को थैला ले जाते होमगार्डों ने देख लिया। जिसके बाद इन्होंनें बंदर का पीछा किया। ये काफी समय तक बंदर के पीछे दौड़ते रहे। काफी मशक्कत के बाद ये किसी तरह से बंदर से थैला वापस लेने में कामयाब हुए। वहीं जब इन्होंने थैला खोलकर देखा तो उसके अंदर इन्हें 3 लाख रुपए मिले। दरअसल ये पैसे एक युवक के थे। ये युवक हरदोई के सांडी थाने के बाहर अपनी बाइक खड़ी करके गया था। बाइक की डिग्गी में ये पैसे रखे हुए थे। युवक प्लाट खरीदने के लिए रुपये लेकर कन्हीं जा रहा था।
युवक का नाम आशीष उर्फ बब्लू बताया जा रहा है। ये इसी थाना क्षेत्र के बमटापुर गांव निवासी है। ये तीन लाख रुपए मोटर साइकिल की डिग्गी मे डाल कर प्लाट खरीदने के लिए घर से निकला था। वहीं सांडी में समाधान दिवस में कुछ काम के लिए रुक गया था। आशीष के अनुसार थाना दिवस में आए लेखपाल से वो मिलने के लिए रुका था। इसने बाइक बाहर खड़ी कर दी और उनसे मिलने के लिए अंदर चले गया।
वहीं बाइक की डिग्गी में पैसों से भरा थैला था। पेड़ पर बैठे बंदर ने थैले में कुछ खाने का सामान समझा और झोला डिग्गी से निकाल कर पेड़ पर चढ़ गया। ये सब वहां पर मौजूद दो होमगार्डों ने देख लिया। होमगार्ड विकास और अखिलेंद्र के अनुसार झोला देख बंदरों को लगा कि उसमें कुछ खाने का होगा और वो थैला लेकर भाग गया। इन्होंने कहा हमने इनका पीछा किया और काफी मेहनत के बाद थैला बंदर से वापस ले सके। थैला मिलने के बाद ये इसे लेकर थाने पहुंचे। थाना दिवस में आए सभी लोगों से पूछताछ की गई। जानकरी होने के बाद आशीष को पैसा वापस कर दिए गए।