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हिमाचल के किन्नौर में फिर हुआ भूस्खलन, मलबे में 60 लोगों के दबे होने की आशंका

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में आज फिर एक दर्दनाक हादसा हुआ है और भूस्खलन की चपेट में आकर 4 लोगों की मौत हो गई। जबकि 50 से अधिक लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं। डिप्टी कमिश्नर सादिक हुसैन ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि मलबे के नीचे 50 से 60 यात्रियों से भरी एक हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन की बस और कई अन्य वाहन दबे हुए हैं। मलबे को हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है। ये हादसा बुधवार दोपहर साढ़े 12 बजे के आसपास हुआ है।

भारतीय सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें बचाव अभियान में जुटी हैं। अब भी थोड़ा बहुत भूस्खलन हो रहा है। लेकिन बचाव अभियान कार्य जारी रखा गया है। अब तक 9 लोगों को सुरक्षा बलों ने बचा लिया है। जबकि 4 व्यक्ति के शव बरामद हुए हैं। विधानसभा सत्र के दौरान हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने भी घटना की पुष्टि की है।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भूस्खलन के मलबे में 50 से 60 लोगों के दबने की आशंका है। बचाव अभियान के तहत अब तक बस के ड्राइवर और कंडक्टर समेत 4 लोगों को मलबे से निकाल लिया गया है। हादसे में बस के साथ ही अन्य पांच छोटे वाहन दबे होने की आशंका है। चट्टान खिसकने के बाद से ही नेशनल हाईवे नंबर 5 ब्लॉक है।

डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि मलबे के नीचे दबी बस किन्नौर के रेकोंगे पेओ से शिमला की ओर जा रही थी। अभी तक चट्टानों से बड़े-बड़े पत्थर गिर रहे हैं। जिसकी वजह से बचाव कार्य में बाधा आ रहा है। एनडीआरएफ के साथ ही स्थानीय बचाव टीमों को भी घटनास्थल पर बुलाया गया है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने की सीएम से बात

इस हादसे को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के सीएम से बात की है। पीएम मोदी ने सीएम जयराम ठाकुर को भरोसा दिया है कि किन्नौर में हुए हादसे में बचाव के लिए केंद्र की ओर से पूरी मदद की जाएगी। इसके अलावा होम मिनिस्टर अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हिमाचल प्रदेश के सीएम से बात की है।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस हादसे पर कहा है कि हिमाचल प्रदेश का किन्नौर जिला भूस्खलन की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। कई लोगों के फंसे होने की खबर है। मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रभावित क्षेत्रों में हर संभव मदद करने का अनुरोध करता हूं।


आपको बता दें कि एक महीने से भी कम समय में किन्नौर में भूस्खलन की ये दूसरी बड़ी घटना है। इससे पहले भी ऐसी ही घटना देखने को मिली थी। जिसमें भी कई लोगों की जान चले गई थी। जुलाई महीने में किन्‍नौर जिले में हुए इस भूस्‍खलन में 9 लोगों की मौत हो गई थी।

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