मिस यूनिवर्स ग़लती से जुड़ गई लड़कों के चैट ग्रुप में। शेयर किए अश्लील मैसेज के स्क्रीनशॉट
साल 2020 में मिस यूनिवर्स का खिताब जीतने वालीं ऑस्ट्रेलिया की मारिया थट्टिल को अभद्र टिप्पणी का सामना करना पड़ा है। जी हां पेशे से लेखक, स्पीकर और क्रिएटर मारिया थट्टिल महिलाओं और लड़कियों के सशक्तिकरण के लिए हमेशा से आवाज उठाती रही हैं। उन्हें जरा भी अंदाजा नहीं था कि उनके साथ भी कभी ऐसा हो सकता है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर कुछ चैट शेयर किए हैं जिसमें लोगों द्वारा मारिया थट्टिल और अन्य महिलाओं के प्रति अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया है।
बता दें कि मिस यूनिवर्स ऑस्ट्रेलिया मारिया थट्टिल हाल ही में गलती से 19 साल के लड़कों के एक व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ गई थीं। उनके लिए यह अनुभव बहुत ही दुख भरा रहा। महिला सशक्तिकरण और लड़कियों के अधिकारों पर अक्सर बोलने वाली मारिया को यह जानकर हैरानी और निराशा हुई कि लड़के, लड़कियों के बारे में क्या सोचते हैं।
मारिया ने बताया कि ग्रुप में पुरुषों ने महिलाओं के बारे में ऐसे बात की ‘जैसे हम मांस के टुकड़े हैं’ और वे महिलाओं का यौन शोषण और अपमान करते रहे। इसके बाद मारिया ने लड़कों के सेक्सिस्ट व्यवहार के लिए उन्हें बाहर बुलाने का फैसला किया तब केवल एक लड़के ने उन्हें जवाब दिया।
Congratulations to all the Victorian #MissUniverseAustralia National Finalists, @ashparaskevas, @dazvarlamova, @iamxanaan, @brookemcauley_, @kristen_czyszek and @mariathattil! ? Looking forward to seeing you all in Bali soon ?️ pic.twitter.com/iUMbY9r6Qb
— Heading Out (@HOHB_AUS) March 2, 2020
2020 की मिस यूनिवर्स विजेता हैं रह चुकी हैं मारिया थट्टिल…
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दरअसल, बीते दिनों मिस यूनिवर्स ऑस्ट्रेलिया 2020 की विजेता मारिया थट्टिल गलती से 19 साल के पुरुष युवाओं के चैट ग्रुप से जुड़ गईं। इस दौरान मारिया थट्टिल को कई बुरे अनुभवों से गुजरना पड़ा जिसका खुलासा उन्होंने इंस्टाग्राम पर किया है। महिलाओं के महिला सशक्तिकरण और लड़कियों के अधिकारों पर अक्सर बोलने वालीं मारिया थट्टिल उस समय हैरान रह गईं जब व्हाट्सएप ग्रुप में महिलाओं के प्रति लड़को की सोच के बारे में पता चला।
‘महिलाओं को समझते हैं मांस का लोथड़ा’…
बता दें कि मारिया ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की। वीडियो में मारिया ने कहा कि उनके लिए जैसे हम महिलाएं एक ‘मांस का टुकड़ा’ हैं। उन्होंने कहा कि, “मैंने कुछ ऐसे मेसेजेज़ देखे…! जिनसे लग रहा था कि महिलाएं यौन वस्तुओं से ज़्यादा कुछ भी नहीं हैं।” वहीं मारिया के मुताबिक, उस ग्रुप के पुरुष महिलाओं को मांस का लोथड़ा समझते थे। मारिया ने जब ग्रुप में इसका विरोध किया तो उन लड़कों ने उन पर भी गंदे कमेंट किए।
मारिया थट्टिल ने शेयर किया वीडियो…
वीडियो में मारिया थट्टिल कहती हैं कि, लैंगिक भेदभाव सभी लिंग के व्यक्तियों को प्रभावित करता है लेकिन महिलाओं को इसका पांच गुना अधिक सहना पड़ता है। पुरुषों की तुलना में महिलाएं कहीं ज्यादा लिंग रूढ़िवादिता और लिंग-आधारित उत्पीड़न के कारण पीड़ित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ज्यादातर पुरुषों की सोच महिलाओं के प्रति बेकार होती है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस तरह के रवैये का विरोध करते हैं। मारिया थट्टिल ने कहा कि ग्रुप के लड़कों को अभी भी यही लगता है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया।
‘यही लोग बड़े होकर हमारे नेता बनेंगे’…
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इसके अलावा हाई स्कूल की कड़वी यादों को शेयर करते हुए 28 वर्षीय मारिया थट्टिल ने बताया कि उन दिनों भी उन्हें ऐसी ही विचारधारा से जूझना पड़ा था। ‘लड़के तो लड़के ही रहेंगे’ जैसे बयानों के साथ महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न को खारिज करने की प्रवृत्ति पर बोलते हुए मारिया ने कहा कि ऐसी विचारधारा की वजह से ही समाज में महिलाओं के लिए द्वेष, घृणा और अनादर पनपता है। इससे भी खतरनाक बात यह है कि यही लोग बड़े होकर हमारी नीतियां बनाने वाले राजनेता बनेंगे। इसलिए इस तरह के सेक्सिस्ट व्यवहार का दूरगामी प्रभाव पड़ता है।
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इतना ही नहीं, मारिया ने यह भी कहा कि सभी पुरुष ऐसी चीजों में लिप्त नहीं होते हैं, लेकिन बहुत कम लोग इस तरह के रवैये का विरोध करते हैं। मैंने एक बार एक बहुत ही सुंदर बात पढ़ी थी कि कैसे आपका शांत रहना शोषण को बढ़ावा देता है। इसलिए आप में से कोई भी यह बोले कि, “सभी पुरुष एक जैसे नहीं होते” तो आप जान लीजिए की समस्या क्या है। सभी पुरुष हमारे लिए बोलते नहीं हैं, हमारे लिए लड़ते नहीं हैं, और जहरीली बातों को चुनौती भी नहीं देते। यह ग्रुप चैट में शुरू होता है, और समाज में इसका असर दिखता है। लिंक बनाएं, इसे सबके सामने लाएं और बेहतर करें।”
भारतीय संस्कृति से प्रभावित हैं मारिया…
बता दें कि मारिया विक्टोरिया की मॉडल और मेकअप आर्टिस्ट हैं, जो कि भारतीय प्रवासी की बेटी हैं। वहीं आपको बता दें कि मनोविज्ञान और मैनेजमेंट में पढ़ाई करने वाली मारिया विक्टोरियन सरकार के साथ काम करती हैं और मारिया के पिता केरल और मां कोलकाता से थी। वही मारिया का पालन-पोषण मेलबर्न में चाचा-चाची के पास हुआ है। मारिया ने एक बार कहा था कि वो अपनी भारतीय संस्कृति से काफ़ी प्रभावित हैं और उस पर गर्व करती हैं।