‘पाताल लोक’ में धंसता जा रहा ये शहर, इंसान ने किया था शोषण अब कुदरत ऐसे ले रही बदला
कुदरत और इंसान को आपस में मिलकर रहना चाहिए। जब इंसान कुदरत का शोषण करने लगता है तो वह भी पलट कर ऐसी तबाही लाती है कि हम देखते रह जाते हैं। अब अमेरिका का इस शहर को ही ले लीजिए जो पिछले 100 सालों से लगातार ‘पाताल लोक’ में समाता जा रहा है। अभी तक ये शहर दो मंजिला इमारत के बराबर नीचे धस चुका है। इसके करण का पता लगने के बावजूद इस चीज पर लगाम नहीं लगाई गई है। नतिजन कई लोग शहर से पलायन करने लगे हैं।
दरअसल हम यहां जिस शहर की बात कर रहे हैं वह अमेरिका के कैलिफोर्निया की स्व-घोषित कृषि राजधानी कहा जाने वाला कोरकोरन शहर है। ये पूरा की पूरा शहर धीरे धीरे जमीन में समाते जा रहा है। हैरत की बात ये है कि इस घटनाक्रम में न तो दीवारों पर कोई दरार पड़ रही है और न ही आंखों से इसके कोई संकेत दिख रहे हैं। ऐसे में कैलिफोर्नियो प्रसाशन को सैटेलाइट के माध्यम से तवसीरों का विश्लेषण करने वाले नासा (एनएएसए) की मदद लेनी पड़ी।
कैलिफोर्निया के जल संसाधन विभाग की मैनेजर जीनी जोन्स बताती हैं कि बीते 100 वर्षों में कोरकोरन शहर दो मंजिला इमारत के बराबर धरती में समा चुका है। यह चीज ‘इंफ्रास्ट्रक्चर, भूजल कुओं, बांधों, जलसेतुओं के लिए घातक सिद्ध हो सकती है। शहर में हो रहे इस बदलाव का बड़ा संकेत सिटी के किनारे बने एक बांध पर दिख रहा है। यहां रुई की खेती अधिक होती है।
खतरे की घंटी को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने 2017 में बांध की ऊंचाई बढ़ाने का प्रोजेक्ट स्टार्ट कर दिया। ऐसा न किया जाए तो भारी बारिश होने पर शहर में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।
कोरकोरन शहर के धरती में समाने की वजह बीती पूरी शताब्दी में बड़े फार्मिंग ऑपरेटरों द्वारा खेती के लिए भूजल का जरूरत से अधिक उपयोग करना है। यहां के स्थानीय 80 निवासी रॉल एटिलानो बताते हैं कि शहर में बहुत से किसान है जो चारों तरफ से पंपों से पानी खींच रहे हैं। 20,000 आबादी वाले इस शहर में फार्मिंग कंपनियों ने कितनी अत्यधिक खेती की इसका अंदाज यहां दिखने वाले टमाटर, पशुओं के चारे और कपास ढोंने वाले ट्रकों से लगाया जा सकता है।
पिछली शताब्दी में अमेरिका को भोजन देने के लिए विशाल खेतों की सिंचाई हेतु बड़ी फार्म कंपनियों ने पानी के भूजल स्रोत को विशाल पंपों से बड़े पैमाने पर बाहर खींचना स्टार्ट कर दिया था। ऐसे में अधिकतर भूजल बाहर आ गया और खाली हुए स्थान पर शहर डूबने लगा। जरा सोचिए यदि सारे पंप एक साथ भूजल खिचते रहे और बारिश के पानी से भी इसकी भरपाई न हो पाए तो क्या होगा।
फिलहाल ये शहर में बढ़ का तो कोई खतरा नहीं है, लेकिन जलवायु परिवर्तन की वजह से ये भयानक सूखा झेल रहा है। अमेरिका का फूड-बास्केट कहलाने वाला यह शहर अब धूल भरे मैदान में बदल गया है। इस कारण प्रशासन द्वारा किसानों के लिए पानी की सप्लाई की कटौती की ज रही है। हालांकि इस डूबते शहर का लोगों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। पानी की कटौती होने पर बड़े फार्म ऑपरेटरो द्वारा भूजल को और तेजी से खींचा जा रहा है। ऐसे में शहर और तेजी से धँसते जा रहा है।
लोकल लोग इसके खिलाफ आवाज तो उठाना चाहते हैं लेकिन वह उन्हीं बड़ी कंपनियों में जॉब भी कर रहे हैं जो भूजल निकालने में लागि हैं। उन्हें डर है कि वह कुछ कहेंगे तो जॉब चली जाएगी। वैसे ही यहां की बहुसंख्यक आबादी का एक-तिहाई हिस्सा गरीब है।