शर्मनाक !! देखें किस तरह हिंदुस्तान टाइम्स की महिला पत्रकार ने पार कर दीं शालीनता की हदें
अभी हाल ही में, रविश का विदेश राज्य मंत्री अकबर के नाम खुला ख़त पढ़ा! उसमें रविश इस बात से खासे नाराज़ लग रहे हैं की सोशल मीडिया पे लोग, उन्हें ‘pimp’ अर्थार्त दलाल कह कर बुलाते हैं! अब इन्हें कौन बताये कि आप पत्रकार लोग काम ही ऐसे करते हैं जिससे आम Twitter users का नाराज़ होना लाज़मी है!
अब मंजुला नारायण को ही ले लीजिये! ये मैडम, हिंदुस्तान टाइम्स में पत्रकार हैं!
मंजुला, काफी समय से, वामपंथी विचारधारा की समर्थक हैं! जी हाँ, पत्रकार लोग निष्पक्ष होते हैं, ये आपसे किसने कहा! और आज के समय में तो खासकर, ऐसे पत्रकार मिलना बेहद मुश्किल है! बात करें वामपंथियों की, तो उनकी मंडली में तो पत्रकार, और लेखक प्रचुर मात्रा में भरे हुए हैं!
जैसे, ये एक लेख मंजुला का लिखा हुआ है:
अब कोई पत्रकार, सरेआम वामपंथी विचारों को लेकर, निष्पक्ष पत्रकारिता का ढोंग करेगा तो ट्विटर, फेसबुक इत्यादि पर, लोग विरोध तो करेंगे ही! बहस भी होगी और लोग एक दुसरे को बुरा भला भी कहेंगे! लोग तो लोग हैं, सब के सब, बीजेपी के एजेंट तो हैं नहीं, जैसा रविश को रात-दिन सपने में दिखता है!
इस सब के बीच में, मंजुला ने जोश-जोश में, शालीनता की सारी हदें पार कर दीं! मंजुला ने, एक ट्विटर user को ऐसे शब्द कहे हैं जिसकी उम्मीद किसी भी महिला या पुरुष से, खासकर जब वो एक पत्रकार हो, बिलकुल नहीं की जा सकती है!
ये कहा मंजुला ने:
बाकि लोगों से शिष्टता की अपेक्षा करने वाले ये पत्रकार, स्वयं शिष्टता के पहले पायदान पर खरे नहीं उतरते! ये वो वाकये हैं जो रविश जैसों को बिलकुल नहीं दिखते! और शायद दिखते भी हैं तो इन्हें, Leftist Revolutionary Thought का नाम दिया जाता होगा!
हिंदुस्तान टाइम्स को चाहिए की ऐसे पत्रकारों को बाहर का रास्ता दिखाए! अन्यथा, वह दिन दूर नहीं जब ये HT मीडिया हाउस को ही ले डूबेंगे