जानिए एक रहस्यमयी कुंड के बारे में जहां ताली बजाने से बाहर निकलता है पानी…
कहानी एक ऐसे कुंड की जहां मौसम के मुताबिक निकलता है पानी। जानिए यह अद्भुत कहानी...
इंसान एक जिज्ञासु प्रवृत्ति का व्यक्ति है। जबसे मानव इतिहास की शुरुआत हुई है। तभी से वह कुदरत के रहस्य को जानने के लिए प्रयासरत है। वह कई रहस्य जान चुका है लेकिन आज भी सृष्टि का अनजाना सत्य उसे कुछ और जानने और समझने की चुनौती देता है। जी हां सच और रहस्य की इस दूरी को कम या खत्म करने का सिलसिला बहुत पुराना है। लेकिन ऊपर वाले कि भी लीला देखिए कि हर सवाल जवाब मांगता है और हर जवाब अपने पीछे कई सवालों की सूची छोड़ जाता है। ऐसे में इंसान कोई एक रहस्य सुलझाता है। तो दूसरा उसके सामने प्रकट हो जाता है या उसके समानांतर चलता रहता है।
बात सिर्फ़ अपने देश भारत की करें। तो भारत में ऐसी कई जगहें हैं। जो रहस्य से भरी हुई हैं। जी हां हमने कई बार ऐसी जगहों के बारे में सुना या देखा है। वहीं कई रहस्यों को तो देश-विदेश के वैज्ञानिक भी नहीं सुलझा पाएं हैं। ऐसी ही एक रहस्यमयी जगह है दलाही कुंड। एक ऐसा कुंड जहां से ताली बजाने पर पानी बाहर निकलता है। झारखण्ड के बोकारो में स्थित इस पानी के कुंड के पीछे क्या रहस्य है चलिए जानते हैं…
ताली बजाने से बाहर आता है पानी…
बता दें कि झारखण्ड के बोकारो का दलाही कुंड अपने रहस्यमयी चमत्कारों के लिए अक्सर सुर्खियों में बना रहता है। कहा जाता है कि इस कुंड के सामने खड़े होकर ताली बजाने से पानी बाहर निकलता है। इतना ही नहीं कहा तो यह भी जाता है कि इस कुंड का पानी बेहद गर्म होता है जैसे अभी-अभी उबाल कर रखा गया हो।
मौसम के मुताबिक निकलता है पानी…
वहीं कुछ लोग बताते हैं कि मौसम के मुताबिक इस कुंड से पानी निकलता है। अगर गर्मियां है तो पानी ठंडा निकलेगा। वहीं अगर सर्दियां हो तो पानी गर्म निकलेगा।
इस कुंड के बारे में क्या कहता है शोध?…
बता दें कि दलाही कुंड का पानी जमुई नाम के नाले से होता हुआ गरगा नदी में जाता है। एक शोध के मुताबिक ऐसी जगहों पर पानी काफी नीचे होता है। ऐसे में ताली बजाने पर ध्वनि तरंगों से पानी पर असर पड़ता है और वो ऊपर की तरफ आ जाता है।
मन्नतें पूरी करता है यह कुंड…
प्रचलित मान्यताओं के अनुसार इस कुंड में नहाने से मन्नतें पूरी होती हैं। लोग दूर-दूर से इस अनोखे कुंड में नहाने के लिए आते है। आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों का कहना है कि चर्मरोग से सम्बंधित सभी बीमारियों को इस कुंड का पानी दूर करता है।
बोकारो से 27 किमी दूर स्थित है यह कुंड…
बता दें कि यह स्थान बोकारो से करीब 27 किमी दूर जगासुर में है। कुंड के निकट दलाही गोसाईं देव का एक स्थान भी है। हर रविवार को श्रद्धालु उनके दर्शन-पूजन के लिए आते हैं। वहीं यहां पर मकर संक्रांति को मेला भी लगता है। स्थानीय लोगों के मुताबिक 1984 से ही यहां मेले का आयोजन किया जा रहा है।